महावीर अग्रवाल
मंदसौर १६ अप्रैल ;अभी तक ; भरतीस ज्योतिष परिषद के जिला अयक्ष पं. शिवप्रकाश जोशी ने बताया कि दशपुर नगरी मंदसौर में महा सोमयज्ञ का आयोजन हो रहा है जोे विश्व शांति के लिये तथा कई रोग, दोष, महामारी गृह दोष, वास्तु दोष , देश एवं विश्व शान्ति के लिये श्रेेष्ठ यज्ञ है। पुराणों में उल्लेख है।
महाशिव पुराण में भी इसका उल्लेख आया हैं ।त्रैता युग में भगवन श्री राम द्वारा रावण एवं समस्त राक्षसों का अंत कर विश्व शांति महासौम्य यज्ञ का आयोजन किया गया था। द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत महा विश्व युद्ध समाप्ति के प्श्चात महाराज युद्धिष्ठर के द्वारा विश्व शांति हेतु आयोजन किया गया था। यह आायोजन हमारे नगर के साथ साथ प्रदेश ,देश एवं सारे विश्व की शांति के लिये तथा धन समृद्धि ,वैभव ,आरोग्यता, खुशहाली, वास्तु दोष, गृह दोष, नक्षत्र दोष, संतान प्राप्ति आदी सभी प्रकार के आदिव्याधीयों को दुर करने के लिये सर्वश्रेष्ठ माना गया है ।इस यज्ञ के दर्शन करने से ही सारे पापों का अंत होता है तथा पुर्ण की प्राप्ति होती है। पितृ दोष की शान्ति, गृह पीड़ा, नक्षत्र दोषों की शांति हेतु वर्ष विक्रम संवत् 2082 वर्षा श्रेष्ठ होगी। खरीफ और रबी की फसल श्रेष्ठ होगी। देश में शान्ति रहेंगीं। चादी सोना के साथ सभी धातुओं मे खुब तेजी रहेगी। कृषि उपज के दान विशेष बड़ेगे। वैशाख व जैष्ठ मे दोंगड़े ओला वृष्ठी वायुवी तुफान आदी की संभावना रहेंगी। किसान एवं व्यापारीयों के युवा छात्र वर्गो के लिये उन्नती के विशेष अवसर प्राप्त होगें। वर्ष के राजा सुर्य एवं प्रधानमंत्री भी सुर्यदेव है। अतः भीषण गर्मी के साथ साथ वर्षा भी अतिश्रेष्ठ होगी। कही कही लु एवं आगजनी वाहन दुर्घटना वायु तुफान आदि से हानी की संभावाना है। विश्व शांति की शुभकामनाओं सहित ऐसे महा सोमयज्ञ के सफल आयोजन के लिये भारतीय ज्योतिष परिषद एवं समस्त जन मानस आभारी है।