जल जीवन मिशन के तहत विद्यालयो में हुये निर्माण कार्य गुणवत्ताहिन- विधायक श्री जैन

महावीर अग्रवाल
मंदसौर १५ फरवरी ;अभी तक;  विधानसभा क्षेत्र मंदसौर अंतर्गत जल जीवन मिशन के तहत कार्यों की प्रगति एवं गुणवत्ता की जानकारी के संबंध में क्षेत्र के जनप्रिय विधायक श्री विपिन जैन ने निर्मित कार्यों की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगाते हुये स्वीकृत कार्यो को समय सीमा में पूर्ण करने की मांग की। विधायक श्री जैन द्वारा तारांकिक प्रश्न के जवाब में विभागीय मंत्री श्रीमती संपतिया उइके द्वारा बताया गया की के गांधी सागर 2 नीमच समूह जलप्रदाय योजना अंतर्गत मंदसौर विधानसभा क्षेत्र के 143 गांव लाभान्वित होंगे और इनमें जलप्रदाय कार्यों की पूर्णता तिथि 27 दिसंबर 2024 बताई गई है वहीं जल जीवन मिशन अंतर्गत मंदसौर विधानसभा क्षेत्र के 234 विद्यालयों में पेयजल स्टैंड एवं टंकी निर्माण विभाग द्वारा करवाया गया है।
                                      विधायक श्री विपिन जैन ने विभागीय मंत्री द्वारा प्रस्तुत जवाब के प्रति उत्तर में उनके विधानसभा क्षेत्र मंदसौर में जल जीवन मिशन के तहत हुये निर्माण कार्यो के संबंध में प्राप्त शिकायतो को विधानसभा पटल पर रखते हुये कहा कि  छात्र-छात्राओं को पेयजल उपलब्धता करने के लिए जो निर्माण कार्य किए गए हैं उनमें से अधिकांशत विद्यालयों में गुणवत्ताहीन कार्य किया गया है और पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा है। विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 174 आंगनबाड़ी केन्द्रो पर भी पेयजल उपलब्धता के लिए कार्य किया गया है वह भी संतोषजनक नहीं है। उन्होनें ग्राम पंचायतो द्वारा की गयी शिकायतो का हवाला देते हुये कहा कि करोडो रुपए की लागत से होने वाले पेयजल निर्माण कार्यों मैं काफी शिकायत ग्राम स्तर से प्राप्त हो रही है इस पर मामले में आवश्यक जांच की जाना चाहिये।
*अनेक पंचायतो मे कार्य आज दिन तक पूर्ण नही*
                                       विधायक श्री जैन द्वारा उनके विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत दमदम, सगवाली, अमलावदा रिछा लालमुहा मैं कार्य पूर्ण अनुबंध अनुसार समय सीमा मे नही नही होने का मामला भी उठाते हुये कहा कि यह कार्य मार्च 2023 में किया जाना था परंतु समय सीमा बीत जाने के बावजूद भी कार्य नहीं किया गया है विभाग द्वारा बताया गया है कि उक्त कार्य हेतु अनुबंधीत ठेकेदार की मृत्यु होने के कारण कार्य पूर्ण होने की समय सीमा नहीं बताई जा सकती लेकिन शेष बचे कार्य को तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था कर पुरा किया जाये।