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मन्दसौर सीए ब्रांच द्वारा आयकर के विभिन्न प्रावधानों पर सेमिनार सम्पन्न

महावीर अग्रवाल

मन्दसौर २२ मई ;अभी तक;  ‘दि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की डायरेक्ट टैक्स कमेटी सरकार, चार्टर्ड अकाउंटेंट व करदाता के बीच महत्वपूर्ण सेतु का कार्य करती है। बजट के पूर्व यह कमेटी अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट साथियों के माध्यम से करदाताओं व चार्टर्ड अकाउंटेंट के व्यावहारिक सुझावों को आमंत्रित कर सरकार को प्रस्तुत करती है और उन सुझावों के आधार पर बजट तैयार करने में सरकार को अपना सहयोग प्रदान करती है। सरकार भी इन सुझावों पर अमल करके एक जनहितकारी बजट प्रस्तुत करने में कामयाब होती है।’

                                          उक्त विचार दि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउण्टेन्ट्स ऑफ  इंडिया की डायरेक्ट टैक्स कमिटी के चेयरमेन मुंबई से पधारे सीए पियूष छाजेड़ ने मन्दसौर में आयोजित चार्टर्ड अकाउण्टेन्ट्स की आयकर के प्रावधानों पर आयोजित वर्कशाप को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।

                                        इस अवसर पर आपने अपनी कमेटी के कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि डायरेक्ट टैक्स कमेटी इंस्टीट्यूट की एक महत्वपूर्ण कमेटी है और इस कमेटी के माध्यम से देश भर में प्रैक्टिस कर रहे चार्टर्ड अकाउण्टेन्ट कर निर्धारण प्रक्रिया में आ रही व्यावहारिक समस्याओं व उनके समाधानों को सरकार तक पहुॅंचा सकते हैं। इस अवसर पर आपने टैक्स ऑडिट से सम्बन्धित विभिन्न प्रावधानों के बारे में भी सदस्यों को जानकारी प्रदान की व उनकी जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।

कार्यक्रम में भोपाल से पधारे सेन्ट्रल कौंसिल सदस्य व अकाउंटिंग स्टैण्डर्ड बोर्ड के वाइस चेयरमेन सीए अभय छाजेड़ ने इंस्टीट्यूट के द्वारा निर्धारित अकाउंटिंग स्टैण्डर्ड के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ऑडिट के दौरान समस्त अकाउंटिंग स्टैण्डर्ड का ध्यान रखते हुए ही ऑडिट रिपोर्ट तैयार की जानी चाहिये। आपने बताया कि इन स्टैण्डर्ड के पालन की वजह से ही भारतीय अंकेक्षकों द्वारा तैयार ऑडिट रिपोर्ट को विश्व में अत्यन्त उच्च मानकों पर माना जाता है। अनेक देशों के चार्टर्ड अकाउण्टेन्ट संस्थानों ने भी भारतीय अकाउंटिंग स्टैण्डर्ड को अपने यहॉं पर लागू किया है।

भोपाल से पधारे भोपाल ब्रांच के पूर्व अध्यक्ष सीए अमित जैन ने आयकर में टीडीएस के प्रावधानों पर विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए टीडीएस रिटर्न भरने में होने वाली सामान्य गलतियों व उनके प्रभावों पर भी चर्चा की। आपने बताया कि टीडीएस रिटर्न भरने में होने वाली गलती का खामियाजा टैक्स काटने वाले करदाता के साथ साथ टैक्स कटवाने वाले करदाता को भी भुगतना पड़ता है। इसलिये टीडीएस रिटर्न को अत्यन्त सावधानीपूर्वक फाइल किया जाना आवश्यक है।

कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत भाषण के दौरान ब्रांच चेयरमेन सीए दिनेश जैन ने ब्रांच की गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 1 माह के दौरान विभिन्न गतिविधियों में इंस्टीट्यूट की अनेक कमेटी चेयरमैन व सेंट्रल कौंसिल सदस्य व विशिष्ट वक्ताओं का मन्दसौर में आगमन हुआ है और इसका प्रत्यक्ष लाभ मन्दसौर के सदस्यों व अप्रत्यक्ष लाभ मन्दसौर जिले के करदाताओं को भी प्राप्त होगा। शीघ्र ही मन्दसौर की व्यापारिक संस्थाओं के साथ मिलकर भी इसी प्रकार के सेमिनार आयोजित करने का मन्दसौर ब्रांच का लक्ष्य है।
सीए मोटो सांग विद्यार्थीगण कु. महिमा मोटवानी, लवीना भगतानी व नंदिनी बैरागी ने प्रस्तुत किया।
अतिथि परिचय सीए अर्पित नागदा, सीए विकास भंडारी व सीए अर्पित नागर द्वारा दिया गया।
अतिथियों का स्वागत सीए दिनेश जैन, सीए राजेश मंडवारिया, सीए विकास भंडारी, सीए विरेन्द्र जैन, सीए नयन जैन, सीए अर्पित नागदा, सीए अंकित नागर, सीए सुमित सोनी, सीए नयन जैन आदि ने किया।
सीए राजेश मंडवारिया, सीए अर्पित नागदा, सीए सुबोध सिंहल, सीए योगेन्द्र जैन, सीए रितेश पारिख व सीए अंकुश जैन ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये।
कार्यक्रम का संचालन सीए विनय अग्रवाल ने किया व आभार प्रदर्शन सीए विरेन्द्र जैन द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जावरा व प्रतापगढ़ के चार्टर्ड अकाउण्टेन्ट भी उपस्थित रहे।

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