जयपुर की पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल बीजेपी में शामिल:कांग्रेस के तीन नेताओं समेत दो रिटायर्ड IPS और छात्र नेता रवींद्र भाटी ने भी जॉइन की बीजेपी
विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के तीन सीनियर नेता पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। जयपुर की पूर्व मेयर और कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ चुकीं ज्योति खंडेलवाल बीजेपी में शामिल हो गईं हैं। साथ ही तारानगर से पूर्व विधायक और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे चंदनमल बैद के बेटे चंद्रशेखर बैद, पूर्व विधायक नंदलाल पूनिया बीजेपी में शामिल हो गए हैं। जोधपुर यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रवींद्र सिंह भाटी भी बीजेपी से जुड़ गए।
रिटायर्ड आईपीएस केसर सिंह शेखावत और भीम सिंह बीका, राजस्थान
प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने पार्टी कार्यालय में कांग्रेस के इन नेताओं का स्वागत किया। भाजपा पदाधिकारियों ने ज्योति खंडेलवाल और अन्य को भगवा दुपट्टा पहना कर उनका पार्टी में स्वागत किया। इस अवसर पर प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि भाजपा हवा नहीं तूफान है। लोगों को पीएम मोदी की गारंटी पर विश्वास है। इसलिए लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं। जिनकी ख़ुद की अब कोई गारंटी नहीं, उनकी गारंटी का कोई मतलब नहीं। गारंटी तो मोदी सरकार की है जो असंभव को संभव करके दिखाती है।
ज्योति खंडेलवाल जयपुर में कांग्रेस का प्रमुख महिला चेहरा रही हैं। जयपुर की मेयर रहने के साथ लोकसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। वे पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की करीबी मानी जाती हैं। किशनपोल सीट से टिकट की दावेदार थीं। भाजपा उन्हें किशनपोल सीट से टिकट दे सकती है। रवींद्र सिंह भाटी लंबे समय से पश्चिमी राजस्थान में सक्रिय हैं। वे शिव से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। उन्हें भाजपा शिव सीट से टिकट दे सकती है।
प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने पत्रकारों से कहा कि गहलोत सरकार जाने वाली है। मुख्यमंत्री के बयान साफ इशारा कर रहे हैं कि यह सरकार गई। उन्होंने ईडी के लिए जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया, उनकी बौखलाहट को ही दिखा रहा है।
कांग्रेस की गारंटी पर सीपी जोशी बोले कि आपने राजस्थान के विकास की गारंटी दी थी, उसका क्या हुआ। केवल मोदी जी की गारंटी है। ईडी को कुत्ता कहने पर सीपी जोशी ने सीएम अशोक गहलोत पर पलटवार करते हुए कहा जिस प्रकार के शब्दों का प्रयोग सीएम करते हैं, वह निंदनीय है।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सीएम लगातार आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। कोड ऑफ कंडक्ट में किसी भी नई योजना की घोषणा नहीं की जा सकती है, लेकिन लगातार गारंटी की घोषणा कर रहे हैं।