महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ३ फरवरी ;अभी तक ; जनहित के मामलें में संवेदनशील व जागरूक विधायक श्री विपिन जैन द्वारा कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग को पत्र लिखकर तैलिया तालाब की सर्वे नं. 33 पर बनी कैनाल के साथ छेड़छाड़ करने के दोषियों पर एफआईआर दर्ज करवाने की बात कही है । विधायक श्री जैन ने कहा कि नहर को समाप्त कर एप्रोच रोड बनाना एक षडयंत्र का हिस्सा है इससे आने वाले समय मे मंदसौर में भीषण पेयजल संकट की स्थिति से इंकार नहीं किया जा सकता है ।
मीडिया प्रभारी राजनारायण लाड़ ने बताया कि विधायक श्री जैन भूमाफियाओं द्वारा येनकेन प्रकारेण तेलिया तालाब को खत्म करने की साजिश के खिलाफ गंभीर है तथा उन्होंने कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा कि मंदसौर में आम जनता के पेयजल रिचार्ज का एकमात्र स्त्रोत तैलिया तालाब को बरसात के पानी से भरने का मुख्य स्त्रोत है । बुगलिया डायवर्शन योजना के तहत बनी कैनाल जो मंदसौर राजस्व के रिकार्ड मे सर्वे नं 33 में स्थित है, जो जल संसाधन विभाग के नाम से शासकीय रिकार्ड मे इंद्राज है। इस कैनाल को समाप्त करके विगत दिनों मे रातों रात यहा पर एक सड़क का निर्माण कर दिया गया है । जिसे जनहित मे तत्काल हटाया जाना उचित होगा । मंदसौर मे पेयजल का संकट बना रहता है और तैलिया तालाब पूरे शहर के पेयजल रिचार्ज का एकमात्र साधन है । तैलिया तालाब के जल से आस पास के पूरे इलाके के कुओं, ट्यूबवेल मे पानी की भरपूरता बनी रहती है । सन 2004 में जिला योजना समिती की बैठक मे इस तालाब को भरने वाले नहर नाले को जिला प्रशासन ने पूरी टीम लगाकर चिन्हित किया था । उसके बाद से लगातार जिला प्रशासन की उपेक्षा के चलते मंदसौर के तैलिया तालाब को भरने वाले सभी प्रमुख नहर नाले एक एक करके समाप्त किये जा रहे है। हाल ही मे प्रमुख केनाल पर षडयंत्र पूर्वक कुछ लोगो को फायदा पहुँचाने के लिए सड़क बना दी गई है जो बेहद निंदनीय कृत्य है। मंदसौर में मेडिकल कॉलेज के लिए एप्रोच रोड की भी आवश्यकता है जो महू नीमच हाईवे पर दोनो साइड बनाई जाना चाहिए ताकि आम जन को राहत मिल सके। नहर को समाप्त कर एप्रोच रोड बनाना एक षडयंत्र का हिस्सा है इससे आने वाले समय मे मंदसौर मे भीषण पेयजल संकट की स्थिती से इंकार नही किया जा सकता है। प्रश्न यह है कि जब जल संसाधन विभाग कैनाल को खुर्द बुर्द कर सड़क निर्माण किया गया तो विधि सम्मत प्रकियाओं का पालन भी नही किया गया है ।
विधायक श्री जैन ने कहा कि इस समूचे मामले में कलेक्टर तत्काल जाँच करवा कर इस षडयंत्र मे शामिल दोषियों पर एफआईआर दर्ज करवाए । ताकि भविष्य मे इस तरह के कृत्य न हो सके । साथ ही तैलिया तालाब को पानी से भरने वाले सारे नाले, कैनाल नहर को संरक्षित कर उनका सीमांकन करवा कर अतिक्रमण हटाने के भी निर्देश प्रदान करे। तैलिया तालाब मंदसौर की अमूल्य धरोहर है इसका संरक्षण लोकहित व राष्ट्रहित मे जरूरी है ।