आनंद ताम्रकार
बालाघाट ८ जून ;अभी तक ; जिले में खरीफ मौसम की धान के फसल के लिये धान बीज की भारी डिमांड के चलते नकली अमानक बीज की पैंिकंग तथा उसकी बिक्री किये जाने की षिकायतों के मद्दे नजर कलेक्टर श्री मीणा ने प्रषासनिक अधिकारियों सहित कृशि विभाग के अधिकारियों को इस मामले में कड़ी नजर रखने की हिदायत दी थी।
कलेक्टर श्री मृणाल मीणा के निर्द्रेष पर वारासिवनी के समीप मेंहदीवाड़ा नकली अमानक बीज बनाने वाली नरहरी प्राइवेट एग्री लिमिटेड के गोदाम और कार्यालय में छापा मारा गया जहां हजारों क्विंटल अमानक धान बीज एवं बीज बनाने के लिये प्रयुक्त होने वाली धान की मात्रा बरामद की गई है।
जांच कार्यवाही में वारासिवनी के एसडीएम श्री आर आर पाण्डे, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अभिशेक चौधरी, कृशि विस्तार अधिकारी प्रतिभा टेंभरे, थाना प्रभारी हेंमत नायक षामिल थे।
मौके पर एक मेटाडोर भी मिली जिसमें स्थानीय स्तर पर खरीदी गई धान भरी हुई थी गोदाम में गेडर मषीन तुलाई मषीन और अन्य उपकरण पाये गये इसके अलावा नरहरि प्राइवेट लिमिटेड 761 न्यू बसेरा कोटरा सुलतानाबाद के नाम के छापे खाली प्लास्टिक बैग भी भारी मात्रा में पाये गये जिसमें नरहरि रिसर्च पेडी सीड्स का नाम मुद्रित है।
नरहरि प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर टुथफुल टेग भी भारी मात्रा में बरामद हुये है। फैक्ट्री के गोदाम तथा कार्यालय को सील कर दिया गया है।
इस सिलसिले में फर्म के संचालक रविंद्र बिसेन षेरपार, भुमेश्वर पटले ग्राम खोलटोला टेकाडी को राउण्ड अप कर उनसे पूछताछ की जा रही है। इस फर्म में दो अन्य भागीदार भी है जो मौके पर नही मिले।
बताया गया है की यह फैक्ट्री 2 वर्षों से नरहरि के नाम पर अमानक धान बीज की पैकिंग और बिक्री का कार्य कर रही है। गत सप्ताह उपसंचालक कृषि राजेश खोब्रागडे ने इस स्थान का निरीक्षण किया था कार्यवाही करने की बजाये मेहमाननवाजी करके ओके रिपोर्ट देकर चले गये।
पता चला है की अमानक धान की पेंकिग कर आसपास के जिलों में सप्लाई की जाती रही है इसी सीजन में लगभग 150 मेट्रिक टन धान बीज बेचा जा चुका है।
यह उल्लेखनीय है की समूचे जिले में इस तरह का कारोबार कुटीर उद्योग की तरह चलाया जा रहा है आनलाइन लाइसेंस की प्रक्रिया के आड़ में फर्जी नामों से लाइसेंस लेकर पैकिंग की जा रही है।
कलेक्टर श्री मृणाल मीणा के निर्देष पर की गई आज की कार्यवाही अबतक की जाने वाली सबसे बड़ी कार्यवाही है। इस कार्यवाही से बीज विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है।