प्रदेश

संस्कारों के निर्माण में नारी की भूमिका

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर २१ अक्टूबर ;अभी तक;  इनरव्हील क्लब मंदसौर द्वारा आयोजित मासिक बैठक में डॉ. शबाना मजहर द्वारा ‘‘संस्कारों के निर्माण में नारी की भूमिका’’ विषय पर अपना वक्तव्य दिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि समाज में बढ़ रही विसंगतियां, युवा पीढ़ी में बढ़ता नशे का प्रचलन, हर वर्ष डाइवोर्स में हो रहा इजाफा, बढ़ते ओल्ड एज होम, उत्तरदायित्व विहीन युवा पीढ़ी यह सब कहीं ना कहीं संस्कारहीनता के परिणाम हैं।
                        आपने कहा कि समाज में यह माना जाता है कि किसी भी बालक की पहली गुरु उसकी माता होती है और यह सत्य भी है। हम अपने बच्चों को क्या सीखा रहे हैं इस पर हमें ध्यान देना होगा। करुणा, उदारता, सहनशीलता मानवीय संवेदनाएं धीरे-धीरे लुप्त हो रहे हैं । हर स्त्री को अपने बच्चों के पालन में इन बिंदुओं पर ध्यान देना अति आवश्यक है।
                            क्लब की अध्यक्ष डॉ. उर्मिला तोमर ने अतिथि वक्ता का स्वागत किया अपने स्वागत उद्बोधन में उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सामाजिक संस्थाएं ऐसे ज्वलंत विषयों पर अपनी बैठकों में अवश्य विमर्श करें, निश्चित रूप से स्त्रियां समाज को अच्छी दिशा देने में अपने बच्चों को संस्कारवान बनाने में भूमिका निभाती है। माता और पिता की वैसे भी यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे समाज में संतान के रूप में एक जिम्मेदार और संस्कारवान नागरिक के रूप में अपनी संतान को तैयार करें।
                             मीटिंग के पश्चात मीटिंग की होस्ट नफीसा हामिद द्वारा गरबे का आयोजन रखा गया । क्लब की मीटिंग में उपस्थित सभी  महिला सदस्यों एवं पदाधिकारियों ने गरबे का आनंद लिया । क्लब होस्ट द्वारा पायल उकावत को श्रेष्ठ गरबा प्रस्तुति के लिए पुरस्कृत किया गया।
                              कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि वक्ता एवं बैठक की सुंदर व्यवस्थाओं के लिए क्लब की सचिव श्रीमती शर्मिला बसेर ने क्लब की ओर से आभार व्यक्त किया।

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