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विगत छह वर्ष से पन्ना में जमें उप संचालक कृषी ए पी सुमन दीमक की तरह खा रहे विभाग का बजट

दीपक शर्मा

पन्ना ८ जनवरी ;अभी तक ;  पन्ना जिले में शासकीय कार्यालयों मे विभाग प्रमुख कई वर्षो से जमें हुए है, तथा पन्ना जिले की शांत प्रिय लोगो का गलत फायदा उठाकर व्याप्क स्तर पर भ्रष्टाचार मचाये हुए है, एवं शासन की विभिन्न योजनाओ तथा हितग्राहीयों को लाभ पंहुचाने के लिए संचालित अनेक योजना का बजट कागजो में दर्शाकर स्वंय ही हजम कर रहें है।

जिले में जन प्रतिनिधि भी भ्रष्ट अधिकारीयों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कराते है, जिससे उनका मनोबल बड़ा हुआ है, तथा अराजक स्थिती बनीं हुई है। शासन के नियम अनुसार तीन वर्ष से जमें सभी अधिकारी कर्मचारीयों को स्थानान्तरित करने का नियम लागू है, लेकिन उक्त नियम पन्ना जिले में नहीं चल रहा है, सिर्फ साठ गाठ एवं मनमानी के चलते पन्ना जिले में बीस बीस वर्ष से अधिकारी कर्मचारी जमें हुए है तथा पन्ना जिले को लूटने में लगें हुए है।

उदाहरण के तौर पर किसान कल्याण कृषी विभाग में विगत छह वर्षो से जमें उप संचालक कृषी ऐ पी सुमन द्वारा पन्ना जिले के कृषी विभाग को दीमक की तरह खाने मे लगें हुए है, शासन द्वारा किसानो को अनेक प्रकार के योजनाए संचालित कर रखी है, लेकिन उक्त योजनाओं का लाभ किसानो को नहीं मिल रहा है, किसानो के लिए प्रत्येक वर्ष रवी तथा खरीफ फसल के उन्नत बीच वितरण करने के लिए भेजा जाता है, लेकिन उक्त बीज किसानो को नहीं दिया जाता है, मनमाने ढंग से बिल बाउचर बनाकर उसमें फर्जीवाडा कर दिया जाता है तथा लाखो का बजट हड़प लिया जाता है।

इसी प्रकार कीटनाशक दवा एवं फसलो में डालने वाला उर्वरक सहित अनेक प्रकार की सामग्री किसानो के लिए भेजी जाती है, वह भी सिर्फ कागजो के बिल बाउचरो मे बनाकर भारी भ्रष्टाचार किया जाता है। कृषी फार्म भैसवाहीं तथा अजयगढ़ के लिए शासन द्वारा करोड़ो का बजट प्रत्येक वर्ष दिया जाता है तथा किसानो के लिए कृषी विभाग के माध्यम से सस्ते दामो मे ट्रैक्टरो से जुताई कराने का भी नियम लागू है, लेकिन उक्त योजना का लाभ भी किसानो को नहीं मिलता है इसके साथ ही कृषी फार्म भैसवाही तथा अजयगढ़ के नाम पर लाखो का बजट कर्मचारीयों एवं अन्य कार्यो में खर्च किया जाता है, लेकिन अधिकांश बजट कागजो तक ही सीमित है।

पन्ना उप संचालक कार्यालय प्रांगण में विगत वर्ष आत्मा कार्यालय का भवन बनाया गया था, जो लंबी राशि से निर्माण हुआ था, लेकिन उक्त भवन अत्यन्त घटिया तथा गुणवत्ता पूर्ण बनाया गया जो अभी से अनेक स्थानो पर खराब हो गया है। क्योकि भवन निर्माण मे अधिक स्तर पर कमीशन खोरी तथा भ्रष्टाचार किया गया है। तथा कार्यालय प्रांगण मे बनाई गई सीसी सड़क के परखच्चे दो महीना के अन्दर ही उड़ गये, लेकिन अधिकारी जो स्वंय प्रतिदिन वहीं पर बैठते है उनके द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई है। इस प्रकार कृषी उप संचालक द्वारा व्याप्क स्तर पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, स्थानीय लोगो ने संबंधित के खिलाफ जांच कर एवं कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।

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