रवीन्द्र व्यास
छतरपुर ५ मई ;अभी तक ; लव जिहाद के बढ़ते मामले पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इसे देश का दुर्भाग्य और बुंदेलखंड के लोगों का दुर्भाग्य बताते हुए कहा कि बिगड़ते बच्चों के संस्कार देश में एक गंदी परंपरा प्रारंभ हो रही है लव जिहाद के बढ़ने का यह सबसे बड़ा कारण है।
उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि अपनी बच्चियों के संस्कार पर ध्यान नहीं दिया जाना । हम समस्त भारतीय हिंदुओं से प्रार्थना करते हैं आप अपने बच्चों को संस्कारवान बना प्रज्ञावान बनाए ।आप अपने बच्चों को खूब अंग्रेजी में पढ़ाओ सब कुछ पढ़ाओ, लेकिन अपने बच्चों को इतना कट्टर बनाओ कि आपकी बेटी आपका बेटा दूसरे मजहब के चक्कर में ना पड़े। आपकी बच्ची आपका बेटा दूसरे मजहब के चक्कर में पढ़ रहा है तो निश्चित रूप से यह संपूर्ण हिंदू समाज के लिए दुर्भाग्य की बात है।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह इन लोगों की एक सोची समझी साजिश है। सभी मुसलमान नहीं पर कुछ मुसलमान देश को गजवा ए हिंद बनाना चाहते हैं, उनके विदेश में आका बैठे हैं वहां से यह फंडिंग करते हैं ।यह प्रायोजित तरीके से भारत में दंगा, हिंदुओं पर अत्याचार कर रहे हैं ताकि हिंदू डर जाए, हिंदू मिट जाए, हिंदू भाग जाए लेकिन दुर्भाग्य यह है कि हिंदू इस बात को समझ ही नहीं रहा है। ,हिंदू एकजुट नहीं हो रहा है, हिंदू छुआछूत में अभी भी पड़ा है, हिंदू गांव गांव में जातिवाद में अभी भी पड़ा है ,हिंदू क्षेत्रवाद में अभी भी पड़ा है, निश्चित रूप से कह सकते हैं कि हिंदू अपनी मौत को खुद बुला रहा है। आखिर एक धीरेंद्र शास्त्री कब तक इस देश को बचाएगा घर-घर जब तक धीरेंद्र शास्त्री नहीं होंगे तब तक भारत हिंदू राष्ट्र नहीं बनेगा तब तक हिंदू सुरक्षित होने वाला नहीं है ।