महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २९ मार्च ;अभी तक ; पी.एम. कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस, शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मन्दसौर के प्राचार्य डॉ. जे.एस. दुबे ने बताया कि संस्कृत विभाग द्वारा संस्कृतभारती मन्दसौर के सौजन्य से भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य में नव संवत्सर एवं कालगणना विषय पर व्याख्यान एवं एम.ए. चतुर्थ सत्र के विद्यार्थियों का दीक्षान्त कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम में सरस्वती पूजन एवं दीप दीपन के पश्चात संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. के.आर. सूर्यवंशी जी ने स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध कथा वाचक एवं प्रान्तकार्यकारिणी सदस्य, संस्कृतभारती मालवा प्रान्त पण्डित मिथलेश नागर ने विद्यार्थियों को कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को भारतीय नव संवत्सर मनाया जाता है। नववर्ष पर प्रकृति में परिवर्तन दिखाई देता है, पेड़ों पर नए पत्त्ते आते हैं और शीत ऋतु का अवसान होता है तथा वसन्त ऋतु का आगमन होता है। उन्होने विस्तार से चारों युगों, मन्वन्तरों के वर्णन के साथ सृष्टि की काल गणना को भी बताया। इस अवसर उन्होने एम.ए. संस्कृत चतुर्थ सत्र के विद्यार्थियों को तैत्तिरीयोपनिषद की शिक्षा वल्ली का प्रवचन कर उनका मार्ग प्रशस्त किया।
कार्यक्रम में संस्कृत भारती मन्दसौर के अध्यक्ष पुरुषोत्तम मौड एवं सचिव दिलीप दुबे का सान्निध्य प्राप्त हुआ। विद्यार्थी गणेश द्वारा सरस्वती वन्दना एवं लखन पण्ड्या द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार किया गया। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक, संस्कृत डॉ. अनिल कुमार आर्य द्वारा किया गया एवं आभार सहायक प्राध्यापक, संस्कृत प्रो. पंकज शर्मा द्वारा माना। इस अवसर पर संस्कृत विभाग के 130 विद्यार्थी उपस्थित रहें।