एस पी वर्मा
सिंगरौली ३ जुलाई ;अभी तक ; 4 जुलाई को सरई में आयोजित सशक्त नारी व आदिवासी गौरव सम्मलेन शुरू होने से पहले चर्चा में है, कारण जिन आदिवासी भाई बहनो के सम्मान के लिए यह सम्मलेन आयोजित है उस सम्मलेन में जिले की प्रथम नागरिक आदिवासी महिला जिला पंचायत अध्यक्ष सोनम सिंह को आमंत्रित नहीं किया गया है और नाही आमंत्रण का कार्ड मे उनका नाम है. कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यूजर्स जिला प्रशासन व बीजेपी के खिलाफ तरह -तरह के कमेंट्स कर रहे हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष के इस अपमान को लेकर एक ओर जहाँ जिले के कांग्रेसी आग बबूला हो रहे हैं तो वहीं बुद्धिजीवीयो ने भी भाजपा को कोसा और कहा की इनके कथनी करनी में बहुत अंतर हैं और जिला प्रशासन का यह कृत्य घोर निंदनीय है.

सम्मलेन का आमंत्रण वायरल होने के बाद स्वयं *जिला पंचायत अध्यक्ष सोनम सिंह* ने दुखी मन से सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि यह कैसा नारी सशक्तिकरण व आदिवासी गौरव सम्मेलन हैं जहाँ के कार्यक्रम के आमंत्रण कार्ड मे मुझे जगह नहीं दी गयीं जबकि मै भी एक आदिवासी महिला हूँ और सिंगरौली जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष हूँ और जिले की प्रथम महिला का स्थान प्राप्त हैं यह स्थान व अधिकार जिले की जनता ने दिया है लेकिन भाजपा के दबाव मे जिला प्रशासन ने जानबूझकर मुझे नीचा दिखाने के लिए कार्ड मे मेरा नाम शामिल नहीं किया है. भाजपा का नारी सशक्तिकरण व आदिवासी गौरव सम्मलेन समझ से परे. यह अपमान केवल मेरा नहीं बल्कि पूरे जिले की आदिवासी बहनो का है. जिला पंचायत अध्यक्ष के अपमान पर अपनी प्रतिक्रिया मे अविभाजित *सीधी- सिंगरौली की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व वरिष्ठ कांग्रेसी मधु शर्मा* ने सोशल मीडिया पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि सत्ताधारी बीजेपी को खुश करने जिला प्रशासन ने जिला पंचायत अध्यक्ष का अपमान किया है.जिला प्रशासन व बीजेपी की यह हरकत ओछी मानसिकता का परिचायक है और इनके द्वारा किया गया यह अपमान बहुत निंदनीय हैं. इसीक्रम मे *प्रवीण सिंह कांग्रेस जिला महामंत्री* ने कहा कि सरकारी कार्यक्रम मे जिले की प्रथम नागरिक जिला पंचायत अध्यक्ष को बुलाया नहीं गया आमंत्रण कार्ड मे उनका नाम नहीं है. जिला प्रशासन ने पूरी तरीके से जनादेश व प्रथम नागरिक आदिवासी महिला का अपमान किया है, जिला प्रशासन पूरी तरह से बीजेपी व उनके नेताओं के आगे घुटने टेक चुका है. आगे कहा कि बीजेपी जब एक आदिवासी निर्वाचित महिला को सम्मान नहीं दे पा रही है तो सहज़ ही समझा जा सकता है कि बीजेपी का नारी सशक्तिकरण व आदिवासी गौरव सम्मान केवल एक छलावा है. यह अपमान केवल आदिवासी महिला जिला पंचायत अध्यक्ष का नहीं है बल्कि जिले की सभी आदिवासी बहनो व आदिवासी समाज का है.
*बरगवा परिषद अध्यक्ष का भी नाम नदारद*
उक्त कार्यक्रम मे केवल जिला पंचायत अध्यक्ष का अपमान नहीं हुआ है बल्कि बरगवा नगर परिषद की अध्यक्ष प्रमिला वर्मा का भी नाम नहीं है. आमंत्रण कार्ड मे जिले के सभी विधायको, नगर पालिक निगम सिंगरौली की महापौर, ननि अध्यक्ष, सीडा अध्यक्ष व सरई नगर परिषद की अध्यक्ष अनुराधा सिंह का नाम है लेकिन सरई से सटे बरगवा नगर परिषद की अध्यक्ष प्रमिला वर्मा का भी नाम गायब है. प्रमिला वर्मा अनुसूचित जाति से आती हैं. इनका भी अपमान ही हैं. बड़े कार्यक्रम मे जिला पंचायत अध्यक्ष व परिषद अध्यक्ष के अपमान से सरकार के नारी सशक्तिकरण व महिला सम्मान पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है. जिला पंचायत अध्यक्ष का आमंत्रण कार्ड पर नाम नहीं होने का वाला कार्ड पूरे दिन सोशल मीडिया पर ट्रेंड रहा जहाँ लोग अपनी तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.