दीपक शर्मा
पन्ना ३ अप्रैल ;अभी तक ; मध्य प्रदेश में 1 अप्रैल से प्रत्येक जिले में नई शराब दुकान खोली जा रही है जबकि पन्ना जिले के रैपुरा तहसील मुख्यालय में रैपुरा एवं बघवार कला में नई दुकान स्वीकृत हुई थी। वही ग्राम बघवार कला के लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने के बाद बघवार कला से दुकान को ताखोरी के लिए शिफ्ट किया गया परंतु ताखोरी ग्राम की आदिवासी महिलाओं ने हाथ में डंडा लेकर रात्रि जागरण कर ताखोरी में नई शराब दुकान खोले जाने का विरोध किया
जिसको लेकर जिले के आबकारी मुखिया की आंख खुली और वह जनता का आक्रोश देखकर आज दिनांक 3 अप्रैल को ग्राम पिपरिया कला पहुंचे जहां उन्होंने नई दुकान खोलने के लिए मुआयना किया।
इसकी भनक जैसे ही पिपरिया ग्राम के लोगों को लगी उन्होंने तुरंत ही आवेदन बनाकर रैपुरा थाना पहुंचे जहां आबकारी अधिकारी जो कि थाना प्रभारी रैपुरा के चेंबर में लगभग 2 घंटे तक बैठे रहे और बाहर जनता उनका इंतजार करती रही की आबकारी अधिकारी आएंगे और हमारी समस्याएं सुनेंगे परंतु उन्होंने जनता से मिलने के लिए इंकार साफ इनकार कर दिया मीडिया कर्मियों ने भी आबकारी अधिकारी से उनके वक्तव्य लेने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि मैं पन्ना में वक्तव्य दूंगा
अब प्रश्न यह उठता है कि आबकारी अधिकारी छोटी सी हासिल रैपुरा के पत्रकारों के कैमरे से अपना जवाब देते हुए बचते नजर आए
इस प्रकार यदि आबकारी अधिकारी मीडिया कर्मियों को अपना वक्तव्य नहीं देंगे तो क्या अब रैपुरा से पन्ना 130 किलोमीटर दूर आबकारी अधिकारी के वक्तव्य लेने की किसी को क्या जरूरत पड़ी है
फिलहाल आबकारी अधिकारी की मनसा है कि गांव देहात में नई शराब दुकान खोलकर वहां के भोले वाले मजदूर किसानों को शराब की आदत डलवा कर उनका घर बिगड़ दिया जाए जिससे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी की
लाड़ली बहनाओं को परेशानियों का सामना करना पड़े