आशुतोष पुरोहित
खरगोन 17 मार्च /- मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के मण्डलेश्वर में आज एक ग्रामीण किसान ने नायब तहसीलदार कार्यालय के सामने कीटनाशक दवाई पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। हलाकि मौके पर मौजूद लोगो ने ग्रामीण को रोका। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची मण्डलेश्वर पुलिस ने ग्रामीण किसान को मण्डलेश्वर अस्पताल लेकर पहुंची। हलाकि ग्रामीण को प्रारम्भिक उपचार के बाद पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीण को जिला अस्पताल खरगोन रैफर कर दिया।
खरगोन जिला अस्पताल में ग्रामीण किसान की हालत फिलहाल खतरे से बहार बताई जा रही है।
मण्डलेश्वर थाने के सांगवी गांव निवासी संदीप सोलंकी ने जिला अस्पताल में मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया की
जमीन को नक्शे अनुसार चिन्हित कर सीमांकन नही किया जा रहा है। पीड़ित युवक संदीप सोलंकी का कहना है की पिछले 6 माह से नायब तहसीलदार कार्यालय के चक्कर लगा रहा है लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही है। आज भी सुनवाई नही होने पर कीटनाशक पीकर आत्महत्या का प्रयास किया। पीड़ित ग्रामीण ने चरनोई की जमीन दूसरे को बेचने का भी आरोप लगाया है।
इधर मण्डलेश्वर एसडीएम अनिल जैन ने सारे आरोपों को खारिज किया है। एसडीम जैन का की ग्रामीण संदीप सोलंकी निवासी सांगवी की जमीन का जनवरी में ही सीमांकन हो गया है। संदीप ने पडोसी महेन्द्र पाटीदार द्रवारा जमीन पर कब्जा बताया था लेकिन संदीप ने अपनी जमीन से ज्यादा जमीन मौके पर मिली। संदीप ने ही खूद महेन्द्र पाटीदार की जमीन पर कब्जा कर रखा है।
सीमांकन होने के बाद संदीप सोलंकी को नक्शा सहित सभी आवश्यक दस्तावेज भी दे दिये गये है लेकिन प्रशासन पर हमेशा दबाब बनाने का संदीप प्रयास कर रहा है। संदीप ही अपनी मूल जमीन से ज्यादा जमीन पर काबिज है।
पट्टे पर जमीन देने के संदीप के आरोप पर एसडीएम जैन का कहना था की नायब तहसीलदार कार्यालय से पट्टे नही दिये जाते। महेन्द्र की जमीन पर ही संदीप काबिज है।
करीब 15 दिन पहले राजस्व निरीक्षक के साथ गाली-गलौज और अपशब्दो पर राजस्व निरीक्षक ने थाने में शिकायत की थी। एफआईआर भी हुई थी। बाद समझाइस देकर छोड दिया था। एसडीएम अनिल जैन के अनुसार नायब तहसीलदार ने बताया है की संदीप की मानसिक स्थिती ठीक नही है।