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    म.प्र. शिक्षक संघ ने लोकमाता अहिल्याबाई के जीवन दर्शन पर व्याख्यान आयोजित किए

    महावीर अग्रवाल 

    मन्दसौर ७ अप्रैल ;अभी तक ;   मध्यप्रदेश शिक्षक संघ जिला इकाई मंदसौर कुशाभाऊ ठाकरे प्रेक्षागृह पीजी कॉलेज मन्दसौर में पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई की त्रिशताब्दी जयंती पर उनके जीवन दर्शन पर आधारित व्याख्यान का आयोजन किया गया । जिसकी अध्यक्षता मध्य प्रदेश शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष विक्रम शर्मा ने की। प्रांतीय कोषाध्यक्ष श्री विनोद कुमार पुनी द्वारा कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत की गई।

                                      मुख्य वक्ता अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की महामंत्री प्रोफेसर डॉ. गीता भट्ट ने अपने उद्बोधन में कहा आज एक बड़ा शुभ दिन है रामनवमी के दिन मंदसौर में भगवान पशुपतिनाथ की ऐतिहासिक नगरी में पुण्य श्लोक लोक माता अहिल्याबाई का पुण्य स्थान है। मालवा के इस क्षेत्र में आज से 300 वर्ष पूर्व लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी के द्वारा यहां अपना सुशासन चलाया गया। ऐसी पुण्य धरती पर मुझे आप सभी के साथ कुछ बिंदु रखने का अवसर प्राप्त हुआ लोकमाता अहिल्याबाई होलकरजी 300 वर्ष पूर्व एक ऐसी रानी जिन्होंने 30 वर्ष तक एक राज्य का शासन संभाला। अगर आप देखे तो आज के परिपेक्ष में तो किसी भी राजनेता के लिए 5 वर्ष के कार्यकाल के बाद पुनः जनता के बीच जाकर एक बार पुनः निर्वाचन होने के लिए आग्रह करना पड़ता है तो उसके समक्ष भी बड़ी चुनौती होती है और ऐसे 30 वर्षों तक लगातार एक राज्य का शासन संभालना लोकमाता अहिल्याबाई का पूरा कार्यकाल जो भारत के इतिहास में अनोखा कार्यकाल है जिसे भी अगर छुपाया जाए तो भारत की जनता से इसे ना बताया जाए तो यह बहुत बड़ा अन्याय होगा।  लोकमाता ने अपना सम्पूर्ण जीवन जनसेवा के कार्यों में समर्पित कर दिया।

    प्रांतीय संगठन मंत्री श्री हिम्मत सिंह जैन द्वारा बताया कि लोक माता अहिल्याबाई के समय की न्याय व्यवस्था का एक उत्कृष्टतम उदाहरण तब प्रस्तुत किया। आज के इस कार्यक्रम में बहनों ने रामनवमी के अवसर पर उपस्थित होकर संगठन को एक नई ऊर्जा देने का कार्य किया जो अनुकरणीय है। लोकमाता अहिल्याबाई ने कहा सत्याधर्म मानवता की सेवा में है। आध्यात्मिकता ही जीवन का परम लक्ष्य है भौतिक सुखों से परे आनंद की अनुभूति देती है। लोकमाता ने अपना पूरा जीवन अपनी राजनीति अपने कार्य पद्धति को आध्यात्मिकता का आधार लेकर आगे बढ़ाया है बड़ा दुःख होता है जिस देश में लोकमाता ने आध्यात्मिकता की राजनीति की उस देश में आज ऐसे लोग हैं जो धर्म को राजनीति से अलग देखना चाहते हैं। प्रसन्नता का विषय है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रेरणा से धर्म का सहयोग लेकर कैसे राजनीति की जा सकती है यह उदाहरण कुछ समय पहले प्रस्तुत हुआ। पूर्ण विश्वास है कि धर्म राजनीति में परम आवश्यक है यह सिद्ध होते-होते भारत विश्व गुरु बनेगा।

    प्रांताध्यक्ष श्री छत्रवीरसिंह राठौर द्वारा अपने उद्बोधन में बताया कि विद्या भारती के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को मध्य प्रदेश शिक्षक संघ द्वारा प्रस्ताव बना कर दिया गया कि सीएम राईज विद्यालय को सांदीपनि आदर्श विद्यालय नामकरण किया जाए जिस पर मुख्यमंत्री द्वारा प्रांताध्यक्ष के इस प्रस्ताव को स्वीकार कर विद्या भारती के कार्यक्रम में घोषणा कर सीएम राईज  विद्यालय को सांदीपनि आदर्श विद्यालय नाम रखा गया। जिसका मध्य प्रदेश शिक्षक संघ ने आभार माना।
    कार्यक्रम का संचालन व्याख्यानमाला संयोजक शंकरलाल आंजना और जिला सचिव भरत पपोंडिया ने किया और आभार प्रदर्शन जिला कोषाध्यक्ष कांतिलाल राठौर ने माना। अंत में कल्याण मंत्र दीदी कल्पना नागदा द्वारा प्रस्तुत किया।

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