आशुतोष पुरोहित
खरगोन 8 जून ;अभी तक ; खरगोन शहर के जैतापुर पुलिस थाने से फरार पंजाब के दो हथियार सौदागरों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक अपनी गर्भवती पत्नी और होने वाले बच्चे की चाह में भागा था। जैतापुर पुलिस थाने से हथकड़ी सहित फरार हुए पंजाब के दो आरोपियों को खरगोन पुलिस ने पंजाब से गिरफ्तार किया। 31 मई की देर रात पंजाब के जालंधर निवासी वीरपाल और जगविन्दर सिंह थाने से फरार हो गये थे। पंजाब के थाना शाहकोट जिला जालंधर से पुलिस ने गिरफ्तार किया। फरार आरोपीयो पर डीआईजी ने 20 -20 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया था। डीआईजी ने एसआईटी का गठन कर पाॅच टीम बनाई थी।
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के जैतापुर पुलिस थाने से पुलिस कर्मियों को चकमा देकर भागे पंजाब के दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपी अपनी गर्भवती पत्नी और होने वाले बच्चे को देखने साथी के साथ भाग गया था।
खरगोन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह रावत ने आज अपरान्ह पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पंजाब के जालंधर जिले के शाहकोट तहसील के मुलेवाल ग्राम निवासी 20 वर्षीय वीरपाल और 25 वर्षीय जगविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें जालंधर के नकोदर स्थित न्यायालय में पेश किया गया, और ट्रांजिट डिमांड पर खरगोन जिले के जैतापुर लाया गया। दोनों पर 20-20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। उनके पासपोर्ट रद्द करने की प्रक्रिया के साथ-साथ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया था।
पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना ने बताया कि निमाड़ के पुलिस उपमहानिरीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने उनके जैतापुर पुलिस स्टेशन से भागने के बाद एसआईटी गठित की थी। इसमें पांच टीमों का गठन किया गया था, जिन में से एक टीम ने शाहकोट पुलिस की मदद से उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उन्हें खरगोन जिले की जैतापुर पुलिस ने 30 मई को स्थानीय सिकलीगरों से खरीदे गए दो देशी पिस्तौलों के साथ गिरफ्तार किया था। न्यायालय से पुलिस रिमांड मिलने के बाद उन्हें जैतापुर पुलिस स्टेशन में लाया गया था, लेकिन वह 31 मई की तड़के ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को चकमा देकर फरार हो गए थे। उन्होंने हथकड़ी निकाल ली थी और चाबी ढूंढ कर चैनल गेट खोल लिया था।
वे खेतों के रास्ते भाग कर आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंचे थे और पैसे नहीं होने के चलते ट्रैक्टर ट्रॉली, दुपहिया वाहन और ट्रक से लिफ्ट लेकर ग्वालियर भाग गए। इसके बाद वे ट्रेन में बैठकर पंजाब पहुंच गए।
उन्होंने बताया कि पंजाब पहुंची जैतापुर थाना प्रभारी सुदर्शन कलोसिया की टीम ने छद्म भेष धारण कर आरोपियों के निवास के आसपास रेकी लगाकर जानकारी जुटाई ,तो पता पड़ा कि दोनों पिछले सात आठ दिनों से अपने घर नहीं पहुंचे हैं।
इसी बीच यह भी महत्वपूर्ण जानकारी मिली कि एक आरोपी जगविंदर सिंह उर्फ सनी की पत्नी को स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसे देखने वह आ सकता है। उसकी पत्नी को देखने आने के दौरान 6 जून को उसको वीरपाल के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। जगविंदर के विरुद्ध जालंधर क्षेत्र में आर्म्स एक्ट से संबंधित एक मामला दर्ज है।
जगविंदर ने बताया कि वह गर्भवती पत्नी और होने वाले बच्चे की चाह में भाग गया था।