महावीर अग्रवाल
मंदसौर १३ अप्रैल ;अभी तक ; ताकत में हनुमान जी के बराबर का कोई नहीं हो सकता है, तो सेवा एवं समर्पण में भी हनुमान जी के बराबर का कोई नहीं हो सकता है। जो छोटी-छोटी बातों पर उछल जाए वह हनुमान जी का चेला हो ही नहीं सकता है हनुमान जी का चेला तो बड़े से बड़े काम हो जाये तब भी वह शांतप्रिय रहता हैं।
उक्त विचार भगवान श्री हनुमान जन्मोत्सव पर नाकोड़ा नगर स्थित श्री मंशापूर्ण बालाजी मंदिर पर देर रात विशेष महाआरती के पश्चात बड़ी संख्या में उपस्थित भक्तों ओर क्षेत्रवासियों को संबोधित करते हुए आचार्य श्री रामानुज जी महाराज राजकोट ने व्यक्त किये।
आचार्य श्री रामानुज जी ने कहा कि हमारे जो इष्ट है जिनकी हम साधना करते हैं उपासना करते हैं जिनको हम मानते हैं जिनकी हम सेवा पूजा करते हैं और यदि उनके गुण अपने अंदर नहीं उतरे तो अभी आपकी साधना अधूरी है। आचार्य श्री ने कहा कि मेने आज तक हनुमान जी के चेले को बेवकूफ नही देखा । भगवान हनुमान जी का चेला तो पक्का चतुर होता हैं । हनुमान जी महाराज झानियो में भी श्रेष्ठ होते हैं इसलिए उनके झान के गुण आपकी साधना में भी उतरते हैं। आपने भक्तो से आव्हान किया कि आप जब भी अपने ईष्ट की साधना और उपासना करते हैं तब आप अपनी साधना में तल्लीन हो जाये, आपको आपकी साधना का फल ईश्वर जरूर देगा।
आचार्य श्री रामानुज जी ने कहा कि श्री मंशा पूर्ण बालाजी मंदिर व क्षेत्र है जहां पर भगवान से यदि कोई सच्चे मन से कुछ मांगता है तो निश्चित रूप से भगवान उनकी सुनते हैं पिछले वर्ष हनुमान जयंती पर मंदसौर में श्री राम कथा किए जाने का संकल्प भक्तों ने इसी मंदिर में लिया था और भगवान ने वह संकल्प इस हनुमान जयंती से पूर्व ही पूरा कर दिया इसलिए भगवान के सम्मुख सच्चे मन से मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है । भगवान आपकी आवाज को सुनते है इसलिए यदि कुछ मांगना भी है तो भगवान से मांगो , इंसान से नही।
श्री मंशा पूर्ण बालाजी मंदिर पर दिनभर हनुमान जयंती पर भक्तों का दर्शन हेतु तांता लगा रहा दोपहर में हवन पूजन में श्री राजुभाई कुमावत का परिवार जजमान के रूप में विराजित हुआ। रात्रि में महाआरती पश्चात प्रसाद समाजसेवी श्री नन्दकिशोर सिद्दार्थ अग्रवाल परिवार की ओर से वितरित किया गया । कार्यक्रम का संचालन नंदकिशोर अग्रवाल ने किया तथा आभार नरेंद्र अग्रवाल ने माना।