महावीर अग्रवाल
मंदसौर २२ मई ;अभी तक ; भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा एंव प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के मार्गदर्शन में भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश दीक्षित नेतृत्व में जिला भाजपा कार्यालय मंदसौर पर देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर आयोजित जनप्रतिनिधि सम्मेलन मुख्य वक्ता राज्यसभा सांसद एंव किसान मोर्चा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर और सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक मदनलाल राठौर के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्गा पाटीदार, नपा.अध्यक्ष रमादेवी गुर्जर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनुप्रिया यादव, कार्यक्रम जिला संयोजक एंव भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेश पालीवाल, कार्यक्रम जिला सह संयोजक एंव महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष निर्मला गुप्ता मंचस्थ थे। कार्यक्रम का शुभारंभ पं.दीनदयाल उपाध्याय, डॉ.श्यामाप्रसाद मुखर्जी, देवी अहिल्याबाई होल्कर के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। तत्पश्चात मंचस्थ अतिथि गणों का स्वागत कार्यक्रम जिला टोली एंव जनप्रतिनिधिगणों द्वारा किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में रानी अहिल्याबाई होल्कर के सामाजिक योगदान पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन उपस्थित जनप्रतिनिधि गणों द्वारा किया गया।
जनप्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद एंव किसान मोर्चा जिला उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर ने कहा की देवी अहिल्या बाई बचपन से ही शिव भक्त थी, मां नर्मदा के तट पर नियमित पूजा, यज्ञ और सत्संग का हमेशा आयोजन किया। जिस प्रकार पूज्य शंकराचार्य जी ने चारों दिशाओं में चार मठों की स्थापना कर सनातन संस्कृति को पुर्नस्थापित किया, ठीक उसी प्रकार मां अहिल्या ने पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक हमारे खंडित मान बिन्दुओं का जीर्णाेद्धार कर पुर्नस्थापना की। उन्होनें 4 धाम, 12 ज्योर्तिलिंग, 7 पुरी का निर्माण व जीर्णाेद्धार लगभग 16 करोड़ की अपनी निजी संपत्ति से करवाया जिसका मुल्य आज 300 साल के बाद लगभग 5 लाख करोड़ से भी अधिक है। उन्होंने कुशावर्त घाट बनवाया। अयोध्या का राम मंदिर, रामेश्वर, काशी विश्वनाथ सहित देशभर में 3 हजार से अधिक मंदिरों के जीर्णोद्धार का काम कर भारत को सजाने व संवारने का कार्य किया। आज हम मा. मोदी जी के नेतृत्व में पुनः सांस्कृतिक उत्थान देख रहे है जैसे-काशी विश्वनाथ कॉरिडोर हो या बाबा महाकाल लोक हो या मंदसौर का भगवान पशुपतिनाथ लोक। मा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में चार धाम सर्किट जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों का कायाकल्प हुआ है। राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के साथ भारत की सांस्कृतिक आत्मा को नव गौरव प्राप्त हुआ है।
श्री गुर्जर ने आगे कहा की मां अहिल्या ने समाज को महिला सशक्तिकरण के रूप में दहेज विरोधी कानून, शिक्षा का अधिकारी, युद्ध कौशल में दक्षता, विधवा पुर्नविवाह और गोद लेने जैसे अधिकार प्रदान किये है। समानता का ढिंढौरा पीटने वाले पश्चिम देशों में तो महिलाओं को वोट देने का अधिकार भी आंदोलन के बाद मिला। न्यूजीलैंड में 1893, ईटली में 1945, कनाड़ा में 1917, जर्मनी में 1918, इंग्लैंड में 1918 में सिर्फ 30 महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला था, इसी तरह ऑस्ट्रिया व नीदरलैंड में 1919 तथा अमेरिका में 1920 में महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला। लेकिन भारतवर्ष में इसके लिए महिलाओं को संघर्ष नहीं करना पड़ा। हमारे संविधान में ही इसका प्रावधान है। आज मा. प्रधानमंत्री जी ने मॉ अहिल्याबाई द्वारा दिखाये गये मार्ग पर चलते हुए एन.डी.ए. में महिला अधिकारियों के शौर्य को देश ही नही विदेश के सामने भी प्रकट किया है। लोकसभा और विधानसभा चुनावों में महिलाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण का निर्णय भी मॉ अहिल्याबाई के जीवन को समर्पित है। एक जनप्रतिनिधि और शासक के रूप में माँ अहिल्याबाई ने अच्छे कार्यों का श्रेय ईश्वर को समर्पित किया। वही त्रुटि होने पर उसकी जिम्मेदारी स्वयं ली। मेरा इस अवसर पर उपस्थित आप सभी जनप्रतिनिधिगणों से आग्रह की एक सच्चे जनप्रतिनिधि के रूप में अच्छे कार्यों का श्रेय ईश्वर की कृपा को दे और यदि गलती हो जाती है तो उसकी जिम्मेदारी खुद लेकर आगे के लिये सबक ले।
जनप्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए सहकारिता प्रकोष्ठ प्रदेश संयोजक मदनलाल राठौर ने कहा की मां अहिल्या का जन्म 31 मई, 1725 को महाराष्ट्र कि एक छोटे से गांव चौड़ी में हुआ था, जो अहिल्या नगर जिले में स्थित है। इनके पिता मनकोजी राव मराठा सेना में सिपाही थे। मात्र 12 वर्ष की आयु में राजवधू बनकर इंदौर आई थी। इनके पति श्री खंडेराव होलकर जी सन् 1754 में कुंभेर की लड़ाई में वीरगति को प्राप्त हुए थे, तब मां अहिल्या की उम्र मात्र 29 वर्ष की थी, वे पति की चिता के साथ सती होना चाहती थी, लेकिन ससुर मल्हार राव जी ने बच्चों और स्वयं की देखरेख का वास्ता देकर उन्हे रोक लिया था, परन्तु 12 साल बाद उनके ससुर श्री मल्हार राव जी का भी निधन 1766 में हो गया था। तब मां अहिल्या बाई के पुत्र भालेराव ने सिंहासन संभाला, लेकिन वे केवल एक वर्ष बाद मृत्यु को प्राप्त हो गये, मां अहिल्या ने राघोवा दादा का हमला आपसी सूझबूझ से रोका और सिंहासन को संभाला। मात्र 42 वर्ष की उम्र में स्वजनों की मृत्यु के वज्रपात को सहन करते हुए सन् 1767 में मां अहिल्या का जीवन संघर्ष जारी रखा और लोकमाता के रूप में जनता के बीच आज भी स्मरण की जाती है। एक गाय के बछड़े की मोत का जिम्मेदार जब उनका पुत्र होता है तो वे एक सच्ची लोकमाता के रूप में अपने पुत्र को सजा देने के लिये घर से निकल पड़ती है।
श्री राठौर ने कहा की माँ अहिल्या ने अपना सारा जीवन शिव जी को समर्पित करके व्यतीत किया, वह कहती थी ईश्वर ने मुझ पर जो उत्तरदायित्व रखा है, उसे मुझे निभाना है मेरा काम प्रजा को सुखी रखना है, मैं अपने प्रत्येक काम के लिए जिम्मेदार हूं। मां अहिल्या ने अपने राज्य का मूल तत्व सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय रखा था, मां जानती थी कि यथा राजा तथा प्रजा इसलिए उन्होनें अपने आचरण को शुद्ध, पवित्र और पारदर्शी बनाकर रखा था। कठिन परिस्थितियों के बीच सुशासन कैसे चलाया जा सकता है, इसका उदाहरण उन्होंने प्रस्तुत किया। उन्होंने पूरे समर्पण के साथ जनता की सेवा की।
जनप्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश दीक्षित ने कहा की जिला भाजपा द्वारा देवी अहिल्याबाई की 300वीं जन्म जयंती को जिले के सभी मंडलों और नगरीय निकायों में भव्यतम रूप से मनाने के लिये विस्तृत कार्ययोजना के तहत 15 सदस्यीय टोली का गठन किया गया है। टोली के सभी सदस्य मंडल अध्यक्ष गण और आप सभी जनप्रतिनिधिगणों से संपर्क कर अपने-अपने क्षेत्र में माँ अहिल्याबाई के जीवन पर आधारित विभिन्न सामाजिक और रचनात्मक कार्यक्रमों को सम्पन्न करेगें। हमारी यह श्रृंखला लगातार 31 मई तक चलेगी। कार्यक्रम में स्वच्छता अभियान, पर्यावरण, रंगोली सहित कई प्रतियोगिता का संपादन भी करना होगा। श्री दीक्षित ने कहा की हमें देवी अहिल्याबाई होल्कर की शासन करने की शैली को समझकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य निरंतर करते रहने होगा। मुझे पूर्ण विश्वास है की आप सभी जनप्रतिनिधिगणों की सक्रीयता से हम अपने जिले मंदसौर में इस जयंति को ऐतिहासिक रूप से सम्पन्न करेगें।
जनप्रतिनिधि सम्मेलन का संचालन कार्यक्रम जिला सह संयोजक एंव महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष निर्मला गुप्ता ने किया एंव आभार कार्यक्रम टोली सदस्य राधा सोनी ने माना। कार्यक्रम में नगरपालिका नगरीय निकाय के अध्यक्ष उपाध्यक्ष, पार्षद गण, जिला पंचायत सदस्य गण, जनपद पंचायत सदस्य गण, सरपंच गण सहित अनेक जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
उक्त जानकारी भाजपा जिला मीडिया प्रभारी निलेश जैन ने दी।