प्रदेश

धसान नदी उफान पर, बाढ़ में टापू नुमा स्थान पर रात भर फंसी रहीं 18 जिंदगियां

रवींद्र व्यास

छतरपुर 12 सितंबर ;अभी तक ;   जिले में बीते 48 घंटे में हुई तीव्र बारिश से जान जीवन बेहाल हो गया है | धसान नदी में आई बाद के कारण नौगांव तहसील के हरपालपुर थाना क्षेत्र के चपरन  गाँव के १८ लोग रात भर पानी की लहरों के बीच टापू पर फसे रहे | सभी १८ लोगों को आज सुबह  प्रशासन, पुलिस एवं एसडीईआरएफ की संयुक्त टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला | धसान नदी के बहाव से दो पुलिया और ४०० मीटर सड़क बह  गई |

                              – प्रदेश के कई जिलों में भीषण बारिश हो रही है,|   छतरपुर जिले में भी बीते ४८ घंटे से बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है | इन ४८ घंटे में छतरपुर और नौगांव विकाश खंड में ६_६_ इंच वर्षा दर्ज की गई है , जबकि जिले में इस दौरान ५. 4 इंच वर्षा दर्ज की गई है |   अलग-अलग इलाकों में लगातार जोरदार बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं।  11 तारीख को धसान नदी पर बने  वान सुजारा डैम के सभी 12 गेट खोले गए थे | जिसके कारण धसान नदी उफान पर चल रही है इसके तटवर्ती इलाके की फसलें भी चौपट हो गई हैं | 

                                    हरपालपुर थाना क्षेत्र के सरसेड ग्राम पंचायत के चपरन गाँव धसान नदी की जल धारा से घिरा गाँव है | इसके दूसरे सिरे पर लहचूरा बाँध है | यहाँ के  टापू नुमा स्थान पर बसे 3 परिवार के 18 लोग नदी की बाढ़ में११ तारीख की शाम से  फंस गए थे |  जिसकी सूचना स्थानीय प्रशासन व जिला प्रशासन को लगी ,बीती शाम को ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई ,लेकिन रात हो जाने की वजह से रेस्क्यू संभव नहीं हो सकापूरी रात पुलिस और प्रशासन की टीम चपरन गांव में ही ठहरी रही ,और जैसे ही सुबह हुई एसडीइआरएफ की टीम के द्वारा रेस्क्यू प्रारंभ किया गयाऔर लगभग 2 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 18 ग्रामीणों जिनमे महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे ,सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया  गया है। 

                               नौगांव एसडीएम विशा  वाधवानी ने बताया कि परसों  हमें अलर्ट मिला था | इसकी हमने मुनादी भी कर दी थी, कल गांव में पुलिस और रेवेन्यू की टीम भी गई थी लेकिन कुछ लोग गांव में रहे और पानी बढ़ गया तो वह लोग निकल नहीं पाए|  रात में ही यह सूचना मिली थी कि गांव में कुछ लोग फंसे हुए हैं |  रात में ही विधायक जी प्रशासन पुलिस की टीम लगी हुई थी | यहां रात में रही और हमारी जो रिलीफ टीम थी ने बताया कि सनराइज में ही रेस्क्यू इजीली कर सकते हैं और जहां पर वह लोग थे वहां से पानी भी सात आठ फीट ऊपर था तो वह सुरक्षित थे पानी से | इसलिए रात भर हमारी टीम यही रही उसे सुबह होते ही हमने पूरे 18 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया | इसमें जन सहयोग भी रहा सबका सहयोग रहा।

                                  विधायक कामाख्या प्रताप सिंह ने बताया कि रात में जैसे ही हमको जानकारी लगी रात में हम प्रशासन की टीम और तमाम सब लोग पास यहां पर आ गए थे और सब स्थिति को देखा था | प्रशासन के  हम आभारी हैं कि सब लोग सुरक्षित निकाले  गए हैं|  उन्होंने लोगों से अपील भी की कि  अगर सरकार की ओर से कोई नोटिस जारी होता है या कोई घोषणा की जाती है तो उसका ध्यान रखें अचानक कोई मुसीबत आ जाए तो एक अलग बात है पर पहले से सूचना देने के बावजूद आपको अपना ध्यान रखना चाहिए।

                                   दरअसल  यहाँ के तहसीलदार संदीप तिवारी की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा होने से बच गया | जिस लहचूरा बाँध के तटवर्ती इलाके में यह गाँव है वहां बाँध का पानी बढ़ रहा था | संदीप ने इस को देखते हुए उत्तर प्रदेश के सिचाई एसडीओ से संपर्क किया और बाँध के दो गेट खुलवाए जिससे के चलते  गाँव में जल स्तर बड़ा नहीं और सभी लोग सुरक्षित रहे | 

जिले में अतिवृष्टि की स्थिति के कारण धसान नदी के उग्र बहाव से क्षतिग्रस्त हुई सड़क। ——–

                                दूसरी तरफ 400 मीटर लंबा ईसानगर से टीकमगढ़ मार्ग क्षतिग्रस्त होने के करण बंद कर दिया गया है। सड़क  पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पुलिया के बगल की सड़क बह गई है| मौके पर पहुंचकर तहसीलदार एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने इसका निरीक्षण किया। एवं सुरक्षात्मक दृष्टि आम जनता से अपील की जाती है कि इस मार्ग का उपयोग न करे।

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