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लीड ; मुरैना ब्लास्ट: आगरा से लाए पटाखे,गंधक. पोटाश से मुरैना में बनाए देशी बम ,बारूद रखने आकाश ने दिलाया था अपना घर
देवेश शर्मा
मुरैना 28 नवम्बर ;अभी तक ; मुरैना की राठौर कॉलोनी में 25 नवंबर की देर रात एक मकान में विस्फोट में चार महिलाओं की मौत के मामले में पुलिस ने 8आरोपियों के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम व आपराधिक मानव वध की प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस जांच में विस्फोट की वजह सामने आई है कि राठौर कॉलोनी के जिस मकान में विस्फोट हुआ, उसमें बोरी में पोटाश बम एवं पटाखे बनाने की बारूद रखी थी।पुलिस के मुताबिक, घटना में पोटाश बम में विस्फोट हुआ था। एकत्रित पटाखे बम , पोटाश आरोपियों ने बीती दिवाली के लिए पटाखे बनाने रखे थे।
पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने पत्रकार वार्ता में बताया कि पुलिस ने अपनी गहन जांच बाद ब्लास्ट के 42 घंटे बाद 8 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। मकान मालिक आकाश राठौर समेत 5 की गिरफ्तारी की है, 3 आरोपी अब भी फरार हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने विस्फोट के आरोप में आकाश राठौर,पंकज राठौर,सद्दाम खान , कृष्णा राठौर व दुकानदार राहुल बंसल को गिरफ्तार किया है वहीं तीन आरोपी लल्ला उर्फ इकबाल खान पप्पू उर्फ शौकीन खान व महिला भूरीखान फरार है।पुलिस ने बताया कि आकाश राठौर ने मुरैना के ही रहने वाले सद्दाम के साथ मिलकर पोटाश बम बनाए थे। बम बनाने में सद्दाम का भाई और उसकी मां भी साथ देते थे।
उल्लेखनीय है कि इस ब्लास्ट से तीन मकान मलबे के ढेर में बदल गए। हादसे में चार महिलाओं की मौत हुई जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे में मारे गए लोगों के परिजन और घायलों से बात की तो उन्होंने बताया, आरोपी आकाश राठौर को बम का स्टॉक करने से रोका था तो वह बोला था कि तुम लोग मरो, मुझे तो पैसों से मतलब है।’
पुलिस ने अपनी गहन जांच बाद बताया कि हादसे में अपनी मां और बड़ी बहन को खोने वाले राजू कुशवाह ने अपने बयान में बताया कि- जिस कमरे में विस्फोट हुआ, उसमें दिनभर लॉक लगा रहता था। कौन आता था और कौन जाता था, कुछ पता नहीं चलता था। हम तो किराएदार थे।राजू के चाचा शोभाराम कुशवाह कहते हैं- धमाका इतना तेज था कि पांच गली बाद रहने वाले लोगों के कान भी सुन्न हो गए थे। वे बताते हैं कि धमाके के वक्त राजू, उसकी मां और बड़ी बहन घर पर ही थे। उसकी बहन और मां की जान चली गई।
ब्लास्ट हुए घर के बाजू में बने मकानों में रहने वाले लोगों ने बताया कि मकान मालिक आकाश राठौर सामने वाले घर में रहता था। इस घर की पहली मंजिल को किराए पर दे रखा था। ग्राउंड फ्लोर पर आए दिन कुछ सामान लाता था। ब्लास्ट वाले मकान के आसपास के दो और मकानों की दीवारें ढह गई हैं।
पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस अधीक्षक समीर सौरभ ने बताया कि बताया कि राठौर कॉलोनी ब्लास्ट मामले में कुल 8 आरोपी बनाए गए हैं। 5 की गिरफ्तारी कर ली गई है। तीन की तलाश की जा रही है। एसपी समीर सौरभ के मुताबिक, जिस मकान में विस्फोट हुआ उसके मालिक आकाश राठौर को हिरासत में लिया गया है।उससे पूछताछ में पता चला है कि उसने अपने एक रिश्तेदार कृष्णा राठौर के साथ मिलकर दिवाली पर पटाखा दुकान लगाई थी। इसी बीच इस्लामपुरा के रहने वाले पंकज नाम के व्यक्ति ने आकाश और कृष्णा की सद्दाम नाम के व्यक्ति से पहचान कराई। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आकाश ने शुरुआत में पुलिस को बताया कि उसने वो मकान सद्दाम को गोदाम के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए दिया था। सख्ती से पूछताछ के बाद सामने आया कि आकाश ने सद्दाम के साथ मिलकर अवैध तरीके से पटाखा बनाने का काम किया था। उन्होंने बताया कि इसी कॉलोनी में रहने वाले बैजनाथ पचौरी ने पुलिस को बताया कि इसी मकान में पोटाश बम बनाए जाते थे। आकाश, पोटाश बम की सप्लाई इसी घर से करता था। जब बैजनाथ ने आकाश को समझाया कि वह पोटाश जैसे विस्फोटक स्टॉक न करे, इससे जनहानि हो सकती है तो उसने कहा था कि मुझे जनहानि से कोई मतलब नहीं। मुझे तो पैसा कमाना है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपीगण को बारूद दुकानदार राहुल बंसल मुहैया कराता था पोटाश पटाखा बनाने के लिए सद्दाम पोटाश कहां से लाता था, इसकी जानकारी आकाश और कृष्णा को भी नहीं थी। गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ कि सद्दाम पोटाश,बारूद बानमौर कस्बे के दुकानदार राहुल बंसल के पास से लाता था। राहुल बंसल 2 साल पहले बामोर कस्बे में हुई विस्फोट की बड़ी घटना का भी नामजद आरोपी था।ये पूरी सामग्री राहुल बंसल ही सप्लाई करता था। राहुल हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है। पुलिस ने सद्दाम की मां को भी हिरासत में लिया है। सद्दाम की मां पटाखे बनाने में मदद करती थी। पूछताछ में उसने ये बात कबूल की है कि मकान में पटाखे बनाए जाते थे ।