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    मन्दसौर सीए ब्रांच द्वारा बैंक ऑडिट विषय पर सेमिनार का आयोजन

    महावीर अग्रवाल 
    मन्दसौर २ अप्रैल ;अभी तक ;   बैंकों में आम जनता का डिपॉजिट रहता है और इसी जमा राशि में से बैंकों द्वारा विभिन्न ऋणदाताओं को ऋण प्रदान किया जाता है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया व बैंक प्रबंधन अंकेक्षकांे से यह अपेक्षा रखता है कि अपनी ऑडिट प्रक्रिया में वे यह सुनिश्चित करे कि जनता का डिपाजिट भी सुरक्षित है और ऋणदाताओं को दिये गये धन का भी सही उपयोग किया जा रहा है। बैंक ब्रांच ऑडिट करते समय हमें अपनी कार्यकुशलता, अनुभव, तकनीकी ज्ञान सभी का एक साथ प्रयोग करना पड़ता है। सीमित समयावधि में किस प्रकार से हम अपने तकनीकी ज्ञान व अनुभव से बैंक ऑडिट के दौरान सूक्ष्म जॉंच कर सकते हैं, यही सीखने के लिये इंस्टीट्यूट द्वारा विभिन्न सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है जिनमें बैंक ऑडिट की बारीकियों के बारे में सीखने का अवसर प्राप्त होता है।’
                            उक्त विचार दि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की ऑडिटिंग व एश्योरेंस स्टैण्डर्ड बोर्ड द्वारा मन्दसौर में आयोजित बैंक ऑडिट विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए रतलाम के वरिष्ठ चार्टर्ड अकाउंटेंट सीए प्रमोद नाहर ने व्यक्त किये।
                               सेमिनार के द्वितीय वक्ता मन्दसौर के चार्टर्ड अकाउण्टेन्ट सीए रोहन सोमानी ने लांग फार्म आडिट रिपोर्ट के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस रिपोर्ट में उन सभी तथ्यों का उल्लेख किया जाना चाहिए जो ऑडिट के दौरान अंकेक्षक के संज्ञान में आती है और जिनका नकारात्मक प्रभाव बैंक की लाभप्रदता पर होता है। उन्होंने इस रिपोर्ट से संबंधित सदस्यों के प्रश्नों का समाधान करते हुए बताया कि यह रिपोर्ट ऑडिट की गुणवत्ता को प्रदर्शित करती है। इसे पूर्ण गंभीरता के साथ अध्ययन करने के बाद ही प्रस्तुत किया जाना चाहिये।
    कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए ब्रांच चेयरमेन सीए राजेश मंडवारिया ने पिछले एक माह के दौरान ब्रांच द्वारा की गयी गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि मन्दसौर ब्रांच द्वारा सीए विद्यार्थियों के लिए मॉक टेस्ट का निरंतर संचालन किया जा रहा है जिसका लाभ अधिक से अधिक विद्यार्थियों को उठाना चाहिये। बैंक ऑडिट विषय पर आयोजित सेमिनार का आयोजन भी बैंक आडिट प्रारंभ होने के ठीक पूर्व रखा गया है ताकि सभी सदस्य लाभान्वित होकर और अधिक गुणवत्ता के साथ बैंक ऑडिट कार्य पूर्ण कर सकें। अतिथियों का परिचय सीए सत्यनारायण काला व सीए नितिन देवनानी ने दिया। सीए मोटो सांग की प्रस्तुति सीए अर्पित नागर ने दी। कार्यक्रम का संचालन सीए मयंक जैन ने किया व आभार प्रदर्शन सचिव सीए नीतेश भदादा ने किया।
    कार्यक्रम में मन्दसौर सीए ब्रांच की विद्यार्थी यूनिट सीआईसीएएसए में निर्वाचित विद्यार्थियों अर्चित जैन, किसलय सैन व खादिजा नगरीवाला का भी स्वागत किया गया। सेमिनार में बड़ी संख्या में चार्टर्ड अकाउण्टेन्ट्स ने सहभागिता प्रदान की।

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