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    **जल स्रोत नीचे जाने का कारण वृक्षों  कटाई व पानी का दोहन- प्रहलाद*

    एस पी वर्मा
    सिंगरौली १६ मई ;अभी तक ;  प्रदेश सरकार द्वारा चलाये जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जिला मुख्यालय स्थित चुन कुमारी स्टेडियम में आयोजित जल गंगा संवाद सह पंच -सरपंच सम्मेलन में *बतौर मुख्य अतिथि प्रहलाद पटेल पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री* शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने नदियों. तालाबों, झीलों, पुराने कुओ व बावड़ियों जैसे जल स्रोतो को पुनर्जीवित कर जल संरक्षण – संवर्धन  का आह्वान किया. इस दौरान विशेष अतिथि व प्रवक्ता के रूप में महायोगी समर्थ दादा गुरु मौजूद रहे. कार्यक्रम की *अध्यक्षता कैबिनेट मंत्री श्रीमती राधा सिंह ने किया. विशिष्ट के रूप में सांसद राजेश मिश्रा. विधायक राम निवास शाह, राजेंद्र मेश्राम, विश्वामित्र पाठक, कुंवर सिंह टेकाम, नगर पालिक निगम की महापौर रानी अग्रवाल, अध्यक्ष देवेश पाण्डेय जिला पंचायत अध्यक्ष सोनम सिंह, सीड़ा अध्यक्ष दिलीप शाह*, मौजूद रहे.
      गंगा संवाद सह पंच -सरपंच सम्मलेन को सम्बोधित करतें हुए कैबिनेट मंत्री श्री प्रहलाद ने कहा कि ग्रामीण शहर में मौजूद नदी,तालाबों, झीलों, कुओ व बावड़ियों का संरक्षण नहीं होने से प्रत्येक वर्ष जल स्तर नीचे खिसकता जा रहा है. स्थिति तह है कि 100 फिट तक जल स्तर नीचे चला गया है.  जल की इस इस समस्या से निपटने के लिए  नदी, तालाबों झीलों का  संरक्षण संवर्धन व  पौध रोपड़ अति आवश्यक है. पानी का उदगम्  जंगल  या पहाड़ है और उनके पोषक वृक्ष है. लेकिन पिछले कुछ वर्षो से अधिकांश उदगम स्थलो की सांसे थम गयी है, इसका दो ही कारण या तो वृक्षों की  कटाई कर दी गयी है या फिर पानी का मनमर्जी से दोहन किया जा रहा है.  तीसरा कोई कारण नहीं हैं. नदी उदगम व जल स्रोतो को बचाने में वृक्षों के बाद किसी का सबसे हाथ है तो वनवासी भाइयों का हैं, वह ही हैं जो  प्रकृति की पूजा कर  जल जंगल को संरक्षित करतें है.लेकिन अब बाकि लोगों को भी सामने आना पड़ेगा है. क्योंकि जल है तो जीवन है.  जल संवाद सह पंच सरपंच सम्मलेन में भारी संख्या में उपस्थित  सरपंचो व पंचो को पंचायती राज्य अधिनियम की जानकारी में श्री पटेल ने कहा कि अधिनियम के अधिकार की बात ना हो  बल्कि कर्तव्यों की बात होनी चाहिए. पंचायत हमार घर, परिवार व समाज है. इस लिए सभी की जवाबदारी बनती है कि गाँव में कहीं भी पानी की कमी ना हो इस हेतु जल संरक्षण व संवर्धन में पंच सरपंच अपनी भूमिका का निर्वहन करें. कहा कि यदि छोटे छोटे नदी, तालाबों,झीलों,  कुओ व बावड़ियों को यदि संरक्षित नहीं किया गया तो बड़ी बड़ी नदिया भी अपना स्तित्व खो देंगी. प्रदेश भर में गिरते जल स्तर से चिंतित मध्य प्रदेश की सरकार जल गंगा संवर्धन अभियान चला रही है. अभियान तभी सफल होगा जब सब लोग इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे. इसी क्रम में *नर्मदा का स्तित्व बचाने दृढ संकल्पित व पांच वर्ष से बिना अन्न केवल नर्मदा का पानी कर जीवन यापन करने वाले महायोगी समर्थ दादा गुरु* जो तीन लाख किलोमीटर पदयात्रा कर चुके हैं ने कहा कि श्रृंगी ऋषि की तपोवन भूमि सिंगरौली जो ऊर्जाधानी के नाम से विख्यात हैं वहां जल गंगा संवाद का आयोजन अपने आप में एक इतिहास होगा. पूरी दुनिया नदी को नदी के रूप में देखती हैं जब की भारत में नदियाँ माँ हैं और हम उन्हें उसी रूप में  देखते और पूजते हैं. नदी हमारे लिए भगवती हैं. नदी, कुओ व बावड़ियों को सरक्षित करने में पंच सरपंच का बड़ी भूमिका हो सकती हैं क्योंकि पंच परमेश्वर की भूमिका में होता हैं उनके निर्णय व आदेश परमेश्वर आदेश माना जाता हैं. इस लिए पंच सरपंच जल गंगा संवर्धन के लिए ग्रामीणों से आह्वान करें. इस दौरान महायोगी श्री समर्थ ने सिंगरौली जो ऊर्जा, खनिज संपदा के भंडार,  पर्वत माला, पहाड़, महान,  सोन, मयार व कंचन नदियों आदि प्रकृति के संग्रह सिंगरौली को महादेव की नगरी कहा हैं. उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति हैं कि हम नदी को  नदी नहीं बल्कि नदी को साक्षात् भगवती समझते है. नदी हमारी शक्ति हैं जीवन का आधार, व्यवस्था,परम्परा व धर्म सब कुछ नदी हैं. जल संवाद कार्यक्रम को *कैबिनेट मंत्री राधा सिंह, सांसद राजेश मिश्रा, विधायक राम निवास शाह, राजेंद्र मेश्राम, पूर्व विधायक राम लल्लू वैश्य व सुभाष राम चरित्र वर्मा* ने भी अपने अपने संबोधन में आस पास के नदी नालो, कुओ व बावड़ियों को संरक्षित करने की अपील की.उक्त कार्यक्रम में सिंगरौली कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, एस पी मनीष खत्री,  भाजपा जिलाध्यक्ष सुन्दर शाह, पूर्व सीड़ा अध्यक्ष गिरीश द्विवेदी, पूर्व सीड़ा उपाध्यक्ष नरेश शाह, देवसर जनपद अध्यक्ष प्रणव पाठक, बरगवा नगर परिषद अध्यक्ष प्रमिला वर्मा. वार्ड पार्षद सीमा जायसवाल. संजीव अग्रवाल आदि भारी संख्या में भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व भारी संख्या में पंच सरपंचो की उपस्थिति रही.
    *कंचन नदी उदगम् स्थल तेंदुहा गुफा में किया पूजा अर्चन*
                          कार्यक्रम स्थल पर आने से पूर्व  प्रहलाद पटेल कैबिनेट मंत्री मध्य प्रदेश शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास सह श्रम मंत्री ने कंचन नदी उद्गम स्थल तेंदुआ गुफा में पहुंचकर विधिवत पूजा अर्चन कर उद्गम स्थल से निकलने वाले जल श्रोत को प्रणाम किया।
    उक्त अवसर पर महायोगी समर्थ दादा गुरु ने विधिवत पूजा अर्चना करते हुए कहा कि जहां उद्गम होता है वहीं सहस्त तीर्थ स्थल होता है।
    उद्गम स्थल की मिट्टी पठार वृक्ष में देवी देवताओं का वास होता है सभी नगर वासियों से की अपील की महत्वपूर्ण त्योहारों पर उद्गम स्थल पर पहुंचे कर पूजा अर्चना करें।इस दौरान राज्यमंत्री राधा सिंह, विधायक सिंगरौली रामनिवास शाह, विधायक देवसर राजेन्द्र मेश्राम सहित सभी जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहें।

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