महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २९ अप्रैल ;अभी तक ; अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद जिला मंदसौर द्वारा गांधी चौराहे पर आक्रोश रैली का आयोजन किया गया। भारत माता की जय के साथ जिहादियों तथा पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारों से कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ।
संगठन के मार्गदर्शक श्रवण कुमार त्रिपाठी द्वारा आक्रोश व्यक्त करते हुए हिंदुओं के प्रति पाकिस्तान मुसलमान का दोहरा रवैया धर्म के आधार पर हत्याएं की जाना शर्मनाक शायद देश में यह पहली बार हुआ कि धर्म जानकर जेहादियों ने पर्यटकों की हत्याएं की जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है जनता में बहुत आक्रोश है।
संगठन जिला अध्यक्ष मुकेश गुर्जर पालड़ी ने अपने उद्बोधन में पर्यटकों को श्रद्धांजलि देते हुवे अपना रोष वक्त कर कहा कि हम सभी पूर्व सैनिक हाल ही में घटित इस विकट स्थिति में देश के साथ खड़े है अगर सरकार को आज भी देश कि सीमाओं पर पूर्व सैनिकों कि आवश्यकता लगे तो हम तैयार है । आतंकवादियों एवं पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए आज भी हम पूर्व सैनिकों में देश भक्ति का जोश जुनून कूट कूट कर भरा हुआ है।
सामाजिक कार्यकर्ता विनय दूबेला ने अपने संबोधन में जय हिंद करते हुए कहा कि यह समय विवादों में उलझने का नहीं है सरकार अपना काम कर रही है हम सरकार पर दबाव बनाएं कि अब या तो हम पीओके लेकर रहेंगे या पाकिस्तान को मिटा के रहेंगे।
डॉ रविंद्र पांडे ने अपने संबोधन में कहा कि कश्मीर श्री शंकराचार्य की भूमि है इस प्रकार के कार्य वहां की भूमि पर पर नहीं होना चाहिए अगर हो रहे हैं तो चिंता का विषय हम सरकार से आग्रह करेंगे की शीघ्र कठोर कदम उठाकर के पाकिस्तान पर एवं उनके जिहादियों पर कार्रवाई की जाए।
सामाजिक कार्यकर्ता राजाराम तंवर,अनिल कियावत,कन्हैयालाल सोनगरा, रेड आर्मी के संस्थापक दीपक राठौर ,महिला कार्यकर्ता ऊषा कुमावत सभी ने अपने संबोधन में आक्रोश व्यक्त किया है और सरकार से मांग की है कि शीघ्र इस समस्या का निदान किया जाए एवं इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति ना हो यह समस्त नागरिकों की एवं सरकार की जिम्मेवारी है संबोधन कार्यक्रम के बाद सभी बलिदानी पर्यटकों एवं नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई 2 मिनट का मौन रखा गया कार्यक्रम का संचालन जिला अध्यक्ष मुकेश गुर्जर ने किया एवं आभार नरेंद्र खटवड़ ने माना पूर्व सैनिक भारत सिंह शक्तावत, राजेंद्रसिंह शक्तावत ,सन्नी भावसार ,प्रहलाद राठौर ,ईश्वर पाटीदार, जितेंद्र माली, कारगिल विजेता चंद्रभान सिंह ,चुंडावत दशरथ सिंह गुर्जर, मिट्ठू सिंह सिसोदिया, दिनेश पाटीदार, जुगलकिशोर विश्वकर्मा , रामनारायण गुर्जर, शाकिर अहमद,वी आर आचार्य नंदकिशोर मुकेश धनगर सहित बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक एवं शहर के सामाजिक कार्यकर्ता एवं नागरिक उपस्थित रहे।