महावीर अग्रवाल
मंदसौर ६ मई ;अभी तक ; जिला शिवसेना प्रमुख विद्युतलता गुप्ता ने कलेक्टर की जनसुनवाई को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लंबे समय से गरीब पिड़ित प्रताड़ित ग्रामीण जनो की सुनवाई महज कागजी खानापुर्ती बनकर रह गयी है। पटवारी तहसीलदार कोई भी समय पर निक्षपक्ष कार्य नही कर रहे है। जिसको लेकर कलेक्टर की जनसुनवाई मे पिड़ित पक्षकार उपस्थित होता है तो पहले उन्ही लापरवाह पटवारी एवं तहसीलार से पुछा जाता है फिर उन्ही के कहे अनुसार पिड़ित के आवेदन पर जनसुनवाई होती तो गरीब को न्याय कैसे मिलेगा। मामला मंदसौर तहसील के ग्राम पंचायत लोद के गांव तिसाई का है। जहॉ शासकीय जमीनो की पटवारी की मिलीभगत से सक्षम वर्ग को लाभ पहुचाया जा रहा है। और गरीबो की जमीन हड़पी जा रही है जिसको लेकर वरदीचर्न्द पिता भैरूलाल मालवीय तिसाई एवं शिवसेना प्रतुख श्रीमति विद्युतलता गुप्ता ने मीड़िया को बताया कि वर्ष 1995 ग्राम पंचायत पलवई थी और वर्तमान मे ग्राम पंचायत लोद के अन्तर्गत तिसाई गांव आता है। जहॉ प्रार्थी के पिता भैरूलाल पिता कारूलाल मालवीय के नाम से भू-खण्ड है जिसका पंचायत स्तर से पट्टा बना हुआ है। उसी देर्मीयान 1995 मे जारी हुए लगभग 20-30 पट्टे से एक ही लाईन मे मकान बने हुए है लेकिन प्रार्थी के पट्टे की जमीन को हड़पने की नियत से पटवारी से मिलीभगत कर गरीब के आदिपत्य की जमीन सक्षम वर्ग को देकर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। पिड़ित पक्ष दर दर की ठोकरे खाकर कलेक्टर की जनसुनवाई मे पहुचे जहॉ निष्पक्ष न्याय मिलना था वहॉ उन्ही लापरवाह अधिकारी कर्मचारी से पुछकर न्याय के नाम पर नाटक किया जा रहा है। कलेक्टर की जनसुनवाई एक मजाक बनकर न रह जाए उससे पहले पिड़ित पक्ष न्याय मिलना चाहीए। अन्यथा शिवसेना भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारीयों के खिलाफ चरणबंद्ध आंदोलन करेंगी। इस बीच पिड़ित पक्ष के साथ कुछ अनहोनी होती है तो समस्त जिम्मेदारी जमीन हथीयाने वाले पक्ष एवं पटवारी की होगी।