ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित करने के काम ने रफ्तार पकड़ी

मयंक शर्मा

खंडवा २५ अप्रैल ;अभी तक;  खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित करने के काम में रफ्तार पकड़ ली है। स्टैच्यू ऑफ वननेस की बहुधातु प्रतिमा की ढलाई का काम चीन में शुरू हो गया है। इसका अगस्त-सितंबर 2023 में उद्घाटन करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं, इसके अलावा अद्वैत लोक (शंकर संग्रहालय), आचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय अद्वैत वेदांत संस्थान और अन्य काम अगस्त 2025 तक पूरे होंगे।  सुझाव दिया कि आदि शंकराचार्य के जीवन को समर्पित संग्रहालय में औषधीय पौधों सहित पर्यावरणीय नैतिकता, वनस्पतियों, जीवों और जैव विविधता से संबंधित एक व्याख्या केंद्र शामिल हो सकता है।

आदिगुरु शंकराचार्य की जयंती प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग तीर्थ में मंगलवार को मनाई जा रही है। यह पर्व इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि तीर्थनगरी में आदिगुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इसके लिए ओंकार (मांधाता) पर्वत पर 52 फीट ऊंचा पेडस्टल का निर्माण किया जा रहा है। यह 24 फीट बन चुका है। इस पर सात फीट का कमल दल स्टैंड लगाया जाएगा। कमल दल का निर्माण अहमदाबाद में शिल्पकार वीरेंद्र त्रिवेदी कर रहे हैं। मप्र सरकार ने सितंबर तक प्रतिमा स्थापित करने का लक्ष्य तय किया है।शंकराचार्य के बाल्यकाल के चित्र पर आधारित प्रतिमा बनेगी

शंकराचार्य जी की 108 फीट ऊंची बहुधातु की प्रतिमा का निर्माण शिल्पकार भगवान रामपुरे के निर्देशन में हो रहा है। प्रतिमा प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत द्वारा तैयार किए गए शंकराचार्य के बाल्यकाल के चित्र पर आधारित है। ओंकारेश्वर में एकात्मता की प्रतिमा, शंकराचार्य संग्रहालय व अंतरराष्ट्रीय अद्वैत वेदांत संस्थान के निर्माण पर करीब 2141 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 9 फरवरी 2017 को नमामि देवी नर्मदे नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान घोषणा क गयी थी।
– 22 जनवरी 2018 एकात्म यात्रा निकालकर मनाया एकात्म पर्व
– 27 जनवरी 2018 आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास का गठन
– 23 अप्रैल 2018 को योजना का अनुमोदन हुआ
– 4 जून 2021 डीपीआर और वास्तुविदीय डिजाइन कार्य प्रारंभ
– 31 मई 2022 प्रतिमा और आचार्य शंकर संग्रहालय निर्माण की निविदा आमंत्रित
– 2 जुलाई 2022 निर्माण कार्य प्रारंभ 126.78 हेक्टेयर भूमि शंकराचार्य प्रकल्प के लिए आरक्षित
पर्यटन विभाग की तरफ से बताया गया कि ओंकारेश्वर में स्टैच्यू ऑफ वननेस (एकात्मता की प्रतिमा) में 108 फीट ऊंची बहुधातु की आचार्य शंकर की बहुधातु प्रतिमा की क्ले के बाद फायबर की प्रतिकृति तैयार हो गई। आचार्य शंकर की बहुधातु की प्रतिमा की ढलाई का कार्य जेटीक्यू चीन में प्रारंभ हो चुका है। प्रतिमा के आधार स्तंभ में लगभग 30 फीट तक कांक्रीट ढलाई का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। यहां 75 फीट ऊंचा आधार बनना है। इसके अलावा स्तंभ में प्रदर्शित की जाने वाली घटनाओं की प्रतकृतियां को बनाए जाने का काम भी शुरू हो गया है।

अद्वैत लोक (शंकर संग्रहालय) का मास्टर प्लान तैयार किया जा चुका है। इसमें 7-डायरोमा, खुली वीथिकाएं, अद्वैत नौका विहार, 3-डी डोम प्रोजेक्शन गैलरी, 500 की क्षमता का हाईस्क्रीन थिएटर, ध्यान केंद्र, कला विथिका, पंचायतन मंदिर, अन्नपूर्णा, अद्वैत कलाग्राम, लेजर, लाइट एंड साउंड शॉ, ओम स्तंभ का निर्माण किया जाना है। इसके लिए मई-अप्रैल में टेंडर जारी करने की योजना है।
इसके अलावा आचार्य शंकर अंतर्राष्ट्रीय अद्वैत वेदांत संस्थान, भारतीय मंदिर निर्माण शैली में नागर शैली एवं द्रविड़ शैली में निर्मित वेदांत संस्थान के काम का भी का मास्टर प्लान तैयार किया जा चुका है। वहीं, परियोजना केंद्र, पीआईसी पार्किंग, अद्वैत/अभय घाट और पैदल पुल का निर्माण भी इसी साल से शुरू हो जाएगा। अद्वैत लोक समेत यह सभी काम अगस्त 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।