महावीर अग्रवाल
मंदसौर 17 मई ;अभी तक ; ऑपरेशन ‘‘सिंदूर’’ की सफलता पर जिला मुख्यालय मंदसौर पर राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा मंच के आह्वान पर भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। आयोजित तिरंगा यात्रा में मंदसौर शहर के सभी धर्मों के धर्म प्रमुख , सैनिक परिवार के सदस्यगण,व्यापारी गण, मीडिया बंधु , युवा गण मातृशक्ति ,खिलाड़ी , समाजसेविक संस्थाओं के सदस्य गण सहित हजारों की संख्या में शहर वासियों ने सहभागिता की।
रैली के प्रारंभ में महाराणा प्रताप बस स्टैंड स्थित मंच पर सभी धर्म के धर्म प्रमुखों का सम्मान राष्ट्रीय सुरक्षा नागरिक मंच के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया। फौज में देश की रक्षा कर रहे सैनिकों की धर्मपत्नियों को सिंदूर भेंट किया गया तत्पश्चात महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर तिरंगा कलर के गुब्बारे को आसमान में छोड़ रैली प्रारंभ हुई।
जैसा कि हम सभी को ज्ञात है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत की सेना ने पाकिस्तान में दाखिल होकर दुश्मनों को नेस्तानाबूत किया। भारतीय सेना के शौय, पराक्रम और अदम्य साहस पर संपूण देश को गर्व है। अपने देश की सीमाओं की रक्षा के लिए हर भारतीय अपना सर्वस्व बलिदान कर सकते हैं। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से दुनिया के सामने हमारी सेनाओं ने साहस और शौर्य के प्रमाण दिए हैं। पभारतवासियों ने एकजुट होकर विश्व को यह संदेश दिया कि दुश्मन कितना ही चालाक क्यों न हो हम अपनी एकता को अक्षुण रखेंगे। राष्ट्रीय एकता सर्वोपरि है, इसे यदि शत्रु हानि पहुंचाने की कोशिश करेगा तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
दो हजार वर्ष पहले सम्राट विक्रमादित्य ने अपने पराक्रम से विदेशी आक्रमणकारियों को पराजित कर देश से खदेड़ दिया था। आज फिर से हमारी सेना ने वही शौर्य और पराक्रम दिखाते हुए दुश्मन देश को धूल चटाने का कार्य किया है।राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा मंच अनुसार राष्ट्र की वेदी पर अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों के परिवार जनों को प्रणाम। तिरंगा हमारे देश कि आन-बान और शान है, इसकी मर्यादा का सदैव पूरा भारत ध्यान रखता है।तिरंगा यात्राओं के माध्यम से पूरी दुनिया में संदेश जा रहा है कि हम सभी भारतीय एक जुट हो कर समय आने पर देश कि रक्षा के लिए सर्वस्व बलिदान कर सकते हैं। तिरंगा यात्रा देश की सेनाओं की सफलता, सम्मान और उनके पराक्रम को सम्मान देने के लिए देश की जनता निकाल रही है।
1857 से लेकर 1947 तक देश ने आजादी के लिए संघर्ष किया। हजारों की संख्या में वीर सपूत बलिदान हुए। 1857 के पहले भी देश कई युद्ध लड़े और अपने शौर्य और पराक्रम से जीते हैं। लेकिन सैकड़ों सालों के इतिहास में ऑपरेशन सिंदूर में सबसे कम समय में भारत ने दुश्मन को हराकर घुटने टेकने पर मजबूत किया है। यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सेनाओं के शौर्य, पराक्रम का प्रतीक है। पूरा देश सेना के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की रणनीति ही है कि चार दिन में ही आतंकवाद और उसके आकाओं को भारत ने सबक सिखा दिया। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए दुनिया ने हमारी सेनाओं का पराक्रम देखा है। इस तरह का पराक्रम वाली सेना के रहते हुए कोई भी देश भारत की ओर आंख उठाकर नहीं देख सकता। तिरंगा यात्रा देश की एकता व संकल्प शक्ति का प्रतीक है। देश की एकजुटता हमारे गौरवशाली अतीत की याद दिलाती है। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति ने चार दिन पहले कही हुई अपनी बात में सुधार किया है।
भव्य तिरंगा रैली महाराणा प्रताप बस स्टैंड से प्रारंभ होकर बीपीएल चौराहा गांधी चौराहा बस स्टैंड होते हुए वंदे मातरम चौराहा पर पहुंची जहां पर भारत माता की भव्य प्रतिमा के सामने रैली में उपस्थित सर्व समाज के धर्म प्रमुखों,राजनीतिक दल के पदाधिकारीयो , व्यापारी गण, मीडिया परिवार के सदस्यों, युवा शक्ति ,मातृशक्ति आदि ने भारत माता की आरती की।