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    Homeप्रदेशसाथ भोजन करने पर पंथ वाद नहीं होता

    साथ भोजन करने पर पंथ वाद नहीं होता

    महावीर अग्रवाल
      मंदसौर ४ फरवरी ;अभी तक ;   जिनालय एवं धार्मिक आयोजन में हम पंथ ग्रन्थ और संत वाद पर अडिग रहते हैं किन्तु शुभ अवसरों पर एक साथ भोजन करने पर कोई पंथ वाद नजर नहीं आता यह हमारे जीवन की सबसे बड़ी विडंबना है।
    उक्त विचार फेडरेशन ऑफ हूमड़ जैन समाज के महामंत्री श्री महेन्द्र बन्डी द्वारा हूमड़ मित्र मंडल मन्दसौर द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय ऊं ह्लीं नमः जाप्यानुष्ठान प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण एवं प्रथमाचार्य शान्तिसागर जी महाराज के आचार्य पदारोहण शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में अभिव्यक्ति प्रतियोगिता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बंडीजी बाग में महती सभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर श्री बन्डी द्वारा गणिनी आर्यिका सूभुषणमति माताजी का गुणानुवाद करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में चलाए जा रहे राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय आयोजन श्रावकों  के लिए मोक्ष मार्ग प्रशस्त करने की सशक्त कड़ी है अतः ज्यादा से ज्यादा श्रावकों को इसमें सहभागिता करनी चाहिए। मित्र मंडल द्वारा आयोजित कार्यक्रम प्रशंसनीय एवं अनुकरणीय है।
                                      विशिष्ट अतिथि विजेन्द्र सेठी द्वारा अभिव्यक्ति प्रतियोगिता में वक्ताओं द्वारा दी गई जानकारी के लिए साधुवाद देते हुए श्रोताओं के लिए ज्ञानवर्धक बताया ऊं ह्लीं नमः जाप्यानुष्ठान प्रतियोगिता में सम्मिलित जापकर्ताओं एवं पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागियों को बधाई दी।
                                            कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. विरेन्द्र कुमार गांधी ने आयोजकों को बधाई देते हुए भविष्य में भी ऐसे आयोजन के माध्यम से धर्म प्रभावना हेतु अपील की।
                                  कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया मंगलाचरण बेबी चारवी द्वारा प्रस्तुत किया गया।
                                         मंचासीन फेडरेशन ऑफ हूमड़ जैन समाज के महामंत्री श्री महेन्द्र बन्डी, विशेष अतिथि विजेन्द्र सेठी, अध्यक्षता कर रहे डॉ. विरेन्द्र गांधी, रजत पुरस्कार प्रदाता प्रवीण मिंडा, प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदाता राहुल जैन, कैलिफोर्निया अभिव्यक्ति प्रतियोगिता के पुरस्कार प्रदाता श्रीमती हेमलता दोशी, मित्र मंडल संरक्षक विनोद मेहता का पुष्पहार एवं पगड़ी पहनाकर स्वागत अध्यक्ष विनोद मिंडा, उपाध्यक्ष नरेश मिंडा, श्रीमती माया गांधी, सचिव सुशील कियावत, जम्बू मेहता, सुरेश मिंडा, अरविंद मेहता, जितेन्द्र दोशी, शशि कुमार मिंडा, कान्तिलाल मिंडा, संजय मिंडा, निलेश डोडु, निर्मल मेहता, रौनक मिंडा आदि अनेक सदस्यों द्वारा किया गया।
                                               अन्तर्राष्ट्रीय ऊं ह्लीं नमः जाप्यानुष्ठान के मुख्य संयोजक जितेन्द्र दोशी ने कार्यक्रम की प्रस्तावना बताते हुए इस वर्ष के विजेताओं के नाम एवं 18 करोड़ 45 लाख 7 हजार 740 जाप की जानकारी देते हुए उपस्थित श्रोताओं से अपील की कि इस बार होने वाली प्रतियोगिता में सम्मिलित होकर कम से कम 100 मालाएं अपनी सुविधानुसार अवश्य गिनें।
    स्वागत उद्बोधन संस्थापक अध्यक्ष सुरेश मिंडा द्वारा देते हुए मित्र मंडल द्वारा संचालित गतिविधियों से सदन को अवगत कराया।
    कार्यक्रम में उपस्थित समन्वयक कोमल प्रकाश जैन, प्रचार प्रमुख संदीप मिंडा, संयोजक शशि मिंडा, नीलेश जैन, सुनीता बन्डी, राजेश बड़जात्या, किरण रावका, कुसुम पोरवाल एवं अभिव्यक्ति प्रतियोगिता के निर्णायक कनक पंचोली, नीता गांधी का पुष्पहार से स्वागत मधु गांधी, नेहा मिंडा, शशि मिंडा, सुरेश मिंडा, किर्ति मिंडा आदि ने किया।
    मुख्य संयोजक जितेन्द्र दोशी का शाल एवं मालाओं से सम्मान सभी संयोजकों द्वारा किया गया। अभिव्यक्ति प्रतियोगिता में प्रथम संजय मिंडा, पार्श्वनाथ जिनालय बड़ीजी बाग, द्वितीय प्रीति जैन अभिनंदन जिनालय अभिनंदन नगर, तृतीय सोनू जैन शान्तिनाथ जिनालय गौल चौराहा एवं सांत्वना पुरस्कार दिलीप जैन भोलिया, अभिनंदन जिनालय अभिनंदन नगर को पुरस्कार प्रदाता श्रीमती हेमलता दोशी एवं अतिथियों द्वारा प्रदान किए गए।
    गरिमामय कार्यक्रम में सकल जैन समाज के पूर्व अध्यक्ष नन्दकिशोर अग्रवाल, राजमल गर्ग, दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष अजय बाकलीवाल, महामंत्री राकेश दोशी, उमेश भड़का, विनोद सिंहल आदि अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मंडल उपाध्यक्ष नीतू बक्षी ने किया एवं आभार अध्यक्ष विनोद मिंडा ने माना।