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उद्यानिकी महाविद्यालय में संविधान दिवस बड़े उत्साह और सम्मान के साथ मनाया

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर २८ नवंबर ;अभी तक ;   उद्यानिकी महाविद्यालय मंदसौर संविधान दिवस को बड़े उत्साह और सम्मान के साथ मनाया। इस कार्यक्रम में शैक्षणिक समुदाय के प्रमुख व्यक्तियों द्वारा ज्ञानवर्धक भाषण और चर्चाएँ की गईं।
                                                   समारोह की शुरुआत सत्र के औपचारिक उद्घाटन के साथ हुई। मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता श्री रमेशचंद्र चन्द्रे ने भारतीय संविधान की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का व्यापक अवलोकन प्रदान किया, जिसमें भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को आकार देने में इसके महत्व पर प्रकाश डाला गया। उनके भाषण ने संविधान में निहित अधिकारों और कर्तव्यों को समझने के महत्व पर जोर दिया, छात्रों और शिक्षकों दोनों को न्याय, समानता और स्वतंत्रता के मूल मूल्यों पर चिंतन करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिसकी गारंटी संविधान देता है।
                                          उद्यानिकी महाविद्यालय के डीन डॉ. आई.एस. तोमर ने भारतीय संविधान के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से बताते हुए कहा कि संविधान भारत में कानून के शासन और लोकतांत्रिक शासन को सुनिश्चित करने वाले आधारभूत दस्तावेज के रूप में कैसे कार्य करता है। उन्होंने कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका जैसे विभिन्न संवैधानिक अंगों की भूमिकाओं और संविधान के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए वे किस तरह मिलकर काम करते हैं, इस पर विस्तार से चर्चा की। उनका संबोधन छात्रों के लिए विशेष रूप से ज्ञानवर्धक था, जिसने उन्हें संविधान के अध्ययन और समकालीन भारत में इसकी प्रासंगिकता के बारे में गहराई से जानने के लिए प्रोत्साहित किया।
                                      सत्र का संचालन महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के प्रभारी श्री प्रदीप तुरुकमाने ने किया। कार्यक्रम के आयोजन में उनकी भूमिका ने सत्र को उपस्थित लोगों के लिए जानकारीपूर्ण और आकर्षक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
                                    कार्यक्रम का समापन पर महाविद्यालय के संकाय सदस्य डॉ. रूपेश चतुर्वेदी ने मुख्य अतिथि, वक्ताओं और सभी उपस्थित सहित संकाय सदस्यों और छात्रों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिये आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में मंदसौर के उद्यानिकी महाविद्यालय के सभी कर्मचारी और छात्र उपस्थित थे, जो संविधान पर सार्थक चर्चाओं को देखने और उसमें भाग लेने के लिए उपस्थित थे। इस अवसर पर संवैधानिक मूल्यों पर विचार करने और जीवन के हर पहलू में उन्हें बनाए रखने की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का अवसर मिला।
                                       संविधान दिवस समारोह एक शानदार सफलता थी, जिसने कॉलेज के छात्रों और कर्मचारियों के बीच संविधान की गहरी समझ को बढ़ावा दिया और नागरिक जिम्मेदारी और संवैधानिक जागरूकता की भावना को बढ़ावा दिया।

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