प्रदेश

खनिज अधिकारी की मिली भगत से रेत, पत्थर सहित चल रहा भारी अवैध उत्खनन, नही की जा रही कोई कार्यवाही

दीपक शर्मा

पन्ना १९ अप्रैल ;अभी तक; जिले में चुनावी साल में रेत और पत्थर की अवैध खदानें कुछ नेताओं व अधिकरियों के द्वारा अपने चहेतों को रेवड़ी की तरह बांटी जा रही हैं। हालांकि अभी तक कुछ खास रिश्तेदारों और माफियाओं को ही अवैध उत्खनन की छूट थी लेकिन चुनाव में केवल पांच से छह माह बचने पर रूठे हुओं को मनाने के लिए रेत और पत्थर की खदानें रेवड़ी और प्रसाद की तरह वितरित की जा रही हैं। जिससे मौकापरस्त और कुछ चाटुकार अवैध उत्खनन में जुट चुके हैं।

                                   पन्ना जिले के अजयगढ़ क्षेत्र की जीवनदायिनी केन नदी में रेत और कल्दा क्षेत्र में पत्थर की अवैध खदानें अनगिनत संख्या में चल रही हैं। कुल मिलाकर खनिज संपदा का बेतहाशा दोहन कर एक ओर शासन के राजस्व को क्षति पहुंचाई जा रही है तो दूसरी ओर प्रकृति को भी तहस-नहस किया जा रहा है। इस मामले पर कुछ जागरुक नागरिकों के द्वारा खनिज अधिकारी और कलेक्टर पर सवाल खड़े किए हैं और इन्हें पन्ना जिले से हटवा कर कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार अधिकारियों को पन्ना जिले में नियुक्त करने की मांग की जा रही है, क्योकि लगातार जिले की खनिज संपदा को माफियाओं के माध्यम से लुटवाया जा रहा है तथा शासन को करोडो के राजस्व का नुकसान इन्ही अधिकारीयो द्वारा मिलकर पंहुचाया जा रहा है। जहां रेत और पत्थर का अवैध उत्खनन चल रहा है। वहीं दूसरी ओर जिले मे सडको मे उपयोग होने वाली मिट्टी, मुरूम तथा अन्य खनिज संपदाओ से विभाग को मिलने वाली रायल्टी की राशि मे भी खनिज अधिकारी द्वारा व्याप्क गोलामाल किया जा रहा है। सडक बनाने वाले अधिकांश ठेकेदारो द्वारा रायल्टी की राशि बिना जमा किये कार्य किया जा रहा है।

इसी प्रकार पूर्व में अवैध उत्खनन एवं चोरी करते हुए रामरज कन्ट्रक्श्न कंपनी रूंज डेम बनाने वाली एल एन टी कंपनी तथा पूर्व में व्याप्क स्तर पर अवैध रूप से रेत जप्त की गई थी। उक्त तीनो मामलो मे करोडो का जुर्माना विभाग द्वारा किया गया था। लेकिन उक्त राशि शासन के खाते में आज तक जमा नही हुई है  जिससे शासन को भारी नुकसान हुआ है। लोगो का कहना है कि क्या खनिज अधिकारी मुफ्त की पगार लेने शासन के संसाधनो का उपयोग करने एवं ठेकेदारो से कमीशन लेने के लिए ही नियुक्त किये गये है? जिले के लोगो ने खनिज अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की हैं।

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