एस पी वर्मा
सिंगरौली ४ जून ;अभी तक ; सिंगरौली विस्थापन संघर्ष समिति द्वारा जयंत खदान के समीप पुरानी राईस मिल व चड्डा कंपनी कैम्प के पास धरना प्रदर्शन कर एन सी एल के विस्थापान नीति का विरोध करते हुए उत्पादन एवं ब्लास्टिंग रोकने के घोषणा के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। धरना प्रदर्शन को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक रंजन, सीएसपी पी.एस. परस्ते, मोरवा थाना प्रभारी निरीक्षक यू.पी. सिंह, विंध्यनगर थाना प्रभारी निरीक्षक अर्चना दिवेदी व उपनिरीक्षक सुधाकर सिंह परिहार ने धरना स्थल का जायजा लेने के साथ ही मोरवा थाने में धरना प्रदर्शन के आयोजक मंडल व अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं अपराध नियंत्रण संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री अमित तिवारी से धरना प्रदर्शन को लेकर चर्चा की। गुरुवार 5 जून को सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक यह प्रदर्शन किया जाना है, जिसमें हजारों विस्थापित के पहुंचने का अनुमान है। इसे लेकर संघर्ष समिति ने खदान में ही खिचड़ी वितरण करने की व्यवस्था रखी है। विस्थापितों द्वारा किए जा रहे इस प्रदर्शन को लेकर कल मोरवा पुलिस बल के साथ अतरिक्त बल की भी व्यवस्था की गई है।

विस्थापन संघर्ष समिति की प्रमुख मांगे शासकीय भूमि, वन भूमि एवं अनुबंधित भूमि पर निर्मित सभी आवासों के स्वामियों को 15 लाख की सम्मानजनक राशि प्रदान करने। प्रत्येक परिवार के सभी पात्र सदस्यों को 15-15 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए, ताकि वे अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकें। आवासों के संपूर्ण क्षेत्रफल का उचित सोलेशियम प्रदान किया जाए, जो हमारे भावनात्मक और भौतिक क्षति की पूर्ति कर सके। एकमुश्त विस्थापन भत्ते की राशि को वर्तमान 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख किया जाए, ताकि हम नए स्थान पर सुगमता से अपना जीवन पुनः आरंभ कर सकें। पुनर्वास स्थल (आरएण्ड आर) के विकल्प के स्थान पर, शासकीय भूमि, वन भूमि अथवा अनुबंधित भूमि पर आवासित परिवारों को कम से कम 15 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को भी प्रोत्साहन राशि प्रदान करने। अनुबंध की भूमि पर निर्मित आवासों के मुआवजे की संपूर्ण राशि सीधे भवन स्वामी के खाते में हस्तांतरित करने। सभी विस्थापितों को मेडिकल कार्ड प्रदान कर चिकित्सकीय सुविधा सुनिश्चित करने। स्कूलों/कालेज में शिक्षारत विद्यार्थियों के लिए उचित शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने इत्यादि मांगो को शामिल किया गया है।