बहुमत के आधार पर मनमाने ढंग से नपा बैठक में प्रस्ताव पास किये

महावीर अग्रवाल 
मन्दसौर ३० मई ;अभी तक;  30 मई को नगरपालिका परिषद् की आहूत बैठक में भाजपा पार्षदों के बहुमत पर प्रकरण पारित कर दिये गये लेकिन कांग्रेस पार्षदों के प्रश्नों का कोई उत्तर नगरपालिका अध्यक्ष एवं सभापतियों ने नहीं दिया। बहुमत होने से कांग्रेस पार्षद की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया तथा जनहित के प्रश्नों पर चुप्पी साध ली गई।
                                       बैठक के शुरूआत में वार्ड नं. 26 की पार्षद श्रीमती संगीता शैलेन्द्र गिरी गोस्वामी ने परिषद की बैठक के पूर्व रखे गये प्रश्नों का जवाब मांगा। श्रीमती गोस्वामी ने परिषद की बैठक में प्रश्नों को सम्मिलित करने हेतु प्रश्न पूर्व में प्रस्तुत किये थे कि पूर्व परिषद बैठक में योगेशदेवी गौतम आदि के द्वारा किये गए अतिक्रमण पर कार्यवाही की जानकारी चाही गई थी जो आज तक प्रदान नही की गई है, श्रीमान द्वारा क्या कार्यवाही की गई ?  नगरपालिका परिषद के अधिवक्ता द्वारा बिना मुख्य नगरपालिका अधिकारी महोदय को सूचना दिए योगेशदेवी गौतम से समझौता नियम के विपरीत किया गया कि जानकारी श्रीमान को अवगत करवाई गई जिस पर क्या कार्यवाही की गई है ? उद्यान विभाग में कितने कर्मचारी है और कहाँ कहाँ पर पदस्थ है ? कितने बगीचे मन्दसौर शहर में है और स्थान ? वृक्षारोपण व पौधे पर कितने व्यय किया गया वर्ष 2019, 2020, 2021 व 2022 में बताया जाये। परिषद के द्वारा 1 अप्रैल 2022 से 28 फरवरी 2023 तक रोड कहाँ कहाँ बनाई गई ? परिषद के द्वारा 1 अप्रैल 2022 से 28 फरवरी 2023 तक सड़क निर्माण पर कितना व्यय किया है ? परिषद के द्वारा 1 अप्रैल 2022 से 28 फरवरी 2023 तक सड़क पर पैच कार्य पर कितना व्यय किया गया ? परिषद के द्वारा 1 अप्रैल 2022 से 28 फरवरी 2023 तक सड़क पर पैच कार्य कहाँ कहाँ किया गया है ? लेकिन उक्त प्रश्नों का बैठक में कोई उत्तर नहीं दिया गया। बल्कि दो पत्र थमा दिया गया। जिसमें जानकारी पूरी नहीं दी गई और ना ही उद्यान के संबंध में कोई जानकारी दी गई जिस पर पार्षद श्रीमती गोस्वामी ने आपत्ति दर्ज कराई।
बैठक में नपा नेता प्रतिपक्ष रफत पयामी ने प्रकरण नं. 1 से 7 तक में आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि आप पहले दर स्वीकृति के लिये बैठक में प्रकरण लाते हो लेकिन तब तक काम हो चुका होता है। जिसका परिषद में लाने का कोई औचित्य ही नहीं है। रफत पयामी ने धूलकोट बांध को क्षतिग्रस्त करने को लेकर भी नपाध्यक्ष एवं सीएमओ से पुरजोर विरोध किया तथा कहा कि बिना सोचे समझे किये गये धूलकोट बांध को क्षतिग्रस्त किया गया है। जिस पर नपाध्यक्ष श्रीमती गुर्जर ने कहा कि धूलकोट बांध को जल्द ही दुरूस्त कराया जायेगा। प्रकरण नं. 10 वेस्ट मटेरियल के संबंध में आपत्ति दर्ज कराते हुए रफत पयामी ने कहा कि पहले एक समिति बनाई जाए जिसमें विपक्ष को भी लिया जाये। निविदाएं आमंत्रित की जाए। विधिवत ऐलान करवाया जाये। क्योंकि स्क्रेप के नाम पर परिषद में पूर्व में भी बहुत बड़े घोटाले हो चुके है। रफत पयामी ने प्रकरण नं. 17 में अभिभाषक की नियुक्ति हेतु समिति बनाने का सुझाव दिया। और एक व्यक्ति को इस पद पर नियुक्त न करते हुए रोस्टर प्रणाली लागू करने की बात कही। नपा नेता प्रतिपक्ष रफत पयामी ने कहा कि पी.आई.सी. की बैठकों के संबंध में समस्त पार्षदों को इसका एजेण्डे की कॉपी पूर्व में दी जाये। क्योंकि पार्षदों को बैठक में पता ही नहीं होता है कि उनसे किस प्रकरण व किस बात की स्वीकृति ली जा रही है।
बैठक में पार्षद तरूण शर्मा ने नवीन फायर ब्रिगेड फोग वाली क्रय करने का कहा। साथ ही कहा कि नगर में ठेले एवं गुमटियों के माध्यम से व्यापार कर रहे लोगों को नहीं हटाने की बात कही क्योंकि इन पर 4 हजार से अधिक छोटे व्यापारी अपना व्यापार कर अपना घर चलाते है। नगरपालिका हर गुमटी पर उसके स्वामी का नाम दर्ज कराये जिससे उसके वास्तविक स्वामी का पता चल सके। आपने हिबा के आधार पर नगरपालिका में नामांतरण करने की बात भी कही।   श्री शर्मा ने कहा कि नगरपालिका के सफाई मित्रों को मकान देने के प्रकरण में सन् 2002 से फाईल चल रही है लेकिन अभी तक कई कर्मचारियों को आवंटन नहीं दिया गया है। अतः जल्द से जल्द सभी सफाई मित्रों को आवंटीत किया जाये तथा प्रकरण नं. 15 पर आपत्ति दर्ज कराई।
पार्षद पिंकी कमलेश सोनी ने अपने वार्ड की समस्या को पूरजोर से बैठक में रखा तथा कहा कि भाजपा राजनीतिक द्वेषता के चलते वार्ड नं. 2 में कोई कार्य नहीं कर रही है। मूलभूत समस्याओं से वार्डवासी जूझ रहे है। पेयजल, सफाई व्यवस्था यहां नहीं है। जिसको लेकर जलकर सभापति नोकझोंक करने पर उतारू हो गये। जबकि वार्ड की समस्याओं के हल के लिये कोई जवाब नहीं दे पाये।
नेता प्रतिपक्ष रफत पयामी, कांग्रेस पार्षदगण तरूण शर्मा, पिंकी कमलेश सोनी, संगीता शैलेन्द्रगिरी गोस्वामी, प्रीतम पंचोली ने कहा कि नगरपालिका परिषद की बैठक में भाजपा ने बहुमत के कारण प्रस्तावों को पास करवा लिया लेकिन आमजन के हितों को ध्यान में नहीं रखा गया। भाजपा के पार्षद वाले वार्डों में नपा परिषद काम करवा रही है लेकिन कांग्रेस पार्षद जब अपने वार्डों की समस्यायंे नगरपालिका में रखते है तो उन कामों में अड़ंगा लगा दिया जाता है। जो आमजन के साथ इस नगरपालिका परिषद का गलत व्यवहार है। जिसको लेकर कांग्रेस कभी चुप नहीं बैठेगी।