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आरक्षक अपने ही  आला  अघिकारी  के यहां लाखों की चपत दे गया। 3 साल बाद केस दर्ज

मयंक शर्मा

खंडवा २२ जुलाई ;अभी तक;  पुलिस  जवान न संबंधों का फायदा उठाकर  अपने ही पुलिस अधिकारी की पत्नी से झूठ बोलकर चार पहिया वाहन और 40 हजार रुपए उडा लिये। महिला ने विश्वास कर  रुपए और वाहन दे दिया। इसके बाद आरक्षक ने वाहन को 4 लाख रु में बेच दिया। बार-बार मांगने पर भी वाहन और रुपए नहीं लौटाए। तीन साल बाद डीएसपी पद से सेवानिवृत्त होने के बाद अधिकारी ने आरक्षक की शिकायत थाने में की। पुलिस ने आरक्षक के खिलाफ धारा 409 के तहत केस दर्ज किया।

मोघट थाने के उप निरीक्षक जॉन बारिया ने बताया 2017 में अमरेश सिंह बघेल खंडवा में डॉग मास्टर थे उस दौरान तखत सिंह भी उनके डिपार्टमेंट में आरक्षक था। बाद में अमरेश सिंह प्रमोशन लेकर भोपाल में टीआई हो गए फिर डीएसपी बनने के बाद वे सेवानिवृत्त हो गए। जबकि उक्त आरक्षक तखत सिंह वर्तमान में 34वीं बटालियन धार में आरक्षक के पद पर पदस्थ है।
उन्होने  बताया कि अमरेश पिता बलवंत सिंह बघेल (63) निवासी आनंद नगर ने शिकायत की है कि 14 दिसंबर 2020 को जब वे भोपाल में टीआई थे उस दौरान खंडवा में पदस्थ डॉग मास्टर रहे आरक्षक तखत सिंह ने खंडवा स्थित घर पहुंचकर उनकी पत्नी विनोद सिंह से कहा कि साहब ने चार पहिया वाहन सुधरवाने को कहा है और 40 हजार रु भी बुलवाए हैं। विश्वास कर पत्नी ने उसे वाहन क्र. एमपी-09सीएल-6973 की चाबी और रुपए दे दिए। जब मैंने आरक्षक से फोन पर चर्चा की तो उसने वाहन और रुपए जल्द लौटाने का आश्वासन दिया।

बाद में फरियादी के संज्ञान में आया कि आररोपी  आरक्षक ने वाहन को झाबुआ में 4 लाख रुपए में बेच दिया है। तब वे अमानत में खयानत होने पर वे शिकायत करने मोघट थाने पहुंचे।
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