गरीब मजूदर का मेहनत का पैसा हडपकर फरार हो गये ठेकदार, कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर न्याय की लगाई गुहार
दीपक शर्मा
पन्ना ४ सितम्बर ;अभी तक ; पन्ना जिले के गरीब मजदूर यकूब खान पिता हकीम खान द्वारा कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक के नाम आवेदन दिया गया है। जिसमें उल्लेख किया गया है कि मेरे द्वारा जबलपुर स्थित सिविल लाईन के जजों के बंगलों के मेंटिनेंस का काम 2020 में किया था।
उक्त कार्य का ठेका गुजरात के रहने वाले ठेकेदार गोपाल भाई पिता छगन भाई डाभा को मिला था। उन्होंने उक्त कार्य को पूर्ण करने के लिये 15 लाख रूपये का लिखित अनुबंध किया था। आवेदक याकूब खान ने बताया कि अनुबंध की शर्तों के अनुरूप कार्य पूर्ण कर दिया। कार्य के दौरान ठेकेदार गोपाल भाई पिता छगन भाई डाभा द्वारा समय समय पर तकरीबन 8 लाख रूपये का भुगतान भी कर दिया गया। शेष भुगतान 7 लाख रूपये उक्त ठेकेदार द्वारा नहीं किया गया। बार बार मांगने पर भी मजदूरों का शेष पैसा नहीं दिया जा रहा है।
इस संबंध में याकूब खान ने दिनांक 02/09/2024 को पन्ना कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है जिसमें उल्लेख किया गया है। उन्होंने उक्त कार्य को पूर्ण करने के लिये 15 लाख रूपये में मुझसे स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट किया था। मेरे द्वारा एग्रीमेंट की शर्तों के अनुसार कार्य पूर्ण कर दिया गया और अब मेरा बकाया पैसा ठेकेदार गोपाल भाई पिता छगन भाई डाभा नहीं दे रहे हैं। ज्ञापन में उल्लेख है कि उक्त कार्य के लिये मैने अपनी जान पहचान के लोगों से पैसा लिया था तथा अपनी पत्नि के गहने तक बेच दिये थे कि काम पूरा हो जानें के बाद सब ठीक हो जाएगा किंतु ठेकेदार गोपाल भाई पिता छगन भाई डाभा ने मेरे किये गये कार्य के सात लाख रूपये नहीं दिये। मेरे बार बार अग्रह करने के बाद भी पैसा नहीं दिया जा रहा है। अब जिससे कर्ज लिया था वह अपना पैसा मांग रहे है। मेरे पास देने के लिये कोई पैसा नहीं है। मेरे कहने पर मेरे साथ दर्जनों मजदूरों ने कार्य किया उनका पैसा मैने धीरे धीरे चुकता कर दिया था। अब मेरे पास अन्य लोगों की उधारी चुकाने के लिये पैसा नहीं है। मैं बहुत परेषान हूॅ तथा मेरा पूरा परिवार संकट से गुजर रहा है। ठेकेदार गोपाल भाई पिता छगन भाई डाभा द्वारा धमकाया जा रहा है कि अगर मुझे पैसों के लिये बाब बार परेशान किया तो तुम्हारे साथ बहुत बुरा होगा। गुजराती ठेकेदार द्वारा मजदूर का पैसा नही लौटाने से मजदूर के जीवन पर संकट उत्पन्न हसे गया है और वह दर ब दर भटक रहा है।