एस पी वर्मा
सिंगरौली २९ मार्च ;अभी तक ; जिले में व्याप्त भ्रस्टाचार, विस्थापन, बेरोजगारी, प्रदूषण आदि को लेकर सिंगरौली कांग्रेस द्वारा जन आक्रोश आंदोलन का आयोजन किया गया. आंदोलन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हरीश चौधरी राष्ट्रीय महासचिव सह प्रदेश प्रभारी मौजूद रहे. विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल व सी डब्लू सी सदस्य पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल मौजूद रहे.
कलेक्ट्रेट कार्यालय के पास जुड़वा तालाब के प्रांगण में आयोजित जन आक्रोश आंदोलन को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री चौधरी ने कहा कि प्रदेश सरकार को मुख्यमंत्री मोहन यादव नहीं चला रहे हैं बल्कि प्रधानमंत्री मोदी जी के उद्योगपति दोस्त चला रहे हैं. दौलत की ताकत से मध्य प्रदेश का फैसला पूँजीपति ले रहे हैं.उद्योगपतियो को लाभ पहुँचाने किसानो व भू स्वामियों के शोषण के लिए प्रदेश सरकार एक नया क़ानून लायी है जिसमे बिना एक रूपया मुआवाजा का भुगतान दिए भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. केंद्र सरकार को घेरते हुए राष्ट्रीय महासचिव श्री चौधरी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 2013 में नया भू अधिग्रहण अधिनियम लागू किया था जिसमे भू मालिक व किसान को बाजार का चार गुना मुआवाजा दिए जाने का क़ानून था, लेकिन जैसे ही केंद्र में मोदी सरकार बनी उसके बाद उक्त भू अधिग्रहण अधिनियम को बदलने का प्रयास किया गया, लेकिन राहुल गाँधी ने मजदूरों, किसानो व कांग्रेस कार्यकर्ताओ के सहयोग से पदयात्रा निकाल कर केंद्र सरकार के मंसूबे पर पानी फेर दिया. केंद्र सरकार जब यहाँ सफल नहीं हुई तो भाजपा शासित राज्यों को अलग से भू अधिग्रहण क़ानून का अधिकार दे दिया जिसका नतीजा यह हुआ कि उद्योगपतियो से पूछ कर क़ानून बनाया जा रहा है. इसका जीता जागता उदाहरण मध्य प्रदेश है जहाँ हाल ही में बगैर मुआवाजा दिए भू अधिग्रहण हो जाएगा. सिंगरौली जिले में व्याप्त बेरोजगारी, हो विस्थापन, किसानो के शोषण, प्रदुषण व मूलभूत सुविधाओं
पर तंज कसते हुए श्री चौधरी ने कहा कि इंदौर के बाद सरकार को सबसे अधिक राजस्व देने वाला सिंगरौली अपनी बदहाली पर आँसू बहाने को मजबूर है. सिंगरौली के पैसे को कहीं और खर्च किया जा रहा है. श्री चौधरी यही नहीं रुके केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को घेरते हुए कहा कि अमेरिका जैसे देश में सड़क व फ़लाई ओवर बनाने का दम भरने वाले श्री गडकरी सीधी-सिंगरौली की सड़क पिछले डेढ़ दशक में पूर्ण नहीं करवा पाए. जिले में डी एम एफ फंड होने के बाद भी सिंगरौली जिला बदहाली के आंसू बहा रहा है.
*दोस्त उद्योगपतियों का साथ जनता का विनाश- जीतू पटवारी*
इससे पूर्व आंदोलन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने केंद्र सरकार के 10 वर्ष पूर्व दिए गये नारा सबका साथ- विकास विकास पर तंज कसते हुए कहा कि जनता का विकास तो नहीं हुआ लेकिन मोदी जी के उद्योगपति दोस्तों का चहुमुखी विकास हुआ. इस हिसाब से सही नारा उद्योगपति दोस्तों का विकास-जनता का विनाश सटीक बैठता है. केंद्र व प्रदेश सरकार अडानी व अम्बानी का साथ दे रही है. प्रदेश सरकार हर वर्ष 1 लाख बेरोजगार को रोजगार देने की बात कहती है लेकिन आज तक किसी को कोई नौकरी नहीं दी. प्रदेश सरकार 31 लाख करोड़ का इन्वेस्टर मीट आयोजित करती है और इस दौरान भी कहती है कि 1 लाख लोगों को रोजगार देंगे लेकिन किसी को रोजगार मिलना तो दूर जिनके हाथ में रोजगार था वह भी छीनता जा रहा है. देश में सवसे अधिक कहीं बेरोजगारी है तो मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में हैँ. यह स्थिति उस जिले की है जहाँ अनगिनत औद्योगिक इकाईया स्थापित हैँ. सीएम ने कई बार अपने घोषणा में कहा कि स्थानीय युवाओं व बेरोजगारों को 70 प्रतिशत रोजगार देंगे लेकिन सच्चाई क्या है सबको पता है. जिले में केवल लूट मची है. मोटी रकम की चढ़ोत्तरी देकर प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस विभाग के लोग आ रहे हैं और यहाँ के भाजपा जनप्रतिनिधि के साथ मिलकर खुलेआम भ्रस्टाचार कर रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष श्री पटवारी ने चिंता व्यक्त करते हुए आगे कहा कि जिले में डी एम एफ का करोडो का फंड होने के बाद जिले में सड़क, स्वास्थ्य व शिक्षा व्यवस्था की स्थिति दयनीय है. जन आक्रोश आंदोलन को पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल व पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने भी सम्बोधित किया. कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष सोनम सिंह, पूर्व मंत्री वंश मणि वर्मा. पूर्व महापौर रेनू शाह, पूर्व विधायक सरस्वती सिंह, प्रदेश सचिव अमित द्विवेदी, ज्ञानेंद्र सिंह, लखन लाल शाह, राम शिरोमणि शाह, अशोक शाह सहित अन्य मौजूद रहे.