महावीर अग्रवाल
मन्दसौर १८ जून ;अभी तक ; कथा वाचक श्री प्रदीप मिश्रा द्वारा व्यासपीठ से भगवान श्री चित्रगुप्त जी के संबंध में की गई अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में तथा उन पर कार्यवाही के संबंध में कायस्थ समाज मंदसौर द्वारा 18 जून को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिलाधीश प्रतिनिधि अनुविभागीय अधिकारी को दिया गया।
ज्ञापन में कहा कि कथावाचक श्री प्रदीप मिश्रा द्वारा दिनांक 14 जून 2025 को महाराष्ट्र में अपनी कथा के दौरान व्यासपीठ से भगवान श्री चित्रगुप्त जी जो कायस्थ समाज के आराध्य देव है उन पर अमर्यादित एवं अशोभनीय टिप्पणी की गई है। पूर्व में भी इनके द्वारा श्री राधा रानी सरकार के खिलाफ अमर्यादित एवं अशोभनीय टिप्पणी की जा चुकी है। हिन्दू देवी-देवताओं के बारे में इस तरह की अमर्यादित टिप्पणियां करने के मामले में श्री मिश्रा द्वारा रिकॉर्ड बनाया जा रहा है। जिससे समस्त कायस्थ समाज के साथ-साथ समस्त सनातन समाज एवं प्रत्येक सनातनी में भारी रोष व्याप्त है। इसलिये पं. प्रदीप मिश्रा पर कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।
कायस्थ समाज अध्यक्ष शैलेंद्र माथुर ने इस दौरान कहा कि तथाकथित कथावाचक पं. मिश्रा की वाणी पर लगाम नहीं है। वह आये दिन अमर्यादित भाषा का उपयोग करके सुर्खियों में रहना चाहते है। ऐसे कथावाचक का कायस्थ समाज बहिष्कार करता है। कायस्थ समाज मंदसौर की मांग है कि पं. प्रदीप मिश्रा की कथाओं पर पूरे देश में तुरंत रोक लगानी चाहिए तथा श्रोताओं को भी उनकी कथाओं का बहिष्कार करना चाहिए। शासन भी देवी देवताओं का सदैव अपमान करने वाले पं प्रदीप मिश्रा के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए।
इस अवसर पर मंत्र लेखन के राष्ट्रीय संयोजक नरेंद्र श्रीवास्तव मनासा वाले, कायस्थ समाज के अध्यक्ष शैलेन्द्र माथुर, सचिव लालबहादुर श्रीवास्तव, विक्रम भटनागर, आशीष गौड़, कृष्णकांत (गुड्डू) श्रीवास्तव, महेन्द्रसिंह भटनागर, चन्द्रशेखर निगम, कुलदीप सक्सेना, राजनारायण भटनागर, कुलदीप सक्सेना, दीपेश श्रीवास्तव, एस.एन. श्रीवास्तव, राजेश गौड़, के.एन. सक्सेना, महिला मण्डल अध्यक्ष श्रीमती रमादेवी माथुर, राघवेन्द्र श्रीवास्तव, अरूण गौड़ नीता श्रीवास्तव, चन्द्रशेखर गौड़ सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।