शांतनु विहार कॉलोनी के बगीचे पर अन्य लोगों की नजर, मामला न्यायालय में विचाराधीन होने पर भी नपा बना रही आंगनवाड़ी भवन

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर ५ मई ;अभी तक;  स्थानीय वार्ड नं. 5 के शांतनु विहार कॉलोनी स्थित बगीचे में नगरपालिका कुछ लोगों के व्यक्तिगत हित को देखते हुए आंगनवाड़ी भवन बनाने में तुली हुई जबकि कॉलोनीवासियों ने उक्त बगीचे में कोई भवन निर्मित न हो इसको लेकर माननीय न्यायालय में पीटिशन भी लगा रखी है तथा पूर्व में सीएमओ द्वारा भी इस बगीचे में कोई भवन निर्माण नहीं करने में तकनीकी समस्या का प्रतिवेदन भी दे रखा है। शुक्रवार को नगरपालिका का अमला जब बगीचे में भवन निर्माण की प्रारंभिक तैयारी के लिये पहुंचा तो कॉलोनीवासियों ने उसका घोर विरोध किया तथा कहा कि इस बगीचे में कोई शासकीय भवन नहीं बनने देंगे।
                                       कॉलोनीवासी गोपाल गुप्ता, पूर्व पार्षद विजय गुर्जर, अमरदीप पुरोहित, सुभाष अग्रवाल, विनोद कुमार दुबे, देवेन्द्र शर्मा, अजय राठौर, राजू तिवारी, अनिल शर्मा, लक्ष्य तिवारी आदि ने बताया कि शांतनु विहार कॉलोनी का आधा बगीचा पर अतिक्रमण की योजना बनाई जा रही है। जबकि आंगनवाड़ी भवन बनाना तो सिर्फ एक बहाना है। वास्तविक स्थिति से जिला प्रशासन, नगर पालिका को गुमराह कर, संबंधित जिम्मेदार लोगों को धोखा देने की बदनियति से, वास्तविकता छूपाकर, सार्वजनिक बगीचे के आधे हिस्से पर कुछ लोग द्वारा अवैध रूप से कब्जा करना चाहते है जो कि आंगनवाड़ी बिल्डिंग बनने से शासकीय स्तर पर मौके पर वास्तविक रूप से बगीचे के दो टुकड़े हो जाएंगे जिसमें एक हिस्सा नगरपालिका का रहेगा और आधा हिस्सा व्यक्तिगत रूप से कुछ कुछ लोगों का हो जावेगा। यह कुटिल चाल आधे बगीचे पर,कब्जा करने की है। जो कि पूर्व में ही वायर फेंसिंग करके, दो भागों में विभक्त कर रखा है।
                                    कॉलोनीवासियों ने कहा कि शांतनु विहार कॉलोनी के बगीचे के, मौके पर, पूरे बगीचे का भौतिक रूप से वर्तमान निरीक्षण किए जाने पर स्थिति कांच की तरह स्पष्ट हो जावेगी। वास्तविक स्थिति जानने के लिए मौके पर निरीक्षण करना आवश्यक है क्योंकि आंगनवाड़ी के नाम पर अवैध रूप से सार्वजनिक धन का दुरुपयोग किया जा रहा है इसका, एकमात्र उद्देश्य व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाना है। लोक सेवक द्वारा स्वयं के लाभ के लिए या किसी अन्य व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए, अपने पद का दुरुपयोग किया जाता है, तो यह भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है।
                                     कॉलोनीवासियों ने कहा कि यह बगीचे में मंदिर है जहां प्रतिदिन बड़ी संख्या में भक्त आते है। क्षेत्र के बच्चे खेलते है, वृद्धजन आकर यहां समय व्यतीत करते है। सुबह-शाम क्षेत्र के नागरिक घुमने, योगा करने आते है ऐसे में कुछ लोग नगरपालिका को आगे कर अतिक्रमण की चाल चल रहै जिसे कॉलोनीवासी सफल नहीं होने देंगे।
                                        कॉलोनीवासियों ने सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक यशपालसिंह सिसौदिया, नपाध्यक्ष रमादेवी गुर्जर, कलेक्टर दिलीपकुमार यादव, सीएमओ सुधीरकुमार सिंह से मांग की कि शांतनु विहार कॉलोनी में किसी भी तरह का भवन नहीं बनने दिया जाए। अगर फिर भी कोई निर्माण आदि होता है तो कॉलोनीवासी आंदोलन करने हेतु मजबूर होंगे।