देवेश शर्मा
मुरैना 18 जून ;अभी तक ; मुरैना जिले के बदरपुरा में बीते सोमवार रात 10 बजे युवती मलिश्का (19) की तीन गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवती को उसी के परिजन न मारा क्यों कि वे उसके प्रेम प्रसंग से खपा थे।खास बात यह है कि हत्या के बाद परिजनों ने दूसरे को फंसाने पुलिस को झूठी कहानी भी सुनाई।जिस व्यक्ति से जमीन का विवाद चल रहा है,उसी के द्वारा हत्या बताकर आरोपियों के नाम भी बता दिये।लेकिन थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे पिता के लहजे से पुलिस को शक हुआ और मामला हॉरर किलिंग का निकला।
पुलिस जांच में हत्या का आरोप उसके दादा पर ही है। दादा बेटी के प्रेम प्रसंग के चलते गांव के लड़के से प्यार करने से नाराज था। उसने पोती के सिर से कट्टा सटाकर तीन गोली मारीं। इसके बाद पुलिस को झूठी कहानी बनाई।पुलिस जांच में पता चला कि दादा ने गांव के ही एक अन्य व्यक्ति के साथ वारदात को अंजाम दिया था।
पुलिस ने बताया कि घटना जौरा के बदरपुरा में सोमवार रात की है।मृतका का दादा सिरनाम सिंह बागचीनी पुलिस के पास पहुंचा और बताया कि पोती मलिश्का अपने माता-पिता के साथ बाइक पर बालेरा गांव में रहने वाले मामा के घर से लौट रही थी। रास्ते में 4 लोगों ने रोक लिया। मलिश्का ने रास्ता रोकने वालों के लिए कहा- मैंने आपको पहचान लिया है। उसके ये कहते ही एक हमलावर ने देसी कट्टे से उस पर फायर कर दिया। मलिश्का के सिर के पीछे और दोनों कानों के पास तीन गोलियां लगीं। इसके बाद आरोपी फरार गए। सिरनाम ने ये भी कहा कि जिस व्यक्ति से जमीन का विवाद चल रहा है, उसी ने बदला लेने के लिए पोती को मारा है।पोती की हत्या का आरोपी सिरनाम सिंह पहले पुलिस को गुमराह करता रहा।लेकिन मृतका के पिता ने पुलिस को अलग कहानी बताकर पोल खोल दी।
पुलिस जांच के अनुसार, मलिश्का अपने चाचा के साले सूरज कडेरा के साथ रिश्ते में थी। परिवार को इस रिश्ते से कोई आपत्ति नहीं थी, क्योंकि दोनों एक ही समाज के थे और रिश्तेदारी भी थी। फिर मलिश्का का गांव के ही नरेश त्यागी के बेटे सौरभ से प्रेम हो गया। जब परिवार को इसका पता चला तो उन्होंने बेटी को समझाया। मलिश्का नहीं मानी तो माता-पिता ने उसके इस रिश्ते को भी स्वीकार कर लिया, लेकिन दादा सिरनाम सिंह को समाज और गांव में बदनामी सहन नहीं हुई, क्योंकि मलिश्का का पहले एक रिश्ता टूट चुका था और सौरभ दूसरे समाज का भी है।
पुलिस ने बताया कि सिरनाम सिंह ने प्रेम प्रसंग से खपा होकर पोती की हत्या करने का मन बना लिया। उसने अपने गांव के ही एक अन्य व्यक्ति से कहा कि मलिश्का हमारी नाक कटवा चुकी है। अब तुम्हारे बेटे के साथ रहकर तुम्हें भी बदनाम करेगी। इसके बाद दोनों ने मलिश्का की हत्या की प्लानिंग की।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि सिरनाम सोमवार रात करीब 9.30 बजे कोई बहाना बनाकर मलिश्का को गांव के बाहर मुख्य रोड पर बने यात्री प्रतीक्षालय के पास ले गया। सिरनाम ने उसके सिर और गले के बिल्कुल पास से तीन गोलियां मारीं। इसके बाद भागकर घर आ गया। गांव के ही एक व्यक्ति ने उसे भागकर घर आते देख लिया था, जिसने पुलिस को इसकी जानकारी दी।
गांव के ही परिवार पर लगाया हत्या का आरोप
हत्या के बाद सिरनाम पुलिस को गुमराह करता रहा। उसने पुलिस को बताया कि उसके परिवार का गांव के ही भीकम से जमीन विवाद चल रहा है। 8 साल पहले उसने भीकम से 6 बीघा खेत 6 लाख रुपए में खरीदा था। उसकी रजिस्ट्री आज तक नहीं की है। इस विवाद में भीकम के बेटे ने बदला लेने के लिए पोती की हत्या कर दी।
मलिश्का का पिता पुलिस के सामने टूट गया
थाना प्रभारी डिम्पल मौर्य ने बताया कि मलिश्का के पिता लाखन सिंह को पता था कि बेटी को दादा ने ही मारा है। वह बागचीनी थाने में बैठकर रिपोर्ट लिखवा रहा था, लेकिन घबराहट में बार-बार बयान बदल रहा था। उसकी घबराहट से पुलिस को शक हुआ। थाना प्रभारी डिंपल मौर्य उसे थाने केदूसरे कमरे में ले गए। उन्होंने जब सख्ती से पूछताछ की तो लाखन सिंह टूट गया और पूरी बात बता दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान मलिश्का की मां सुआबाई थाने के बाहर लेटी थी। थाना प्रभारी डिंपल मौर्य ने उसे भी अकेले में ले जाकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने ससुर को दोषी बताया। पुलिस आरोपी सिरनाम सिंह को लेने के लिए मुरैना पीएम हाउस पहुंची। उसके थाने ले जाकर पूछताछ की। इस पर उसने पोती की हत्या करना कबूल कर लिया।
पुलिस की साइबर टीम ने जब सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) खंगाली तो हत्या के समय सिरनाम सिंह और गांव के एक अन्य व्यक्ति की लोकेशन घटनास्थल पर ही मिली। लोकेशन ट्रेस होते ही एसडीओपी जौरा नितिन बघेल, एसडीओपी अंबाह रवि प्रकाश भदौरिया, टीआई जौरा उदयभान सिंह यादव, टीआई बागचीनी डिंपल मौर्य सहित पुलिस बदरपुरा गांव के साथी व्यक्ति के घर पहुंची।
वह घर नहीं मिला तो पुलिस उसकी पत्नी को पूछताछ के लिए उठा लाई।पत्नी ने बताया कि उसके पति कल रात से बाहर गए हैं। इससे पुलिस को और पुष्टी हो गई।
दोनों घरों की इज्जत बचाने बनाया प्लान
जानकारी के अनुसार, सिरनाम को पहले से ही पोती का रहन-सहन पसंद नहीं था। वहीं, जब चाचा को पता चला
कि मलिश्का का अफेयर उनके साले से है तो वे भी नाराज हुए, लेकिन परिवार का मामला समझकर कुछ नहीं कहा। सूरज काम के सिलसिले में गुजरात चला गया। मलिश्का से उसकी बातचीत भी बंद हो गई। कुछ दिन बाद वह गांव के ही सौरभ त्यागी को पसंद करने लगी। ये बात पूरे गांव में फैली तो दादा से बदनामी सहन नहीं हुई।