आशुतोष पुरोहित
खरगोन 22 अप्रैल :;अभी तक ; मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के बड़वाह थाना क्षेत्र में एक प्रेमी युगल ने एक ही फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। फांसी लगाने के पहले उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा ‘हमें माफ करना हम जा रहे हैं दुनिया छोड़कर’.

पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना ने आज सायं पत्रकारों को बताया कि प्रेम प्रसंग के चलते दोनों ने एक ही दुपट्टे से लटक कर आत्महत्या की है। उन्होंने बताया बताया कि दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया है।

एसपी धर्मराज मीना ने बताया की दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था और इसके संबंध में प्राथमिक साक्ष्य मौजूद है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर भी प्रेम प्रसंग से संबंधित पोस्ट शेयर की हुई है। युवक शादी शुदा था वही युवती नाबालिग थी।

बड़वाह नगर से छह किलोमीटर दूर खेड़ी हाट के जंगल में युवक- नाबालिग युवती का शव फांसी के फंदे से लटका मिला है। मृतक जितेन्द्र पिता मगनसिंह रावत शादीशुदा होकर खेड़ीहाट का ही रहने वाला है। जबकि मृतका नाबालिग की शिनाख्ती खरगोन जिले के बलकवाडा थाने के कुसुमपुरा गांव की दीपिका के रूप में हुई है। नाबालिग की उम्र 17 साल साढे 11 माह बताई जा रही है। इस घटना के बाद पुरे गाँव में सनसनी फ़ैल गई है। सम्भवतः दोनों ने सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात में फांसी लगाकर आत्महत्या की है।
आत्महत्या के पूर्व जितेन्द्र ने इसी लडकी के साथ इन्स्टाग्राम पर अपने एकाउंट से स्टेट्स डाला था।जिसमे लिखा था की “हमे माफ़ करना हम जा रहे है दुनिया छोड़ कर”। हालांकि पुलिस इस मामले की सभी बिन्दुओ पर जांच कर रही है। आज सुबह 11 बजे सूचना मिलने पर थाना प्रभारी बलराम सिंह राठौर मौके पर पहुंचे। यहाँ उन्होंने परिजनों से भी चर्चा की। इसके बाद पंचनामा बनाकर दोनों शवो को बड़वाह सिविल अस्पताल लाए है। जहाँ पुलिस इस मामले में परिजनों से चर्चा कर जानकारी जुटा रही है।
जितेन्द्र जगतपुरा में एक फेक्ट्री में काम करता था।परिजनों के अनुसार एक वर्ष पहले ही उसकी शादी हुई थी। लेकिन वह इसी नाबालिग युवती से प्रेम करता था। इसकी जानकारी जब पत्नी और परिजनों को लगी तो युवक के पिता मगनसिंह रावत ने युवती के परिजनों से मिलकर समझाईश दी थी।पिता मगनसिंह रावत ने बताया कि जितेन्द्र सोमवार शाम आठ बजे टिफिन लेकर जगतपूरा फेक्ट्री में काम करने के लिए गया था। लेकिन सुबह घर नही पहुंचा तो उसको मोबाइल लगाया। लेकिन जितेन्द्र फोन उठा नही रहा था।इसके बाद फेक्ट्री पर फोन लगाकर पता किया,तो वहा से बताया कि जितेन्द्र शाम 11:30 बजे ही वापस छुट्टी लेकर निकल गया था|
लेकिन घर ही लोटने के कारण परिजनों को ढूंढने का प्रयास शुरू कर दिया।राहगीरों ने जंगल में फंदे पर लटके शव को देख कर गाँव में सुचना दी। जैसे ही जितेन्द्र परिजन मोके पर पहुंचे तो जितेन्द्र के साथ एक युवती फांसी पर लटकी हुई थी।