महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ५ जून ;अभी तक ; मंदसौर जिला ग्रामीण शिक्षा समिति द्वारा नवीन आचार्य शिक्षण वर्ग 3 से 9 जून तक सरस्वती शिशु मंदिर नगरी में आयोजित हो रहा है। द्वितीय दिवस मंदसौर जिले से 25 स्थानों से 27 महिला एवं 3 पुरुष कुल 30 आचार्य दीदी की सहभागिता की
वर्ग के द्वितीय दिवस की वंदना सत्र में ग्राम भारती मंदसौर जिला उपाध्यक्ष श्री राजेंद्र पांडे, आवासीय विद्यालय संजीत मार्ग मंदसौर अधीक्षक श्री कमल किशोर गोठी, जिला प्रमुख श्री महेश विश्वकर्मा, वर्ग संयोजक एवं तहसील प्रमुख मंदसौर श्री मयूर सोनी की गरिमामय उपस्थिति रही। अतिथियों ने मॉ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर सत्र की शुरुआत की।
मुख्य वक्ता के रूप में श्री कमल किशोर गोठी ने कहा 1952 में गोरखपुर में सरस्वती शिशु मंदिर की स्थापना हुई और आज देश भर में 35 हजार विद्यालय चल रहे है। लाखों की संख्या में भैया बहनों को राष्ट्र भक्ति की शिक्षा दीं जाती है और यह सब कार्य आप जैसे आचार्य परिवार की मेहनत से सम्भव हो रहा है। आचार्य की गोद में प्रलय और निर्माण दोनों खेलते है, हमे युगानुकूल शिक्षण पद्धति के मान से शिक्षण करवाने की आवश्यकता है।
द्वितीय सत्र में मुख्य वक्ता ग्राम भारती के जिला उपाध्यक्ष श्री रविंद्र पांडे ने सामाजिक चेतना का अर्थ, विद्यालय कार्यक्रम के द्वारा छात्रों मन से समाज के मन में जागरण प्रकट करना, समाज के विभिन्न वर्गों की सम्मानित करना रक्षाबंधन दीपावली के माध्यम से समय-समय पर संत महात्माओं के प्रवचन, संस्कार केंद्र आदि विषयों पर प्रकाश डाला।
प्रारंभ में अतिथि परिचय मयूर सोनी ने दिया। अतिथि स्वागत श्री राम बंबोरिया, सुंदरलाल विश्वकर्मा ने किया। संचालन कारुलाल प्रजापत ने किया। उक्त जानकारी सुंदरलाल गुर्जर ने दी।
मुख्य वक्ता के रूप में श्री कमल किशोर गोठी ने कहा 1952 में गोरखपुर में सरस्वती शिशु मंदिर की स्थापना हुई और आज देश भर में 35 हजार विद्यालय चल रहे है। लाखों की संख्या में भैया बहनों को राष्ट्र भक्ति की शिक्षा दीं जाती है और यह सब कार्य आप जैसे आचार्य परिवार की मेहनत से सम्भव हो रहा है। आचार्य की गोद में प्रलय और निर्माण दोनों खेलते है, हमे युगानुकूल शिक्षण पद्धति के मान से शिक्षण करवाने की आवश्यकता है।
द्वितीय सत्र में मुख्य वक्ता ग्राम भारती के जिला उपाध्यक्ष श्री रविंद्र पांडे ने सामाजिक चेतना का अर्थ, विद्यालय कार्यक्रम के द्वारा छात्रों मन से समाज के मन में जागरण प्रकट करना, समाज के विभिन्न वर्गों की सम्मानित करना रक्षाबंधन दीपावली के माध्यम से समय-समय पर संत महात्माओं के प्रवचन, संस्कार केंद्र आदि विषयों पर प्रकाश डाला।
प्रारंभ में अतिथि परिचय मयूर सोनी ने दिया। अतिथि स्वागत श्री राम बंबोरिया, सुंदरलाल विश्वकर्मा ने किया। संचालन कारुलाल प्रजापत ने किया। उक्त जानकारी सुंदरलाल गुर्जर ने दी।