प्रदेश
पन्ना मे सफ़ेद हीरे का काला कारोबार,तुआदार को हो रहा भारी नुकसान, हीरा व्यापारियों ने हीरा नीलामी मे बोली लगाई लेकिन कई ने नहीं उठाये हीरे
दीपक शर्मा
पन्ना २६ नवंबर ;अभी तक ; हीरों के लिए विख्यात पन्ना मे हीरों की हेराफेरी का मामला सामने आया हे यहाँ कई हीरा व्यापारी सफ़ेद हीरे के काले कारोबार मे संलिप्त बताये जा रहे हे.यह कारोबार पन्ना से लेकर सूरत तक फैला हे.यहाँ हीरा व्यापारियों ने हीरा नीलामी मे बेशकीमती हीरों पर बोली लगाई और हीरों को ऊँची बोली मे अपने नाम कर लिया लेकिन कई व्यापारियों द्वारा बाद मे रॉयल्टी जमा नहीं की गयी और हीरे नहीं उठाये गए.जिससे न केवल शासन को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा बल्कि तुअदार को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा हे..
पन्ना मे इस तरह की धाधली पिछले कई वर्षों से चली आ रही हे जिससे पन्ना के हीरा करोवार को भारी नुकसान पंहुचा हे.इससे हीरा मालिकों का हीरा कार्यालय से भरोसा भी कम हुआ हे और यही कारण हे की लोग पन्ना हीरा कार्यालय मे हीरे कम जमा करा रहे हे और ब्लैक मार्केट मे ज्यादा विश्वास रख रहे हे.यही कारण हे की पन्ना मे अमूमन त्रिमासिक होने वाली हीरा नीलामी पिछले नौ माह से नहीं हो सकी हे.यहाँ हीरे का व्यापार दम तोड़ता नजर आ रहा हे. हाला की जब कुछ व्यापारियों द्वारा नीलामी के हीरे न उठाये जाने के सवाल को हीरा अधिकारी से दागा गया तो उन्होंने कहा की ऐसे व्यापीरियों पर जल्द कार्यवाही की जाएगी और दो से तीन हीरा व्यापारीओं को ब्लैक लिस्टेड किया जायेगा जो अगली नीलामी मे भाग नहीं ले सकेंगे.
पन्ना मे हीरों को नीलामी के बाद उठान न करने का गोरखधंदा करीब एक दशक से चला अ रहा हे जिसे व्यापारी अपनी मन मर्जी और फायदे के हिसाब करते चले आ रहे हे.ऐसे हीरा व्यापारियों की जानकारी जो सूत्रों से हाथ लगी हे उसमे अभी तक कुल तीन नाम सामने आये हे.इसमें हिम्मत भाई पिता रंझोर नागर निवासी सूरत,मेसर्स एमआरडीएस फर्म पन्ना और फिरोज खान निवासी आगरा मोहल्ला पन्ना के नाम सामने आये हे.
*कब-कब बोली लगाकर नहीं उठाये हीरे* :-
1.फिरोज खान – फरवरी 2024 की हीरा नीलामी मे एक थान (पीस) 5.33 कैरेट के हीरे को 10 लाख 23,360 मे लिया था जिसे नहीं उठाया.
2.एमआरडीएस फर्म पन्ना- अक्टूबर 2022 की हीरा नीलामी मे 2.13 कैरेट और 4.02 कैरेट के दो नग हीरे कुल बजन 6.15 करेट्स के हीरों को 09 लाख 20,982 रुपये की बोली मे लिया था जो नहीं उठाया.
3.हिम्मत भाई नागर निवासी सूरत और एमआरडीएस फर्म पन्ना के द्वारा 21 मार्च 2017 मे हुई हीरा नीलामी मे 32.10 करेट्स के 25 हीरों को 22 लाख 02 हजार 36 रूपये मे बोली मे लिए थे जिन्हें नहीं उठाया गया.
सूत्र बताते हे की 2014-15 मे भी व्यापारियों द्वारा बोली लगा कर भी हीरे नहीं उठाये गए. जिससे शासन को लाखों रूपये की चपाती लगी और हीरा धरकों को भी अपने खून पसीने की मेहनत से प्राप्त हीरे के कम दाम प्राप्त हुए.
*ऐसे हीरा व्यापारी कैसे उठाते हे लाभ*- ऐसे हीरा व्यापारी हीरा नीलामी मे उच्च बोली मे बोली लगाकर अच्छी क्यालिटी के हीरों को ले लेते हे.और बाद मे उसे नहीं उठाते हे. इसलिए ऐ हीरे पेंडिंग मे चले जाते हे और अगली बोली मे फिर बोली लगाकर कम दामों मे ले लेते हे.जिससे उन्हें लाखों का फायदा मिल जाता हे. जबकि उनकी नीलामी मे भाग लेने के लिए जमा की गयी केवल पांच हजार रूपये की अमानत राशि ही जप्त होती हे.
*तुआदार को होता हे भारी नुकसान -*
जब तुअदार के हीरे की बोली लग जाती हे तो उसे उम्मीद रहती हे की जल्द उसे रॉयल्टी काट कर पैसा मिल जायेगा. लेकिन हीरे का उठान नहीं होता तो उसे फिर अगली बोली का इंतज़ार करना पड़ता हे.साथ ही अगली बोली मे उसके हीरे की जो बोली आयी थी उससे भी कम राशि बोली मे आती हे. ऐसे मे उसे लाखों का नुकसान उठाना पड़ता हे.
*खनिज एवं हीरा अधिकारी का क्या कहना हे-* इस मामले मे हीरा अधिकारी रवि पटेल का कहना हे की ऐसे दो से तीन हीरा व्यापारी हे जो हीरे की नीलामी मे बोली लगाते हे और बाद मे कई बार रॉयल्टी जमा नहीं करते और नीलामी मे बोली लगा कर हीरे की उठान नहीं करते जिससे शासन के साथ साथ तुअदार को भी नुकसान उठाना पडता हे और हीरा पेंडिंग मे चला जता हे. जिसे उसे अगली बोली मे फिर रखना पड़ता हे. ऐसे व्यापारियों को चिन्हित कर लिया गया हे ऐसे व्यापीरियों पर जल्द कार्यवाही की जाएगी. ऐसे दो से तीन हीरा व्यापारीओं को ब्लैक लिस्टेड किया जायेगा जो अगली नीलामी मे भाग नहीं ले सकेंगे.
*अगली नीलामी चार दिसम्बर से होंगी शुरू* :- देश दुनिया मे हीरों के लिए विख्यात पन्ना मे आगामी चार दिसंबर से बोली एक बार फिर शुरू हो रही हे जिसमे महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश और दिल्ली एवं मध्यप्रदेश के हीरा व्यापारी पन्ना पहुँचेगे. इस नीलामी मे कुल 241.716 करेट्स के 81 नग हीरे बोली के लिए रखे जायेगे. जिसकी अनुमानित कीमत करीब चार करोड़ रूपये आँकी जा रही हे.