भोपाल,1 फरवरी,;अभी तक ; जिस उम्र में बच्चे गुड्डे-गुड़िया और खिलौनों की तरफ आकर्षित होते हैं,ढाई साल की भार्गवी शर्मा ने उस उम्र में अपनी बुआ एवं शिखर सम्मान से सम्मानित रायगढ़ घराने की प्रख्यात कथक नृत्यांगना डॉ.विजया शर्मा से प्रेरित हो कर नृत्य के क्षेत्र में कदम रखाऔर अपनी नृत्य यात्रा में फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।प्रतिभा,परिवेश और गहन प्रशिक्षण ने भार्गवी की नृत्य कला को कम उम्र में एक अलग पहचान दी है ।भार्गवी ने अनेक प्रतिष्ठित मंचों पर भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुतियाँ दी हैं।
सुश्री भार्गवी शर्मा का सफर एक नज़र में
रायगढ़ घराने की अग्रणी नृत्यांगना डॉ.विजया शर्मा से गुरु शिष्य परंपरा के अन्तर्गत ढाई वर्ष की अल्पायु से कथक प्रशिक्षण।
सी.सी.आर.टी.नई दिल्ली की छात्रवृत्ति ।
प्रख्यात नाट्य निर्देशक श्री अलखनंदन जी एवं वैशाली गुप्ता जी के नाटकों में
भागीदारी ।
कथक नृत्य प्रस्तुतियाँ –
गुरु पूर्णिमा महोत्सव,इन्दौर
नृत्योत्सव ,जोधपुर
अटल बिहारी वाजपेयी जयंती समारोह
लखनऊ
अटल बिहारी वाजपेयी जयंती समारोह
भोपाल
घुंघरू महोत्सव ,रीवा
अटल श्री राम ,भोपाल
अल्फा कॉलेज ,श्यामपुर
होली महोत्सव,हिन्दी भवन, भोपाल
होली महोत्सव ,मानस भवन ,भोपाल
संस्कृत गौरव दिवस ,विदिशा
मीरा महोत्सव ,चित्तौडगढ़
सहित अनेक प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय मंचों
पर सफल एकल एवं समूह नृत्य
प्रस्तुतियाँ ।