महावीर अग्रवाल
मंदसौर,कयामपुर/सीतामऊ १५ अप्रैल ;अभी तक ; मध्यप्रदेश के लिये गौरव का विषय हैं की विश्व में जिनकी ख्याती है,उनका जन्म महु में 14 अप्रैल 1891 में हुआ था। जिनको 9 भाषाओं की जानकारी के साथ ही 32 उपाधी प्राप्त थी। ऐसे महान डा.भीमराव अम्बेडकरजी का जन्म मध्यप्रदेश में हुआ है। उक्त विचार मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद विकासखण्ड सीतामऊ द्वारा आयोजीत डा.भीमराव अम्बेडकरजी की जंयती कार्यक्रम में शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय कयामपुर मे मंगलवार को संकुल प्राचार्य एवं मुख्यवक्ता विक्रम शर्मा ने व्यक्त किये।
संकुल प्राचार्य विक्रम शर्मा ने कहा की संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष डा.भीमराव अम्बेडकरजी के नेतृत्व मेें 2 साल 11 माह 18 दिन में संविधान को लिखा गया था। जो 26 जनवरी 1950 को लागु किया गया था। भारत के पहले विधि मंत्री डां.भीमराव अम्बेडकर बने,जिन्होन छुआछुत का विरोध किया। उन्होने हर नागरिक को समानता का अधिकार दिया। श्री शर्मा ने जल गंगा संवर्धन अभियान के बारे में बताया की पृथ्वी मात्र 1.2 प्रतिशत जल पीने योग्य है जिसे बचाना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में सरपंच जगदीश माली ने डा.अम्बेडकरजी की जंयती पर अपने विचार व्यक्त किये। विकासखण्ड समन्वयक नारायणसिंह निनामा ने कहा की डां.भीमरावजी अम्बेडकर का जीवन संघर्ष पुर्ण रहा। उनका जीवन समाज के लिये आदर्श है। श्री निनामा ने कहा की पानी हम बना नहीं सकते है,लैकिन सहज जरूर सकते है। शिक्षक पंकज मण्डलोई ने कहा की पानी का उपयोग कम और अपव्यय अधिक हो रहा है। दैनिक जीवन में जल की छोटी-छोटी बचत कर हम जल गंगा संवर्धन अभियान को सफल बना सकते है। परामर्शदाता हरिओम गंधर्व,दयाराम गोस्वामी ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में परामर्शदाता चरणसिंह चौहान,मंगला बैरागी,ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति बर्डिया बरखेडा मांगीलाल लिलोरिया,मुख्यमंत्री सामुदायीक नेतृत्व क्षमता विकास पाठृयक्रम की छात्रा ज्योती धाकड,नवांकुर संस्था नाटाराम प्रगतिशील विकास समिति के कार्यक्रम समन्वयक हरिओम गंधर्व,जनजागरण विकास समिति के दिलीप भटनागर,शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक-शिक्षकाएं एवं मध्यप्रदेश जनअभियान परिषद के प्रस्फुटन,नवांकुर,सीएमएलडीपी के सामाजिक कार्यक्रर्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन हरिओम गंधर्व ने किया। अंत में आभार नारायणसिंह निनामा ने माना।