अरुण त्रिपाठी
रतलाम २९ मार्च ;अभी तक ; जिले के सैलाना नगर में महिला द्वारा ठेले पर बच्चे को जन्म देने का मामला चार दिन बाद टूल पकड़ गया है । नवजात बच्चे की प्रसव के दौरान मौत हो गई। महिला को पति दो बार अस्पताल ले गया था, लेकिन स्टाफ ने कहा कि समय नहीं हुआ है कहकर लौटा दिया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जांच शुरू कर दी गई है |
सैलाना एसडीएम मनीष जैन ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली है| इसके मुताबिक 23 मार्च को सैलाना के कालिका माता मंदिर रोड निवासी कृष्णा ग्वाला अपनी पत्नी नीतू को सुबह 9 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गया था। नर्स चेतना चारेल ने उस डिलीवरी में दो-तीन दिन का समय होना बताकर घर वापस भेज दिया। देर रात करीब 1 बजे नीतू को तेज दर्द होने पर पति दोबारा अस्पताल लेकर पहुंचा। इस बार नर्स गायत्री पाटीदार ने जांच के बाद 15 घंटे और लगना बताकर नीतू को भर्ती करने से मना कर दिया। इसके बाद वे घर लौट आए थे । लेकिन एक घंटे बाद ही नीतू को प्रसव पीड़ा हुई, जिसपर कृष्णा उसे ठेलागाड़ी पर लिटाकर तेजी से अस्पताल की ओर दौड़ा। इस दौरान रास्ते में ही नीतू को बच्चा बाहर आ गया, रात 3 बजे अस्पताल में नर्स ने प्रसव कराकर बच्चा मरा हुआ बताया।
एसडीएम ने बताया कृष्णा ग्वाला ने अस्पताल प्रबंधन को बच्चे की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए कार्यवाही की मांग की है । उन्होंने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इधर प्रभारी सीएमएचओ जिला अस्पताल डॉ. एमएस सागर ने. बताया कि सैलाना में नवजात शिशु की मौत के मामले में कलेक्टर राजेश बाथम ने जांच के आदेश दिए थे । विभागीय स्तर पर मामले की जांच के प्रतिवेदन के आधार पर कर्तव्य में लापरवाही पाई गई। सैलाना विकासखंड के बीएमओ डॉ. पीसी कोली को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करते हुए उनका मुख्यालय रतलाम निर्धारित किया है। सैलाना में ड्यूटी डाक्टर शैलेष डांगे के विरुद्ध कार्रवाई के लिए आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं मप्र भोपाल को पत्र भेजा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैलाना में पदस्थ नर्सिंग ऑफिसर चेतना चारेल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। एनएचएम संविदा नर्सिंग ऑफिसर गायत्री पाटीदार की सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जा रही है।