महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २२ मई ;अभी तक ; सेंट्रल ट्रेड यूनियन के स्थगन आदेश के बाद स्थानीय गांधी चौराहा पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें विभिन्न श्रम संगठन से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
इंटक से डी.एस. चन्द्रावत ने धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान श्रमिकों के साथ कुठाराघात हो रहा है। आऊट सोर्सिंग भर्ती हो रही और लगातार श्रम कानून मंे संशोधन हो रहा है जो कि श्रम हित में नहीं है।
कामरेड एडवोकेट गोपालकृष्ण मोड़ ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिये शासन की कोई कल्याणकारी योजना नहीं है। उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ये वर्ग आज भी उपेक्षा का शिकार है। वर्तमान दौर पूंजीवाद का दौर है। अमीर, अमीर हो रहा और गरीब, गरीब हो रहा है। इस खाई को मिटाने के लिये श्रमिक संगठनों को एक होना पड़ेगा। बैंक यूनियन से रमेश चौहान, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संगठन से बालूसिह चौहान ने अपनी बात रखी।
इस अवसर पर अरूण राठौर, शंकर खेर, देवेन्द्रसिंह चौहान, प्रवीण, रमेश सुथार, अभिषेक ओझा, दीपक चौहान, अशोक सौलंकी, इकबाल, ज्ञानू भाई, आनंद, धर्मपाल, मुन्नवर अली सहित दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी संगठन के साथी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन इंटक नेता सुनील गुप्ता ने किया एवं आभार घनश्याम धनगर ने माना।
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