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कार्तिक पूर्णिमा की रात में तीन दिवसीय निमाड उत्सव का शुभारंभ, माॅ नर्मदा की महाआरती के साथ हुआ शुभारंभ 

आशुतोष पुरोहित
खरगोन 16 नवम्बर ;अभी तक ;   मध्यप्रदेश के खरगोन जिले की पवित्र नगरी महेश्वर में बीती कार्तिक पूर्णिमा की रात पर देश में नदी किनारे होने वाले सबसे बडे महोत्सव निमाड़ उत्सव का पहला दिन पार्श्व गायक सुदेश भोसलें के गीतों के नाम रहा। इस दौरान देवि आहिल्या घाट पर मौजूद हजारो श्रोताओं को सुदेश भोसले के फिल्मी गीतो ने मनमोह लिया। लोग थिरकने पर मजबूर हो गये। निमाड उत्सव का शुभारंभ उज्जैन से पहुंचे दिनेश शर्मा के नर्मदाष्टक और पंडित विद्वान की टीम द्रवारा माँ नर्मदा की महाआरती से हुआ। कार्तिक पूर्णिमा की चांदनी रात में जगमग रौशनी में नहाये अहिल्या घाट पर अद्भूत नजारा दिखाई दिया। निमाड़ उत्सव के 31वें आयोजन का शुभारंभ पर महेश्वर विधायक राजकुमार मेव, संभायुक्त दीपक सिंह, आईजी अनुराग, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा औरर एसपी धर्मराज मीना ने दीप प्रज्वलित कर किया।
तीन दिवसीय निमाड उत्सव का पहला दिन मां नर्मदा की आराधना और सुगम संगीत के नाम रहा। इस दौरान मंच पार्श्व गायक सुदेश भोसलें ने अपने फिल्म गीतो के साथ लोगो के बीच पहुंचकर ऐसा समा बांधा की लोग दीवाने हो गये। निमाड उत्सव में पहुंचा हर कोई, युवा से लेकर महिलाऐ, युवती सुदेश भोसले के साथ सेल्फी खिंचने को आतुर नजर आया। पार्श्व गायक भोसले ने सबसे पहले राम मंदिर निर्माण का ज़िक्र करते हुऐ राम जी की निकली सवारी,राम जी की लीला है न्यारी गीत गाकर वातावरण को जय श्रीराम का घोष कर धर्ममय कर दिया। इसके बाद उन्होंने किशोर, मो रफी, अमिताभ बच्चन द्वारा गाये गीतों की प्रस्तुति से माहौल मस्ती भरा कर दिया। इस दौरान उन्होंने ने भीड़ से पटे अहिल्या घाट पर श्रोताओं के बीच पहुंचकर अपने मस्ती भरे अंदाज़ में सबको थिरकने पर विवश कर दिया।
 इस अवसर पर निमाड उत्सव में पहली बार शामिल हुए पार्श्व गायक सुदेश भोंसले ने मीडिया से चर्चा में कहना था की गायकी के जीवन लोगो का बहुत प्यार मिला। दत्ता जी आशा जी, किशोर दा, अमिताभ बच्चन साहब, शशि जी, जितेन्द्र जी, 80 के दशक के सभी दिग्गजो का आशीर्वाद मिला। 45 वर्षो से फिल्मी गाने गा रहा हूं सभी के प्यार से आज ये मुकाम हासिल हुआ है। गायकी की शुरूवात में अमिताभ बच्चन के लिये जुम्मा चुम्मा गाने को लेकर भोंसले का कहना है की पहली बार एक्टर की आवाज में लक्ष्मीकांत जी ने गाना गवाया था। खूद बच्चन साहब चौक गये थे। इस गाने से शौहरत दौलत हर चीज मुझे मिली थी। 34 साल बाद भी अभी भी ये गाना उतना ही ताजा है। महेश्वर पहुंचे भोंसले का कहना था की इन्दौर, भोपाल में सुसराल पक्ष होने से ऐसा लग रहा है की महेश्वर घर में ही आया हूं। पत्रकारो से चर्चा के दौरान सुदेश भोसले ने अपने पसन्दीदा गाने हमे और जीने की चाहत नही होती अगर तुम नही होते.. को महेश्वर के लोगो को समर्पित किया। देवि आहिल्या की 300 जयंति पर निमाड उत्सव में शामिल होना सोभाग्य माना।
 इधर निमाड उत्सव के भव्य आयोजन को लेकर सीएम डाॅ मोहन यादव का आभार मानने वाले स्थानीय विधायक राजकुमार मेव का कहना है की निमाड उत्सव का आगाज हजारो लोगो की मौजूदगी में माॅ नर्मदा की आरती से हुआ है। तीन दिन के उत्सव में स्थानीय, प्रादेशिक और देश के कलाकार की प्रस्तुति लोगो को देखने को मिलती है। देश, प्रदेश और निमाड की संस्कृति का सबसे बडा उत्सव निमाड उत्सव है।

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