आनंद ताम्रकार
बालाघाट २५ मार्च ;अभी तक ; कलेक्टर मृणाल मीणा ने समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान से की जा रही कस्टम मिलिंग की पहलू पर जांच करने के निर्देश दिये है।
उन्होंने नागरिक आपूर्ति निगम खादय विभाग और वेयरहाउसिंग अधिकारियों को राईस मिलों में जाकर उन्हें प्रदाय की गई धान की मात्रा के एवज में मिलर्स द्वारा प्रदाय किये गये चावल के स्टॉक की जांच करने तथा बिजली की खपत, जारी किये गये आर ओ का रिकॉर्ड, चावल की गुणवत्ता एवं परिवहन सहित अन्य बिंदुओं पर जांच की जानी है।
कल सोमवार को समय सीमा के प्रकरणों के निराकरण हेतु संपन्न हुई बैठक में तत्संबंध में अधिकारियों को तदाशय के निर्देश दिये है।
यह उल्लेखनीय है की बालाघाट जिले में इस वर्ष लगभग 55 लाख क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर खरीदी गई उक्त धान से कस्टम मिलिंग किये जाने हेतु 114 राईस मिलर्स द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम से अनुबंध करवाया गया है।
मीडिया सहित अन्य स्रोतों से इस आशय की शिकायत मुखरित हुई थी की राइस मिलर्स द्वारा कस्टम मिलिंग किये जाने हेतु प्रदाय किये गए धान को अन्यत्र बेचकर बाहर से अमानक स्तर का चावल बुलवाकर नागरिक आपूर्ति निगम को प्रदाय कर रहे है। वहीं निगम के गुणवत्ता निरीक्षकों द्वारा तयशुदा कमीशन लेकर प्रदाय किये अमानक स्तर के चावल के लाट पास कर रहे है।
इन्हीं शिकायतों के मद्देनजर कलेक्टर ने मिल स्तर पर पहुंचकर जांच करने के निर्देश देते हुये कहा है की जांच हर पहलू पर की जाए जांच स्पष्ट रूप से हो स्टाक के अनुसार कितनी मिंलिग हुई इसके साथ मिलर्स का रिकॉर्ड देखे आर ओ के कटने तथा बिजली की खपत का आकलन कर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाये।