महावीर अग्रवाल
मंदसौर ८ फरवरी ;अभी तक ; दिल्ली विस चुनावों में मालवीय नगर विस सीट पर मंदसौर के भाजपा नेता विजय अठवाल एवं प्रितेश चावला का चुनावी मैनेजमेंट फंडा तगड़ा काम आया। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के नेतृत्व और निर्देशानुसार मप्र से कुछ चुनिंदा भाजपा नेताओं को दिल्ली की मालवीय नगर विस सीट पर चुनावी मैनेजमेंट संभालने के लिए चयन किया गया था। उसमें मंदसौर से विजय अठवाल एवं प्रितेश चावला भी शामिल थे।
दिल्ली चुनावों में भाजपा ने लंबे सूखे के बाद आखिरकार जीत का परचम फहराया। इसी जीत में दिल्ली की मालवीय नगर विस सीट भी भाजपा के खाते में गई। जिस पर भाजपा के सतीश उपाध्याय चुनाव जीते। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सतीश उपाध्याय मप्र के भाजपा सहप्रभारी थे। यहीं कारण रह कि मप्र के कुछ चुनिंदा भाजपा नेताओं को मालवीय नगर विस की जिम्मेदारी सौंपी गई। इन चुनिंदा कार्यकर्ताओं में मंदसौर से भाजपा नेता विजय अठवाल एवं प्रितेश चावला भी शामिल थे। विस चुनाव के दौरान मालवीय नगर विस के भाजपा उम्मीद्वार सतीश उपाध्याय के समर्थन में विजय अठवाल एवं प्रितेश चावला ने वहां के स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर भाजपा की जीत के लिए दिन रात एक कर दिए। एक रणनीति के तहत योजनाबद्ध तरीके से सतीश उपाध्याय के समर्थन में प्रचार-प्रसार किया गया। इसी का परिणाम रहा कि सतीश उपाध्याय अच्छे खासे मतों से विजय रहे।
आपको बता दे कि विजय अठवाल छात्र राजनीति से ही मैनेजमेंट गुरु के रूप में जाने जाते है साथ ही प्रितेश चावला के पिता भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री कैलाश चावला को भी चुनावी मैनेजमेंट के लिए पहचाना जाता था। इसी के चलते कई महत्वपूर्ण चुनावों में न सिर्फ उन्होंने जीत हासिल की, बल्कि कई चुनावों में भाजपा की जीत में महत्वपूर्ण रोल अदा किया। इधर युवाओं में पैठ रखने वाले प्रितेश चावला रेडक्रॉस चेयरमेन के तीन चुनाव लगातार जीते हैं। इसके अलावा वर्तमान में उनकी धर्मपत्नी नम्रता चावला नपा उपाध्यक्ष है। उन्होंने जिस वार्ड से भाजपा के लिए विजयश्री प्राप्त की, उस पर बाईस सालों से कांग्रेस का ही कब्जा था। कुल मिलाकर चुनावी मैनेजमेंट की क्षमता का परिचय रखने वाले विजय अठवाल एवं प्रीतेश चावला ने एक बार फिर दिल्ली चुनाव में मंदसौर का नाम गौरवान्वित किया ।