Pakistan: CM बनते ही एक्शन मोड में मरियम नवाज, पंजाब प्रांत में हिंसक विरोधों से निर्ममता से निपटने की कही बात

मरियम नवाज ने कहा कि लोगों के लिए परेशानी पैदा करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि अगर राजनीति करने के बहाने कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की गई तो वह क्रूर बन जाएंगी। नवाज शरीफ की बेटी मरियम ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान के सबसे अधिक आबादी वाले और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पंजाब प्रांत की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने अपने राजनीतिक विरोधियों को किसी भी हिंसक प्रदर्शन का सहारा लेने के खिलाफ चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर राजनीति करने के बहाने कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश की गई, तो वह क्रूर बन जाएंगी। लोगों के लिए परेशानी पैदा की जाने वाली स्थिति को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे निर्मम तरीके से निपटा जाएगा।

चुनाव परिणामों में धांधली को लेकर हो रहे हैं प्रदर्शन

नवाज शरीफ की बेटी मरियम ने पिछले हफ्ते पाकिस्तान के सबसे अधिक आबादी वाले और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पंजाब प्रांत की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और उसके सहयोगियों के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन जारी हैं, क्योंकि आंदोलनकारियों का आरोप है कि आठ फरवरी के चुनाव परिणामों में धांधली हुई थी। इस बीच, नेता मौलाना फजलुर रहमान ने कहा है कि राजनीति में निर्णयकर्ता के रूप में पाकिस्तानी सेना सम्मान नहीं पा सकती। हां, देश के रक्षक के रूप में वह सम्मान पा सकती है।

आरक्षित सीटों के उम्मीदवारों के शपथ ग्रहण पर लगी रोक बढ़ाई

पाकिस्तानी हाई कोर्ट ने गुरुवार को नेशनल असेंबली में आवंटित आरक्षित सीटों वाले उम्मीदवारों के शपथ ग्रहण समारोह पर लगी रोक 13 मार्च तक बढ़ा दी है। दरअसल, सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल का कहना है कि यह सीटें उन्हें मिलनी चाहिए थीं। सोमवार को चुनाव आयोग ने कहा था कि इत्तेहाद काउंसिल संविधान के अनिवार्य प्रावधानों के उल्लंघन के कारण सीटों में हिस्सेदारी का दावा नहीं कर सकती।

उनके हिस्से की सीटें दूसरी पार्टियों में बांटी जानी चाहिए। संसद के निचले सदन की 336 में से कुल 266 सीटों पर चुनाव हुए, जबकि 60 सीटें महिलाओं और 10 अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित थीं। ये सीटें जीतने वाली पार्टियों को संख्या के आधार पर आनुपातिक रूप से आवंटित की जाती हैं।

अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस के निजीकरण योजना को मंजूरी

अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस पीआइए के 15 जून से पहले निजीकरण को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंजूरी दे दी है। 2022 में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआइए) देश की तीसरी सबसे बड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की घाटे में चलने वाली इकाई बन गई, जिसे केवल ऋणों की अदायगी के लिए प्रति माह 11.5 अरब पाकिस्तानी रुपये की आवश्यकता थी।

वहीं, एक सरकारी रिपोर्ट में कहा गया है कि नकदी की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान का विदेशी सार्वजनिक ऋण छह महीने में 1.2 अरब डालर बढ़कर 30 सितंबर 2023 तक 86.358 अरब डालर हो गया है।