आनंद ताम्रकार
बालाघाट २८ अप्रैल ;अभी तक ; बालाघाट जिले में आदिवासी समाज की तीन नाबालिग और एक युवती से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज होने के तीन घंटे के भीतर ही सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिसमें एक नाबालिग है. दरअसल, यह पूरी घटना 23 अप्रैल की रात लगभग डेढ़ से दो बजे के बीच की बताई जा रही है. नाबालिग आदिवासी लड़कियां और युवती, विवाह समारोह में शामिल होने के बाद अपने घर जा रही थीं. इस दौरान ही हट्टा थाना क्षेत्र के जंगल में आरोपियों सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया.

लड़कियों ने डर की वजह से परिजनों को नहीं दी मामले की जानकारी
लड़कियों ने डर के कारण अपने परिजनों को मामले की जानकारी नहीं दी. अगले दिन गांव के कुछ लोगों को पता चला कि लड़कियों के साथ गैंगरेप हुआ है. जिस पर आदिवासी समाज की बैठक बुलाई और मामले की शिकायत थाने में करने का फैसला किया गया. जिसके बाद थाने में शिकायत दर्ज कराई गई.
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी नगेन्द्र सिंह, हट्टा थाना पहुंचे और मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. इसी बीच पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई. पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए मामले में सभी सात आरोपियो को धर दबोचा.
पुलिस अधीक्षक ने कहा, रोपियों को कठोरतम सजा दिलाएंगे
पुलिस अधीक्षक नगेन्द्र सिंह ने कहा चूंकि घटना, नक्सल प्रभावित ग्राम से संबंधित है. इस पूरे प्रकरण में हम प्रयास करेंगे कि तीन से चार माह में आरोपियों को कठोरतम सजा दिलाई जाए.
बताया जाता है कि नाबालिग लड़कियां और युवती एक विवाह समारोह के बाद घर लौट रही थीं. रात लगभग 2 बजे एक लड़के के साथ, लड़कियां अपने घर लौट रही थी. तभी रास्ते में दो मोटरसाइकिल पर 7 लड़के आए. जिन्होंने लड़कियों के साथ जा रहे लड़के को डरा-धमकाकर भगा दिया तथा लड़कियों के सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया.
मामले में पुलिस ने गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज कर लोकेश मात्रे, लालचंद खरे, अज्जु बगडते, राजेन्द्र कावरे, अजेन्द्र बाहे, मानिराम बाहे और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है. दुष्कर्म करने वाले सभी 7 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार। आरोपियों पर पॉस्को, एससी/एसटी एक्ट और भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज।
जिले के हट्टा पुलिस थाना अंतर्गत दुगलई भगतपुर मार्ग पर 23 अप्रैल को देर रात 4 आदिवासी नाबालिग बालिकाओं के साथ बलात्कार करने वाले 7 आरोपियों को कल न्यायालय में पेश किया गया पुलिस ने 29 अप्रैल तक सभी को रिमांड पर लिया है।
इन तथ्यों की पुष्टि कर थाना प्रभारी अविनाश राठौर ने अवगत कराया गया की पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया की जिस शादी समारोह में शामिल होने के लिये पीड़िता पहुंची थी उसी शादी में शामिल होने के लिये आरोपीगण भी पहुंचे थे आरोपियों ने इन बालिकाओं को शादी में नाचते गाते देखा इसके बाद वहां से जब बालिकायें अपने गांव की ओर जाते दिखी तो कुछ देर बाद आरोपियों ने मोटरसाइकिल से उनका पीछा किया।
जब वे सभी गांव के बाहर जंगल के रास्ते गांव के बाहर पहुंची तो इन लोगों ने उनको रोक लिया तथा उनके साथ चल रहें चाचा को डरा धमकाकर भगा दिया इसके बाद 3 नाबालिक सहित 4 बहनों से इन सभी आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया उस समय उनके साथ 9 साल की बच्ची भी थी जिसे आरोपियों ने पास में बैठा दिया था।
23 अप्रेल को हुई इस शर्मशार घटना के दुसरे दिन आरोपियों और उनके परिजनों ने पीडितों को थाना जाकर शिकायत करने से मना किया उनके प्रलोभन देने का प्रयास किया गया और धमकी भी दी लेकिन 25 अप्रेल को दोपहर में आदिवासी संगठन के पदाधिकारियों को इस घटना की जानकारी मिली जो वे पीडित परिवार से मिले घटनाक्रम की जानकारी ली और उन्हें लेकर पुलिस थाना पहुंचे उसके बाद पुलिस हरकत में आई।
कल पुलिस के एफएसएल अधिकारी ने घटना स्थल का निरीक्षण किया मौके से पीडिताओं की टुटी चुड़िया कान की बाली और अन्य सामग्री मिली जिसे जप्त कर लिया आरोपियों में लोकेश मात्रे,लालचंद खरे, अजेन्द्र बाहे, अज्जू उर्फ बगडते, राजेन्द्र कावरे, मनिराम बाहे, इंगलेश मात्रे सभी ग्राम भगतपुर से है।
इंगलेश मात्रे को पहले नाबालिक बताया जा रहा था लेकिन पुलिस द्वारा उसके दस्तावेजों की जांच की गई तो वह बालिक निकला।
इंगलेश मात्रे को पहले नाबालिक बताया जा रहा था लेकिन पुलिस द्वारा उसके दस्तावेजों की जांच की गई तो वह बालिक निकला।
कल रविवार को ही आरोपियों के पक्ष से लगभग 50 लोग पीडिताओं के परिजनों से मिले और बोले की उनको एक बार माफ कर दो दोबारा गलती नही करेगें इस बात को लेकर गांव में नाराजगी देखी गई।
इस समय विधायक अनुभा मुंजारे भी पीड़ित परिवारों से मिलने उनके गांव पहुंची थी उन्होने परिजनों से कहा की वे किसी से डरे नही वे उनके साथ खडी है। उन्होने यह भी भरोसा दिलाया की शासन से हर संभव मदद दिलाई जायेगी।
इस समय विधायक अनुभा मुंजारे भी पीड़ित परिवारों से मिलने उनके गांव पहुंची थी उन्होने परिजनों से कहा की वे किसी से डरे नही वे उनके साथ खडी है। उन्होने यह भी भरोसा दिलाया की शासन से हर संभव मदद दिलाई जायेगी।