More
    Homeप्रदेश4783 मेगा वॉट विद्युत उत्पादन के साथ विंध्याचल देश का सबसे बड़ा...

    4783 मेगा वॉट विद्युत उत्पादन के साथ विंध्याचल देश का सबसे बड़ा विद्युत सयंत्र: फणि कुमार

    एस पी वर्मा
    विंध्यनगर २० मार्च ;अभी तक ;    एनटीपीसी की विंध्याचल परियोजना  कोयला, हाईड्रो और सोलर से 4783 मेगा वॉट का विद्युत उत्पादन कर रहा है। यह परियोजना देश कि सबसे बड़ी परियोजना के रूप में जानी जाती है। विंध्याचल परियोजना एसिया की 9वीं और विश्व की 10वीं सबसे बड़ी परियोजना है।
                                                   विंध्याचल परियोजना विद्युत उत्पदान के हर क्षेत्र में अग्रणी है। परियोजना 90 प्रतिशत से ऊपर पीएलएफ के साथ अपना बेहतर प्रदर्शन कर रही है। वही विद्युत उत्पदान के साथ-साथ विंध्याचल परियोजना सामाजिक सारोकार के साथ विस्थापितों के कल्याण के प्रति जिम्मेवारी का बखूबी निवर्हन कर रही है। यह बाते विंध्याचल परियोजना के कार्यकारी निदेशक ई सत्य फणि कुमार ने कही है। कार्यकारी निदेशक विंध्याचल आज उमंग भवन में क्षेत्रीय मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। शिवकुमार ने कहा कि विंध्याचल परियोजना जहां विद्युत उत्पादन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के कर्तव्यों का भी निवर्हन कर रही है। जिसके तहत विंध्याचल परियोजना में जहां अधिक से अधिक पौध रोपण किया जा रहा है। वही सयंत्र क्षेत्र में सभी यूनिटों में एफजीडी लगाने का काम किया जा रहा है। कुछ यूनिटों में यह कार्य पूरा किया जा चुका है। जबकि बची हुई यूनिटों में यह कार्य दिसम्बर 25 तक पूरा कर लिया जाएगा। जिससे चिमिनी से निकलने वाले सल्फर डाई ऑक्साईड को पर्यावरण में पहुंचने नही दिया जाएगा। वही विंध्याचल परियोजना में कार्बन टू मेथेनॉल सयंत्र के स्थापना का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। यह देश का पहला सयंत्र है जो सयंत्र से निकलने वाली हानी कारक गैस कार्बन डाई  ऑकसाईड को मेथेनॉल में परिवर्तित कर देगा। जिसका उपयोग सयंत्र में फ्यूल के रूप में किया जाएगा। कार्यकारी निदेशक ने परियोना को मिलने वाले विभिन्न क्षेत्रों में पुरस्कारों तथा अन्य क्षेत्रों के किये गये कार्यो के बारे में विस्तार से अवगत कराया। इसके पूर्व विंध्याचल परियोजना के मानव संसाधन प्रमुख राकेश अरोड़ा ने स्वागत  इस अवसर पर मुख्य रूप से संजीव कुमार साहा, महा प्रबंधक  प्रचालन एवं अनुरक्षण डॉ. बीसी चतुर्वेदी, मुख्य महाप्रबंधक चिकित्सा, महाप्रबंधक गण राजशेखर पाला, एजे राजकुमार, त्रिलोक सिंह, सुजय कर्मकार, डीके अग्रवाल,  सहित अपर महाप्रबंधक गण मौजूद रहे।
    स्थापित किया जाएगा मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल
    कार्यकारी निदेशक ने बताया कि विंध्याचल में मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल की स्थापना की जाएगी। जिससे यहां के लोगों को इसका लाभ मिलेगा और बेहतर चिकिस्कीय सुविधा के लिये दूसरे शहरों की ओर रूख नही करना पड़ेगा। वही मुख्य महाप्रबंधक चिकित्सा डॉ. बीसी चतुर्वेदी ने बताया कि सिंगरौली जिले में बेहतर यातायात की सुविधा न होने की वजह से भी विशेषज्ञ चिकित्सको की चिकित्सालय में कमी है और यातायात की सुविधा की बढ़ोत्तरी के साथ आने वाले दिनों में बेहतर चिकित्सको की कमी पूरी हो सकेगी।
    परियोजना के पास 14 लाख मेट्रिक टन कोयले का स्टॉक
    कार्यकारी निदेशक ने मीडिया प्रतिनिधि को बताया कि विंध्याचल परियोजना को कोयले की आपूर्ति एनसीएल की निगाही एवं दुद्धिचुआं परियोजना से होती है। उन्होंने बताया कि विंध्याचल परियोजना के पास वर्तमान में 14 लाख मेट्रिक टन कोयले का स्टॉक मौजूद है। जो परियोजना के 14 दिनों के लिए विद्युत उत्पादन के लिए कार्य करेगा।

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here

    Must Read

    spot_imgspot_img