महावीर अग्रवाल
मंदसौर १८ जून ;अभी तक ; महान क्रांतिकारियों के लिए समर्पित दशपुर जागृति संगठन द्वारा 18 जून प्रातः 9 बजे लक्ष्मीबाई चौराहे पहुंचकर प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि एवं माल्यार्पण कर महारानी लक्ष्मीबाई का बलिदान दिवस मनाया।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि के तौर पर उपस्थित श्री राजेश गुर्जर ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश की प्रथम वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई का वीरता का अनुसरण आज के समय की महत्वपूर्ण आवश्यकता है । इस चौराहे पर संगठन द्वारा यह प्रतिमा स्थापित कराकर विरांगना को जो सम्मान दिया है वह प्रशंसनीय है नगर पालिका ने भी इसमें अपना पूरा सहयोग प्रदान किया है। नपाध्यक्ष की ओर से मैं दशपुर जागृति संगठन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा जल्द ही मंदसौर में लगेगी इसकी तैयारी पूरी कर ली है। नगर पालिका आपके संगठन को पूरा सहयोग प्रदान करेगी।
इस अवसर पर प्रतिमा संरक्षक रविंद्र पांडे ने कहा लगातार इस चौराहे के लिए खूबसूरती एवं चौराहे के प्रतिमा के प्रति ध्यान रखने का कर्तव्य मेरे द्वारा पूरा किया गया है मैं संकल्पित हूं संगठन के प्रति जो प्रतिमा संरक्षक का दायित्व दिया है उसे पूरा करता रहूंगा।
संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष हरिशंकर शर्मा ने कहा संगठन लगातार महान क्रांतिकारियों की विचारधारा वाला देश बनाने के लिए संकल्पित है और वह भ्रष्टाचार को उखाड़ने के लिए भी कार्य करेगा इसके प्रति आप पूर्ण रूप से निश्चिंत रहे ।
संगठन के अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र पौराणिक ने कहा महारानी लक्ष्मीबाई का बलिदान प्रत्येक स्कूल में पढ़ाया जाना चाहिए । देश के अंदर मातृशक्ति को अपने सम्मान अपनी मान मर्यादा का ध्यान रखते हुए अपनी संस्कृति को धारण करना चाहिए यही समय की मांग है ।
संगठन के संरक्षक पूर्व टीआई एमपी सिंह परिहार ने कहा आज क्रांतिकारी ड्रेस पहनकर नगर को क्रांतिकारी नगरी बनाने का कार्य किया है हम विश्वास दिलाते हैं बहुत जल्दी इस नगरी के अंदर प्रत्येक चौराहे का नामकरण क्रांतिकारियों के नाम से होगा।
संगठन के उपाध्यक्ष बीएस सिसोदिया ने कहा कि हम बहुत तेजी से संगठन के कार्य को फैला रहे हैं और लक्ष्मीबाई चौराहा सुंदर प्रतीक चौराहा बनता जा रहा है। हमारा संगठन पहला देश का संगठन है जो क्रांतिकारियों को याद करता है।
संगठन के युवा ऊर्जावान महेश शर्मा ने कहा कि आज लक्ष्मीबाई को याद करने के लिए देश के महान नेताओं को आगे आना होगा नहीं तो आने वाली पीढ़ी उन्हें याद नहीं रखेगी।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बहन प्रीति एवं हेमलता दीदी द्वारा लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
समाजसेवी व संगठन संरक्षक सुनील बंसल ने कहा कि प्रतिमा लगाने के साथ ही संगठन की गतिविधियों को भी तेज करना हमारा लक्ष्य है।
इस कार्यक्रम में संगठन के कोषाध्यक्ष अध्यक्ष आरसी पांडे ने कहा कि सिंदूर अभियान में भारत की ओर से दो मातृ शक्तियों ने नेतृत्व करते हुए यह सिद्ध कर दिया की मातृशक्ति प्रत्येक क्षेत्र में आगे है यह पुरुष से कहीं गुना ज्यादा शक्तिशाली है। भारत के अंदर कई विदुषी महिलाओं ने जन्म लिया है जिनका इतिहास गार्गी, द्रोपती, कौशल्या जैसी नारियों से भरा पड़ा है। पाश्चात्य संस्कृति का साया भारत पर पढ़ने के कारण वर्तमान में भारत की कई क्षेत्रों में नीचा देखना पड़ता है। संगठन के परामर्शदाता सलाहकार रमेशचंद्र चंद्रे ने कहा आज भारत के अंदर कई देशभक्त संगठन है लेकिन दशपुर जागृति संगठन द्वारा इन महान क्रांतिकारियों को हमेशा याद करते हुए उनकी स्मृतियों को चिरस्थाई बनाए रखने का संकल्प पूरा किया जा रहा है जो अनुकरणीय है। इसके लिए बड़े संगठनों को भी अनुसरण करना चाहिए। मुझे खुशी है कि आज संगठन लगातार 15 वर्षों से अपना कार्य पूरा किया है ।
संगठन की नगर इकाई अध्यक्ष बिंदु चंद्रे ने कहा कि महिलाओं को आगे आना होगा अपनी शक्ति को पहचानना होगा।इस कार्यक्रम सह कोषाध्यक्ष द्वारा कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराई गई। संगठन संयोजक सत्येंद्र सिंह सोम द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि संगठन 15 वर्ष की यात्रा पूर्ण कर ली है हमने जो संकल्प देखा था कि धर्म जाति आधारित नामकरण पर रोक लगना चाहिए उसमें बहुत कुछ सफलता पाई है। राष्ट्रभक्ति से बढ़कर कोई भक्ति नहीं हो सकती । आज राष्ट्र को इसकी सबसे बड़ी और अधिक आवश्यकता है और राष्ट्र के अंदर एक बड़े परिवर्तन 2026 तक होने वाले हैं जिनको आंखों से देखा जाएगा। संगठन द्वारा आज से कई वर्ष पूर्व घोषणा कर दी गई थी कि 2026 परिवर्तन का समय है इसको याद रखें।
मोहल्ले वासियों को तीन क्रांतिकारियों की तस्वीर भेट की गई और बड़े उत्साह के साथ क्षेत्रवासियों ने पूरा सहयोग किया। नगर पालिका के सहयोग से प्रतिमा स्थल पर हाइड्रोलिक मशीन पुष्प मालाओं के साथ टेट और कुर्सियों की व्यवस्था करते हुए महान क्रांतिकारियों के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किए इसके लिए संगठन द्वारा आभार माना गया।
संगठन में संकल्प लिया है कि आने वाले समय में घर-घर क्रांतिकारियों को पहुंचाएंगे और इसी 2025 या 26 में एक बड़े नेताजी सुभाष चंद्र बोस के स्टैचू जा ेकि नगर पालिका द्वारा घोषणा की है उसको भी हम बड़े सम्मान के साथ नगर में लाकर स्थापित किया जाएगा। संगठन के इस कार्यक्रम में श्री क्षोत्रीय द्वारा भी उपस्थिति दर्ज कराई गई और पुष्पांजलि अर्पित की गई। यह जानकारी मीडिया प्रभारी श्री जयंत भावसार द्वारा दी गई।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि के तौर पर उपस्थित श्री राजेश गुर्जर ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश की प्रथम वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई का वीरता का अनुसरण आज के समय की महत्वपूर्ण आवश्यकता है । इस चौराहे पर संगठन द्वारा यह प्रतिमा स्थापित कराकर विरांगना को जो सम्मान दिया है वह प्रशंसनीय है नगर पालिका ने भी इसमें अपना पूरा सहयोग प्रदान किया है। नपाध्यक्ष की ओर से मैं दशपुर जागृति संगठन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा जल्द ही मंदसौर में लगेगी इसकी तैयारी पूरी कर ली है। नगर पालिका आपके संगठन को पूरा सहयोग प्रदान करेगी।
इस अवसर पर प्रतिमा संरक्षक रविंद्र पांडे ने कहा लगातार इस चौराहे के लिए खूबसूरती एवं चौराहे के प्रतिमा के प्रति ध्यान रखने का कर्तव्य मेरे द्वारा पूरा किया गया है मैं संकल्पित हूं संगठन के प्रति जो प्रतिमा संरक्षक का दायित्व दिया है उसे पूरा करता रहूंगा।
संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष हरिशंकर शर्मा ने कहा संगठन लगातार महान क्रांतिकारियों की विचारधारा वाला देश बनाने के लिए संकल्पित है और वह भ्रष्टाचार को उखाड़ने के लिए भी कार्य करेगा इसके प्रति आप पूर्ण रूप से निश्चिंत रहे ।
संगठन के अध्यक्ष डॉ. देवेंद्र पौराणिक ने कहा महारानी लक्ष्मीबाई का बलिदान प्रत्येक स्कूल में पढ़ाया जाना चाहिए । देश के अंदर मातृशक्ति को अपने सम्मान अपनी मान मर्यादा का ध्यान रखते हुए अपनी संस्कृति को धारण करना चाहिए यही समय की मांग है ।
संगठन के संरक्षक पूर्व टीआई एमपी सिंह परिहार ने कहा आज क्रांतिकारी ड्रेस पहनकर नगर को क्रांतिकारी नगरी बनाने का कार्य किया है हम विश्वास दिलाते हैं बहुत जल्दी इस नगरी के अंदर प्रत्येक चौराहे का नामकरण क्रांतिकारियों के नाम से होगा।
संगठन के उपाध्यक्ष बीएस सिसोदिया ने कहा कि हम बहुत तेजी से संगठन के कार्य को फैला रहे हैं और लक्ष्मीबाई चौराहा सुंदर प्रतीक चौराहा बनता जा रहा है। हमारा संगठन पहला देश का संगठन है जो क्रांतिकारियों को याद करता है।
संगठन के युवा ऊर्जावान महेश शर्मा ने कहा कि आज लक्ष्मीबाई को याद करने के लिए देश के महान नेताओं को आगे आना होगा नहीं तो आने वाली पीढ़ी उन्हें याद नहीं रखेगी।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बहन प्रीति एवं हेमलता दीदी द्वारा लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
समाजसेवी व संगठन संरक्षक सुनील बंसल ने कहा कि प्रतिमा लगाने के साथ ही संगठन की गतिविधियों को भी तेज करना हमारा लक्ष्य है।
इस कार्यक्रम में संगठन के कोषाध्यक्ष अध्यक्ष आरसी पांडे ने कहा कि सिंदूर अभियान में भारत की ओर से दो मातृ शक्तियों ने नेतृत्व करते हुए यह सिद्ध कर दिया की मातृशक्ति प्रत्येक क्षेत्र में आगे है यह पुरुष से कहीं गुना ज्यादा शक्तिशाली है। भारत के अंदर कई विदुषी महिलाओं ने जन्म लिया है जिनका इतिहास गार्गी, द्रोपती, कौशल्या जैसी नारियों से भरा पड़ा है। पाश्चात्य संस्कृति का साया भारत पर पढ़ने के कारण वर्तमान में भारत की कई क्षेत्रों में नीचा देखना पड़ता है। संगठन के परामर्शदाता सलाहकार रमेशचंद्र चंद्रे ने कहा आज भारत के अंदर कई देशभक्त संगठन है लेकिन दशपुर जागृति संगठन द्वारा इन महान क्रांतिकारियों को हमेशा याद करते हुए उनकी स्मृतियों को चिरस्थाई बनाए रखने का संकल्प पूरा किया जा रहा है जो अनुकरणीय है। इसके लिए बड़े संगठनों को भी अनुसरण करना चाहिए। मुझे खुशी है कि आज संगठन लगातार 15 वर्षों से अपना कार्य पूरा किया है ।
संगठन की नगर इकाई अध्यक्ष बिंदु चंद्रे ने कहा कि महिलाओं को आगे आना होगा अपनी शक्ति को पहचानना होगा।इस कार्यक्रम सह कोषाध्यक्ष द्वारा कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराई गई। संगठन संयोजक सत्येंद्र सिंह सोम द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि संगठन 15 वर्ष की यात्रा पूर्ण कर ली है हमने जो संकल्प देखा था कि धर्म जाति आधारित नामकरण पर रोक लगना चाहिए उसमें बहुत कुछ सफलता पाई है। राष्ट्रभक्ति से बढ़कर कोई भक्ति नहीं हो सकती । आज राष्ट्र को इसकी सबसे बड़ी और अधिक आवश्यकता है और राष्ट्र के अंदर एक बड़े परिवर्तन 2026 तक होने वाले हैं जिनको आंखों से देखा जाएगा। संगठन द्वारा आज से कई वर्ष पूर्व घोषणा कर दी गई थी कि 2026 परिवर्तन का समय है इसको याद रखें।
मोहल्ले वासियों को तीन क्रांतिकारियों की तस्वीर भेट की गई और बड़े उत्साह के साथ क्षेत्रवासियों ने पूरा सहयोग किया। नगर पालिका के सहयोग से प्रतिमा स्थल पर हाइड्रोलिक मशीन पुष्प मालाओं के साथ टेट और कुर्सियों की व्यवस्था करते हुए महान क्रांतिकारियों के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किए इसके लिए संगठन द्वारा आभार माना गया।
संगठन में संकल्प लिया है कि आने वाले समय में घर-घर क्रांतिकारियों को पहुंचाएंगे और इसी 2025 या 26 में एक बड़े नेताजी सुभाष चंद्र बोस के स्टैचू जा ेकि नगर पालिका द्वारा घोषणा की है उसको भी हम बड़े सम्मान के साथ नगर में लाकर स्थापित किया जाएगा। संगठन के इस कार्यक्रम में श्री क्षोत्रीय द्वारा भी उपस्थिति दर्ज कराई गई और पुष्पांजलि अर्पित की गई। यह जानकारी मीडिया प्रभारी श्री जयंत भावसार द्वारा दी गई।